जहा से तुम्हारा दर ख़तम होता है
वह से हमारा डर शुरू होता है
हम हम है जनाब फिर आप कोई भी
हो हमें घंटा फर्क नहीं पड़ता
इंसान गुन्हेकार पैदा नहीं होता
हालात उसे गुन्हेकार बनाते है
जहा सच न चले वहा झूट ही सही
जहा हक़ न चले वहा लूट ही सही
दोस्त उसे बनाना जो सच्चा हो
उसे नहीं जो दिखने में अच्छा हो
में वहाँ तक अच्छा हु जहा
तक आप औकाद न भूले
मंजिल तो मिल जाने दो हमें
तुम्हारा हिसाब भी बड़ी सिद्दत से करेंगे
यार बड़ा न पियार बड़ा जरुरत
के समय जो काम आये वो यार बड़ा
कल तक जो परेशांन लड़का था सुना है
वो आज चैन की नींद सो गया
तुमने हमारा इतिहास मिटाने की कोशिश की
हम तुम्हारा आने वाला कल मिटा देंगे
बंदा अच्छा हु में
बस नाम बदनाम है मेरा
ये दुनिया है जनाब महफ़िल में बदनाम
और अकेले में सलाम करती है
जब जित ही जिद हो जाये
तो घाव मायने नहीं रखते है
में वही हु जो बदला नहीं हु
औकाद में रहो सुधरा नहीं हु
उनसे भी आगे जाना है
जो हमें अपने साथ नहीं लेकर गए