How to Start Soya Milk Making Business Ideas in Hindi सोया दूध बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें
Soya Milk में 65% प्रोटीन होता है जो मनुष्य के पोषण के लिए अति आवश्यक होता है| सोयाबीन से बने उत्पाद जैसे सोया पनीर, सोया मिल्क की मार्किट में बहुत ज्यादा डिमांड है क्योंकि इसमें बहुत सारे पोषक तत्व विद्यमान होते हैं| सोयाबीन से निर्मित दूध कोलेस्ट्राल फ्री होता है| बच्चो के लिए सोया मिल्क पौष्टिक आहार माना जाता है| जिनको गाय या भैंस का दूध नहीं पचता है उनके लिए Soya Milk एक बहुत ही अच्छा विकल्प साबित हो सकता है| यह हार्ट के रोगियों एवं डायबेटिक रोगियों के लिए काफी लाभदायक होता है| तो आप Soya Milk Making Business शुरू कर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते है|सोया मिल्क मेकिंग बिज़नेस स्कोप (Scope of Soya Milk Making Business)
सोया मिल्क मार्किट में बहुत उपयोग होने वाला प्रोडक्ट है| बहुत सारी कंपनी मार्किट में सोया मिल्क का प्रोडक्ट बनाकर बेच रही है| अमूल का सोया मिल्क, सोया पनीर मार्किट में छाया हुआ है| इसके अलावे सोफिट, आलमंड जैसे बहुत सारी कंपनी मार्किट में पहले से मौजूद है| सोया मिल्क और सोया पनीर की मांग दिनोदिंन बढती ही जा रही है| अगर इस बिज़नेस में अच्छे तरह से मार्केटिंग की जाय तो आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं|सोया मिल्क के रॉ मैटेरियल्स (Raw Materials for Soya Milk)
सोया मिल्क के लिए निम्न रॉ मैटेरियल्स की जरुरत होती है-सोयाबीन, मीठा पानी, फ्लेवर, फिटकिरी, चीनी, Preservatives, पैकेजिंग करने के लिए प्लास्टिक बैग्स
सोया मिल्क बनाने के लिए मशीन (Soya Milk Making Machinery)
सोया मिल्क बनाने के लिए बहुत सारी मशीन की जरुरत होती है जो एक दुसरे के साथ होता है या यूँ कह सकते है कि बहुत सारी मशीन को मिलाकर सोया मिल्क मशीन बनाई जाती है|सोयाबीन ग्राइंडिंग मशीन
बायलर मशीन
कुक्कर
फ़िल्टर
डियोडरायजर
सेपेरटर
मैन्युअल पनीर प्रेस मशीन
LPG Gas
सोया मिल्क मशीन की कीमत (Price of Soya milk Machine)
इस मशीन के कीमत लगभग 1,90,000 के आस पास है| इस मशीन के साथ डियोडराइजर भी होता है जो दूध में से गन्दी स्मेल को दूर करता है और दूध को इस्तेमाल करने के लायक बनता है| इस मशीन में 3.5 HP का मोटर लगा होता है| इस मशीन के साथ 2 साल की वार्रेंटी भी मिलती है| इस मशीन में कोई ख़ास मेंटेनेंस की जरुरत नहीं पड़ती है|सोया मिल्क बनाने की प्रक्रिया (Soya Milk Making Process)
