सबका डर से हुए है फरारी , अब छपरा लौट के न जायेंगे.. ठीक है
सबका डर से हुए है फरारी , अब छपरा लौट के न जायेंगे..
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे… ठीक है
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे… ठीक है
कईसे – कईसे प्यार भइल, इनसे इज़हार भईल , ठीक है
कईसे कईसे प्यार भइल, इनसे इज़हार भईल ,
काने – काने जाने कईसे गावं परचार भईल.. ठीक है
पंचायत कई बार भईल, थाना FIR भईल,
हमरा घर से इनका घर से, लाठी लाठी मार भईल … ठीक है।
धोयेंगे प्लेट बाकी इन्ही के संगवा में, घर अपना हम बसायेंगे ठीक है
धोयेंगे प्लेट बाकी इन्ही के संगवा में, घर अपना बसायेंगे,
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
जाड़ा वाला रात रहे, माघी बरसात रहे ठीक है
जाड़ा वाला रात रहे, माघी बरसात रहे,
आठ बजे मिले खातिर इनका से बात रहे ठीक है
मिले वाला धुन रहल देह में जूनून रहल,
काट लेहलस कुकुर साला हर-हर खून बहल ठीक है
गोली भले मार दिही कोई, इनको न हम बिसरायेंगे ठीक है
गोली भले मार दिही कोई, इनको न हम बिसरायेंगे
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
कट जाईब मार जाईब, इनका खातिर लड़ जाईब ठीक है
कट जाईब मार जाईब, इनका खातिर लड़ जाईब ,
कोर्ट मैरिज खातिर, जज से भी अड़ जईब, ठीक है
संगे प्यारेलाल बाड़े, सोनू खुशहाल बाड़े ,
प्रणव आजाद , आशीष कैईले ख्याल बाड़े ठीक है
हई हम खेसारी इनके बाप के हाथ न आयेंगे ठीक है
हई हम खेसारी इनके बाप के हाथ न आयेंगे ,
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
हावड़ा में रह जायेंगे छपरा कहिओ न जायेंगे। ।
सबका डर से हुए है फरारी , अब छपरा लौट के न जायेंगे..
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे… ठीक है
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे… ठीक है
कईसे – कईसे प्यार भइल, इनसे इज़हार भईल , ठीक है
कईसे कईसे प्यार भइल, इनसे इज़हार भईल ,
काने – काने जाने कईसे गावं परचार भईल.. ठीक है
पंचायत कई बार भईल, थाना FIR भईल,
हमरा घर से इनका घर से, लाठी लाठी मार भईल … ठीक है।
धोयेंगे प्लेट बाकी इन्ही के संगवा में, घर अपना हम बसायेंगे ठीक है
धोयेंगे प्लेट बाकी इन्ही के संगवा में, घर अपना बसायेंगे,
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
जाड़ा वाला रात रहे, माघी बरसात रहे ठीक है
जाड़ा वाला रात रहे, माघी बरसात रहे,
आठ बजे मिले खातिर इनका से बात रहे ठीक है
मिले वाला धुन रहल देह में जूनून रहल,
काट लेहलस कुकुर साला हर-हर खून बहल ठीक है
गोली भले मार दिही कोई, इनको न हम बिसरायेंगे ठीक है
गोली भले मार दिही कोई, इनको न हम बिसरायेंगे
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
कट जाईब मार जाईब, इनका खातिर लड़ जाईब ठीक है
कट जाईब मार जाईब, इनका खातिर लड़ जाईब ,
कोर्ट मैरिज खातिर, जज से भी अड़ जईब, ठीक है
संगे प्यारेलाल बाड़े, सोनू खुशहाल बाड़े ,
प्रणव आजाद , आशीष कैईले ख्याल बाड़े ठीक है
हई हम खेसारी इनके बाप के हाथ न आयेंगे ठीक है
हई हम खेसारी इनके बाप के हाथ न आयेंगे ,
नून रोटी खायेंगे , ज़िन्दगी संगही बिताएंगे ठीक है
हावड़ा में रह जायेंगे छपरा कहिओ न जायेंगे। ।