कहवां में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी – इस गीत में राम जी की झुमरी गाई गई है। जब बच्चे का जन्म होता है तब झूमर गाने का रिवाज भारतीय संस्कृति में है। इस उत्सव में सुहागन स्त्रियां बच्चे के लिए सोहर , झूमर आदि के गीत गाती है और खुशियों को बांटती हैं। तथा सब कुछ शुभ होने की कामना करती है।
प्रस्तुत गीत में राम जी का जन्म के अवसर पर झूमर का गीत गाया जा रहा है। जिसमें बधाइयां दी जा रही है , इसमें सवाल – जवाब के माध्यम से पूरा गीत गाया गया है , कोई राम के जन्म पर हीरा जवाहरात सोना चांदी लुटा रहा है। कोई अपना आशीर्वाद लुटा रहा है , कोई राम जी को चुम रहा है , कोई उनके चरणों को चूम रहा है , कोई उनके लिए पालकी सजा रहा है कोई द्वार सजा रहा है। इस प्रकार के शब्दों और पंक्तियों के माध्यम से पूरा गीत गाया गया है जो बेहद ही आनंददायक और कर्णप्रिय है।
कहवां में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी
हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अवध में राम जी के , जन्म भयो हरी झुमरी
ऐ जी!
अवध में राम जी के , जन्म भयो हरी झुमरी
अब मिथिला में बाजेला बधावा खेलब हरी झुमरी
अब मिथिला में बाजेला बधावा खेलब हरी झुमरी
केई लूटावले अन्न – धन सोना हरी झुमरी
ऐ जी!
केई लूटावले अन्न – धन सोना हरी झुमरी
अब केई लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
अब केई लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
राजा लुटावले अन्न – धन सोना हरि झुमरी
ऐ जी!
राजा लुटावले अन्न – धन सोना हरि झुमरी
अब रानी लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
अब रानी लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
केई जे चुमले राम के चरिनया हरि झुमरी
ऐ जी!
केई जे चुमले राम के चरिनया हरि झुमरी
अब केई जे चुमेली लिलार खेलब हरि झुमरी
अब केई जे चुमेली लिलार खेलब हरि झुमरी
दशरथ जी चुमेली राम के चरनिया हरि झुमरी
ऐ जी!
दशरथ जी चुमेली राम के चरनिया हरि झुमरी
अब माता चुमेली लीलार खेलब हरि झुमरी
अब माता चुमेली लीलार खेलब हरि झुमरी
केई सजावेली राम के पनवा हरि झुमरी
ऐ जी!
केई सजावेली राम के पनवा हरि झुमरी
अब केई सजावेली दुआर खेलब हरि झुमरी
अब केई सजावेली दुआर खेलब हरि झुमरी
रानी सजावेली राम के पालनवा हरि झुमरी
रानी सजावेली राम के पालनवा हरि झुमरी
ऐ जी!
रानी सजावेली राम के पालनवा हरि झुमरी
अब दासी सजावेली दुआर खेलब हरी झुमरी
अब दासी सजावेली दुआर खेलब हरी झुमरी
कहवा में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी
कहवा में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी
हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
प्रस्तुत गीत में राम जी का जन्म के अवसर पर झूमर का गीत गाया जा रहा है। जिसमें बधाइयां दी जा रही है , इसमें सवाल – जवाब के माध्यम से पूरा गीत गाया गया है , कोई राम के जन्म पर हीरा जवाहरात सोना चांदी लुटा रहा है। कोई अपना आशीर्वाद लुटा रहा है , कोई राम जी को चुम रहा है , कोई उनके चरणों को चूम रहा है , कोई उनके लिए पालकी सजा रहा है कोई द्वार सजा रहा है। इस प्रकार के शब्दों और पंक्तियों के माध्यम से पूरा गीत गाया गया है जो बेहद ही आनंददायक और कर्णप्रिय है।
कहवां में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरीram ji ka jhuri geet lyrics
कहवां में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरीकहवां में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी
हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अवध में राम जी के , जन्म भयो हरी झुमरी
ऐ जी!
अवध में राम जी के , जन्म भयो हरी झुमरी
अब मिथिला में बाजेला बधावा खेलब हरी झुमरी
अब मिथिला में बाजेला बधावा खेलब हरी झुमरी
केई लूटावले अन्न – धन सोना हरी झुमरी
ऐ जी!
केई लूटावले अन्न – धन सोना हरी झुमरी
अब केई लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
अब केई लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
राजा लुटावले अन्न – धन सोना हरि झुमरी
ऐ जी!
राजा लुटावले अन्न – धन सोना हरि झुमरी
अब रानी लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
अब रानी लुटावे गलहार खेलब हरि झुमरी
केई जे चुमले राम के चरिनया हरि झुमरी
ऐ जी!
केई जे चुमले राम के चरिनया हरि झुमरी
अब केई जे चुमेली लिलार खेलब हरि झुमरी
अब केई जे चुमेली लिलार खेलब हरि झुमरी
दशरथ जी चुमेली राम के चरनिया हरि झुमरी
ऐ जी!
दशरथ जी चुमेली राम के चरनिया हरि झुमरी
अब माता चुमेली लीलार खेलब हरि झुमरी
अब माता चुमेली लीलार खेलब हरि झुमरी
केई सजावेली राम के पनवा हरि झुमरी
ऐ जी!
केई सजावेली राम के पनवा हरि झुमरी
अब केई सजावेली दुआर खेलब हरि झुमरी
अब केई सजावेली दुआर खेलब हरि झुमरी
रानी सजावेली राम के पालनवा हरि झुमरी
रानी सजावेली राम के पालनवा हरि झुमरी
ऐ जी!
रानी सजावेली राम के पालनवा हरि झुमरी
अब दासी सजावेली दुआर खेलब हरी झुमरी
अब दासी सजावेली दुआर खेलब हरी झुमरी
कहवा में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी
कहवा में राम जी के जन्म भयो हरि झुमरी
हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी
अब कन्हवां में बाजेला बधाव खेलब हरि झुमरी