सोया मिल्क बनाने के लिए सबसे पहले सोयाबीन को 8-10 घंटे पानी में भिंगोया जाता है| उसके बाद फुले हुए सोयाबीन को हाथ से रब करके उसका छिलका हटा लिया जाता है| उसके बाद सोयाबीन को ग्राइंडिंग मशीन में डाला जाता है| ½ किलोग्राम सोयाबीन के साथ 3.5 लीटर पानी डालते हैं| ग्राइंडिंग होने के बाद दूध फ़िल्टर में जाता है| फ़िल्टर से दूध कुक्कर में जाता है| बायलर की स्टीम से कुक्कर में दूध को 15 मिनट तक गरम किया जाता है| इस मशीन में बोइलिंग टेम्परेचर लगा रहता है जिससे आप टेम्परेचर देख सकते हैं| जब टेम्परेचर 130 डिग्री पर चला जाय तो बॉईल करना बंद कर दे| उसके बाद दूध को निकलकर छान ले| छानने के बाद दूध को ठंडा करके दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं| अगर आप सोया पनीर बनाना चाहते हैं तो 85% गरम दूध में फिटकिरी का टुकड़ा डाल कर थोड़ी देर के लिए छोड़ दे| थोड़ी देर के बाद दूध फट जायेगा| दूध फटने के बाद पनीर प्रेस मशीन में सबसे पहले एक कॉटन कपडा रखे उसके बाद उस पर फटे हुए दूध को फैला कर पनीर प्रेस मशीन को प्रेस करें| जब सारा पानी उससे निकल जाये तो उससे पनीर निकल ले| अब आपका सोया पनीर तैयार है| आप use खाने के लिए usइस्तेमाल कर सकते हैं या मार्किट में बेच सकते हैं|अगर आप दूध का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप फ्लेवर एवं चीनी डालकर पी सकते है| अगर आप मार्किट में सप्लाई करना चाहते हैं तो आप इसमें Preservatives डालकर पैकेट में पैकेजिंग कर सप्लाई कर सकते हैं|
सोयाबीन ओकारा का इस्तेमाल (Uses of Soya Waste Okara)
जब सोयाबीन को ग्राइंडिंग करते हैं तो दूध के साथ सोयाबीन का बचा हुआ पदार्थ निकलता है जिसे ओकारा कहते हैं| ओकारा को सबसे पहले धुप में सुखा लिया जाता है| धुप में सुखाने के बाद उसको दो तरह से बेचा जा सकता है| सुखाने के बाद ये पशुओं को खिलने के काम में आता है| जो लोग डेयरी फार्मिंग करते है उनको बेचा जा सकता है| इस रूप में ओकारा 20 रुपए किलो बिक जाता है|दुसरे रूप में उसको सुखाकर आंटा बना लिया जाता हैं| जो कंपनी बिस्कुट, केक एवं चॉकलेट बनाती है वो इस आंटे का इस्तेमाल करती है| तो आप इन कंपनी को आंटा बेच सकते हैं|
तीसरे इस आंटा का इस्तेमाल रेस्टुरेंट में मिस्सी रोटी एवं परांठा बनाने के काम में आता है तो आप इसे रेस्टुरेंट में भी सप्लाई कर सकते हैं|
तो दोस्तों आप देख सकते है इसका कोई भी चीज बेकार नहीं जाता है| सोया दूध का इस्तेमाल भी होता है और बचे हुए पदार्थ ओकारा का भी इस्तेमाल होता है|
सोया मिल्क, सोया पनीर पैकेजिंग (Soya Milk/Paneer Packaging)
मार्केटिंग में सप्लाई करने के लिए इसे पैक करने की जरुरत पड़ती है जिसको आप बिभिन्न तरह के पैकेट में पैक कर सप्लाई कर सकते हैं|प्रॉफिट रिपोर्ट सोया मिल्क मेकिंग बिज़नेस (Profit Report of Soya Milk Making Business)
50 Leter Soya Milk Report7 kg Soyabean | Rs. 224/- (Rs. 32/- Per Kg) |
42 Ltr. Water | Rs. 42/- |
Electricity 1 Hour 3 Unit | Rs. 21/- |
Labour Cost | Rs. 83/- |
Room Rent | Rs. 50/- |
Flavour | Rs. 300/- |
LPG | Rs. 120/- |
Packaging Charge | Rs. 200/- |
Other Exp. | Rs. 500/- |
Total Investment | Rs. 1600/- |
50 Ltr. Price | 50X100= Rs. 5000/- |
Profit | Rs. 5000-1600= 3500/- per hour |