वाराणसी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रसिद्ध नगर है। इसे ‘बनारस’ और ‘काशी’ भी कहते हैं। इसे हिन्दू धर्म में एक पवित्र नगर माना गया है और इसे अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इसके अलावा बौद्ध एवं जैन धर्म में भी यह एक महत्वपूर्ण शहर है। यह संसार के प्राचीन बसे शहरों में से एक है। काशी नरेश (काशी के महाराजा) वाराणसी शहर के मुख्य सांस्कृतिक संरक्षक एवं सभी धार्मिक क्रिया-कलापों के अभिन्न अंग हैं। वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। ये शहर सहस्रों वर्षों से भारत का, विशेषकर उत्तर भारत का सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का बनारस घराना वाराणसी में ही जन्मा एवं विकसित हुआ है। भारत के कई दार्शनिक, कवि, लेखक, संगीतज्ञ वाराणसी में रहे हैं, जिनमें कबीर, वल्लभाचार्य, रविदास, स्वामी रामानंद, त्रैलंग स्वामी, शिवानन्द गोस्वामी, मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, पंडित रवि शंकर, गिरिजा देवी, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आदि कुछ हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म का परम-पूज्य ग्रंथ रामचरितमानस यहीं लिखा था और गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन यहीं निकट ही सारनाथ में दिया था।
वाराणसी में चार बड़े विश्वविद्यालय स्थित हैं: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइयर टिबेटियन स्टडीज़ और संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय। यहां के निवासी मुख्यतः काशिका भोजपुरी बोलते हैं, जो हिन्दी की ही एक बोली है। वाराणसी को प्रायः ‘मंदिरों का शहर’, ‘भारत की धार्मिक राजधानी’, ‘भगवान शिव की नगरी’, ‘दीपों का शहर’, ‘ज्ञान नगरी’ आदि विशेषणों से संबोधित किया जाता है।
प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन लिखते हैं: “बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।”
वाराणसी जिला मजहब से परे मुझको दिखाई दे।
सुगन्धित इत्र और वाराणसी से मित्र,
बड़े किस्मत वालों को ही मिलते हैं।
चलो लाज्मी था तेरे शहर वाराणसी आना,
कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया।
वाराणसी की गलियों में मैंने अपने जीवन को संवारा हैं,
बड़े दिन से जमे हो तुम वहाँ, क्या हाल तुम्हारा हैं।
हम वाराणसी के वासी हैं,
बदला नहीं लेते, बदल जाते हैं।
वाराणसी:- तोहू के मारब तोरे बापो के…
नही त भाग जा इहा से…
भाई साहब वाराणसी के लोग, परिवार के लिए जान दे सकते है,
पर देहाती रसगुल्ला में हिस्सा बिलकुल नही

दाल भात खा कर दोपहर में मगरमच्छ की तरह सोना,
ये हर वाराणसी के खून में पाया जाता है।
वाराणसी में रहकर अगर बन्दूक के साथ फोटो नहीं खिचाई,
तो बाबा तुम्हारा वाराणसी में रहना व्यर्थ हो गया।
तेरा हाथ थाम कर वाराणसी की राहों पर चलना चाहता हूं?
फिर खुशी मिले या दुख ये मेरा नसीब हैं।
क्या बात करते हो जनाब वाराणसी की पहचान है ये
हो गए मजबूर दाने दाने के लिए,
चार कंधे भी नहीं मिले अर्थी उठाने के लिए,
छोड़ कर आए थे जो वाराणसी को पिछड़ा बोल कर
आज तड़प रहे हैं वाराणसी जिला जाने के लिए।
जहाँ सीधे-सादे लोगो का है डेरा,
खुशहाली से भरा वो वाराणसी मेरा हैं।
वाराणसी, पैसे से जेब हल्की और दिल के लोग बड़े होते है,
गैरों के मुसीबत में भी अपनों की तरह खड़े होते है।
माना शहर में तुम्हारा वो तरक्की वाला मकान है,
मगर वाराणसी गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है।
वाराणसी वाले हर मुसीबत से लड़ जाते है।
जो लोग दिल्ली की दवा से ठीक नही हो पाते है,
वो लोग अक्सर वाराणसी की हवा से ठीक हो जाते है।
दिल खुश हो जाता है वाराणसी के मेले में,
ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में।
जो कल तक टूटा सा था वो जुड़ रहा है,
अब जाकर विकास वाराणसी की ओर मुड़ रहा है।
मेरी शहर सी ज़िंदगी में,
वो एक वाराणसी है।
शांत, स्वच्छ और मासूम।
उतना ही अंतर होता है
जितना धरती और गमले में
उगे हुए पौधे में होता है।
यूँ तो समेट लाए हर चीज़ वाराणसी से मगर,
धागे तुम्हारे नाम के बरगद पे ही रह गए
ये दौड़ता हुआ शहर है जनाब,
चलना हो तो वाराणसी।
दरवाजे से छुपकर देखती है वो रोज मुझे,

