Akelapan Shayari अगर ज़िन्दगी में अकेलापन सता रहा है तो ये शायरी आपके लिए है :-
एक चाहत होती है, जनाब अपनों के साथ जीने की,वरना पता तो हमें भी है कि ऊपर अकेले ही जाना है।
रह कर अकेले,
बस रह गये अकेले।
तूने तो कहा था कि तेरे चाहने वाले बहोत है,
सुना है आजचल अकेले पड गये हो।
जब जिन्दगी का सफर अकेले ही तय करना है,
तो क्युँ माँगू दो पल साथ किसी का।
मंज़ूर है हमें ज़िन्दगी के इस सफ़र में अकेले चलना जनाब,
आखिर हमने ही खुशी खुशी उन्हें किसी और का होने दिया था।
एक तेरा ख़्याल ही तो है मेरे पास,
वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है।
वो तुम्हारे नज़रिए से अकेलापन हो सकता है,
पर मेरे नज़रिए से देखो वो मेरा सुकून है।
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक,
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा।
खुद में काबलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब
सहारे कितने भी अच्छे जो साथ छोड़ जाते है।
ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में “यारो” बहुत घाटा है..!!
Loneliness Shayari in Hind | Lonely Shayari :-
अकेला मरने के लिए तैयार हूँ,लेकिन अकेला जीने के लिए तैयार नहीं हूँ।
सूने घरों में रहने वाले कुंदनी चेहरे कहते हैं,
सारी सारी रात अकेलेपन की आग जलाती है।
इस अकेलेपन में भी कितनी वफादारी है,
मुझे कभी अकेला नही छोड़ता ये अकेलापन।
गीले शिकवे क्या करे ज़माने से,
अकेला आये थे, अकेला जाएंगे।
उस की जुस्तजू, इंतज़ार और अकेलापन,
थक कर मुस्कुरा देता हूँ जब रोया नहीं जाता।
सारी ज़िन्दगी अकेला ही तो रहना है,
सोचता हूँ तो मुस्कुरा देता हूँ।
अकेले ही काटना है मुझे जिंदगी का सफर,
पल दो पल साथ रहकर मेरी आदत ना खराब कर।
अकेले रहने का भी एक अलग सकुन है,
ना किसी के लौट आने कि उम्मीद ना किसी से अलग होने का डर।
अकेले ही गुजर जाती है तन्हा ज़िंदगी,
लोग तसल्लियाँ तो देते हैं मगर साथ नहीं देते।
मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना,
बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने।
सच ही कहा था किसी ने कि अकेले रहना सीख लो,
मोहब्बत कितनी भी सच्ची क्यों न हो साथ तो छोड़ ही देती है।
बड़े अजीब से आजकल की इस दुनिया की मेल हैं,
दिखती तो भीड़ हैं पर चलते सब अकेले हैं।
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