ये वाराणसी का इश्क है जनाब, शहर की नौटंकीयां नहीं..!!
बंद कमरों में कहाँ ऐसी सदाएं होंगीं,
ये मेरे वाराणसी की बरगद की हवांए होंगी।
हमारे लिए तो वाराणसी
हमारी ज़िंदगी है साहब।
हसरते बनारस,
बसरते गोरखपुर,
सुरमयी है देवरिया,
और कातिलाना है वाराणसी।
यमराज – मैं तुम्हारी जान लेने आया हूं
मैं – ले जाइए__ उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रहती है
वाराणसी जिला नाम ही काफी हैं।
जिला – वाराणसी उत्तर प्रदेश।
वाराणसी की ताकत से पुरा ब्रह्मांड डोलता हैं,
ये हम नही हमारा इतिहास बोलता हैं।
तीन ही उसूल हैं हमारे जिले के,
आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन।
अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते
लोग हमारी देशभक्ति देख कर ही कह देते है , वाराणसी से आएं है।
मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है।
वाराणसी से हैं हम, ऊँची शान हमारी है।
इ वाराणसी जिला हऽ ऐ बाबू एनकाउंटर भी होई और पोस्टमार्टम भी हो जाई

वाराणसी से हैं..,
तो चर्चे हर जगह होंगे ही..।
वाराणसी वाले हैं ना जनाब,
इसलिए दिल थोड़ा जल्दी लगा लेते हैं,
लेकिन जिस दिन दिमाग लगाएँगें,
उस दिन औकात दिखा देंगे।
#वाराणसी
सच्चे प्यार के लिए कुर्बान हैं वाराणसी,
यारों के लिए यार हैं वाराणसी,
दुश्मनों के लिए तुफान है वाराणसी,
इसलिए तो लोग कहते हैं बाप रे खतरनाक हैं वाराणसी।
इंकलाबी हमीं से हैं,
इंकलाब हम लायेंगे,
किसी भी कीमत पर,
स्वच्छ इसे बनायेंगे।
वाराणसी जिला
अगर हुकूमत दिल्ली का ख्वाब हैं,
तो वाराणसी भी लाजवाब हैं।
अगर गोरखपुर, वाराणसी नवाब हैं,
तो जिला वाराणसी भी सबका बाप हैं।
वो देख वहाँ से शुरू होता हैं वाराणसी
भुल कर भी अकड मत दिखाना बहुत मारते हैं।
कहानी तो छोटे लोगों की लिखी जाती हैं, वाराणसी का तो इतिहास लिखा जाता हैं।
यहां सब मिलता हैं,
सिवाय नफरत के।
my city varanasi.
मगर जीना कर्मभूमि ने सिखाया है।
किसी नशे की लत तो आम बात हैं साहब पर नशा जब किसी जिला का लगे तो समझ लेना वो वाराणसी जिला हैं।
हमें शौक नही दुबई अमेरिका घुमने का
हम तो वाराणसी जिला के दीवाने हैं।
बहुत खुबसूरत हैं मेरे ख्यालो की दुनिया
बस वाराणसी से शुरू और वाराणसी पर ही खत्म।
अब गाँव को नहीं जा पाता हूं ‘राॅयल’
कि मेरी वाराणसी में अब शहर आ गया हैं।
-आदर्श सिंह
एक काम कीजिए, ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
ये चंद लोग जो वाराणसी में सबसे अच्छे हैं,
उन्हीं का हाथ है मुझको बुरा बनाने में।
इस वाराणसी में कौन हमारे आँसू पोंछेगा,
जो मिलता है उसका दामन भीगा लगता है।
तेरे कूचे में जो आया है ग़ुलामों की तरह,
अपनी शहर का सिकंदर भी तो हो सकता हैं।
वाराणसी की गलियों का कुछ इतिहास ही पुराना है
हमसे पूछो हमने इसे बहुत करीब से जाना है
जितनी प्यारी बोली है उतना ही कड़क स्वभाव है
मुस्कुराइए आप वाराणसी में हैं,
यही हमारे स्वागत करने का अंदाज है।
मिलना कभी हमसे, तुम्हे हम अपना वाराणसी।।
#up-65
मै जब भी तुझे देखू, बचपन की यादों में पड़ जाऊ…।
बस तेरे, एक नाम बस के दीदार से, वाराणसी जिला हो जाऊ…।।
#वाराणसी जिला_जहां_मै_विचरता_हूं
अपना हाल अपना मिजाज सब भूल जाते है
इ बनारस है गुरु यहाँ सब ठेठ में ही बतियाते है।
तुम गंगा की अल्हड़ धारा मैं सड़को पे लगता जाम प्रिये,
तुम बाबा विश्वनाथ सी आस्था मैं पत्थर पर पीसता भांग प्रिये।
हमने तेरे सहर की रौनक भी देखी है पर बनारसी ठाट के आगे सब फीका है।
एक प्रेम कहानी पूरी होकर भी अधूरी रह गयी
मैं सुकून सा घाटों पर बैठा रहा वो लहरों सा छूकर चली गयी।
चलो नाराजगी को भूलते है
शाम को मिलो घाटों पर हाथ पकड़ कर घूमते है।
हम अक्सर घाटों पर घूमने जाया करते है
अब हमें उन नजारों से इश्क़ हो गया।
मोहब्बत ढूढने निकले थे जनाब
कुछ लम्हे याद आ गए
वो लम्हे फिर से बिताने हम
अस्सी घाट आ गए।
और सुबह देखनी हो तो देखें बनारस में।
बनारस की कहानी लिखुँ या खुद की
एक मेरा हिस्सा है, दूजा मेरा किस्सा।
खीची चली आती हूँ बनारस की गलियों में
की मेरा इश्क़ भी कुछ पतंग की डोर सा है।
मत पूछ कितनी अहमियत है तेरी,
मेरे बनारस से मन में गंगा सी कीमत है तेरी।
तेरी गंगा सी पाक प्रीत से सुबह मेरी पारस हो गई,
डुबकी जो ली रूह ने सुबह ये जिंदगी बनारस हो गई।
सबके लिए सबका शहर सब कुछ होता है,
बस सबका शहर बनारस नहीं होता है।
वाराणसी में चार बड़े विश्वविद्यालय स्थित हैं: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइयर टिबेटियन स्टडीज़ और संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय। यहां के निवासी मुख्यतः काशिका भोजपुरी बोलते हैं, जो हिन्दी की ही एक बोली है। वाराणसी को प्रायः ‘मंदिरों का शहर’, ‘भारत की धार्मिक राजधानी’, ‘भगवान शिव की नगरी’, ‘दीपों का शहर’, ‘ज्ञान नगरी’ आदि विशेषणों से संबोधित किया जाता है।
प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन लिखते हैं: “बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।”
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
जहाँ गीत – गजलें साथ में सब को सुनाई दे,वाराणसी जिला मजहब से परे मुझको दिखाई दे।
सुगन्धित इत्र और वाराणसी से मित्र,
बड़े किस्मत वालों को ही मिलते हैं।
चलो लाज्मी था तेरे शहर वाराणसी आना,
कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया।
वाराणसी की गलियों में मैंने अपने जीवन को संवारा हैं,
बड़े दिन से जमे हो तुम वहाँ, क्या हाल तुम्हारा हैं।
हम वाराणसी के वासी हैं,
बदला नहीं लेते, बदल जाते हैं।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
दूसरे शहरों में:- तू जानता है मेरा बाप कौन है…?वाराणसी:- तोहू के मारब तोरे बापो के…
नही त भाग जा इहा से…

भाई साहब वाराणसी के लोग, परिवार के लिए जान दे सकते है,
पर देहाती रसगुल्ला में हिस्सा बिलकुल नही


दाल भात खा कर दोपहर में मगरमच्छ की तरह सोना,
ये हर वाराणसी के खून में पाया जाता है।
वाराणसी में रहकर अगर बन्दूक के साथ फोटो नहीं खिचाई,
तो बाबा तुम्हारा वाराणसी में रहना व्यर्थ हो गया।
तेरा हाथ थाम कर वाराणसी की राहों पर चलना चाहता हूं?
फिर खुशी मिले या दुख ये मेरा नसीब हैं।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
ज़िक्र ए चाय हो….और लब खामोश रहें??क्या बात करते हो जनाब वाराणसी की पहचान है ये

हो गए मजबूर दाने दाने के लिए,
चार कंधे भी नहीं मिले अर्थी उठाने के लिए,
छोड़ कर आए थे जो वाराणसी को पिछड़ा बोल कर
आज तड़प रहे हैं वाराणसी जिला जाने के लिए।
जहाँ सीधे-सादे लोगो का है डेरा,
खुशहाली से भरा वो वाराणसी मेरा हैं।
वाराणसी, पैसे से जेब हल्की और दिल के लोग बड़े होते है,
गैरों के मुसीबत में भी अपनों की तरह खड़े होते है।
माना शहर में तुम्हारा वो तरक्की वाला मकान है,
मगर वाराणसी गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
खुदा से ही इतनी ताकत पाते है,वाराणसी वाले हर मुसीबत से लड़ जाते है।
जो लोग दिल्ली की दवा से ठीक नही हो पाते है,
वो लोग अक्सर वाराणसी की हवा से ठीक हो जाते है।
दिल खुश हो जाता है वाराणसी के मेले में,
ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में।
जो कल तक टूटा सा था वो जुड़ रहा है,
अब जाकर विकास वाराणसी की ओर मुड़ रहा है।
मेरी शहर सी ज़िंदगी में,
वो एक वाराणसी है।
शांत, स्वच्छ और मासूम।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
वाराणसी और शहर के लोगों मेंउतना ही अंतर होता है
जितना धरती और गमले में
उगे हुए पौधे में होता है।
यूँ तो समेट लाए हर चीज़ वाराणसी से मगर,
धागे तुम्हारे नाम के बरगद पे ही रह गए

ये दौड़ता हुआ शहर है जनाब,
चलना हो तो वाराणसी।
दरवाजे से छुपकर देखती है वो रोज मुझे,


ये वाराणसी का इश्क है जनाब, शहर की नौटंकीयां नहीं..!!
बंद कमरों में कहाँ ऐसी सदाएं होंगीं,
ये मेरे वाराणसी की बरगद की हवांए होंगी।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
दिल्ली की दवा और वाराणसी के की हवा बराबर होती है।हमारे लिए तो वाराणसी
हमारी ज़िंदगी है साहब।
हसरते बनारस,
बसरते गोरखपुर,
सुरमयी है देवरिया,
और कातिलाना है वाराणसी।
यमराज – मैं तुम्हारी जान लेने आया हूं

मैं – ले जाइए__ उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रहती है

वाराणसी जिला नाम ही काफी हैं।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
वीरों का बस्ती जवानों का देश,जिला – वाराणसी उत्तर प्रदेश।
वाराणसी की ताकत से पुरा ब्रह्मांड डोलता हैं,
ये हम नही हमारा इतिहास बोलता हैं।
तीन ही उसूल हैं हमारे जिले के,
आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन।
अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते
लोग हमारी देशभक्ति देख कर ही कह देते है , वाराणसी से आएं है।
मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है।
वाराणसी से हैं हम, ऊँची शान हमारी है।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
जरूरी नइखे कि आज जेल होई काल्ह बेल होईइ वाराणसी जिला हऽ ऐ बाबू एनकाउंटर भी होई और पोस्टमार्टम भी हो जाई


वाराणसी से हैं..,
तो चर्चे हर जगह होंगे ही..।
वाराणसी वाले हैं ना जनाब,
इसलिए दिल थोड़ा जल्दी लगा लेते हैं,
लेकिन जिस दिन दिमाग लगाएँगें,
उस दिन औकात दिखा देंगे।
#वाराणसी
सच्चे प्यार के लिए कुर्बान हैं वाराणसी,
यारों के लिए यार हैं वाराणसी,
दुश्मनों के लिए तुफान है वाराणसी,
इसलिए तो लोग कहते हैं बाप रे खतरनाक हैं वाराणसी।
इंकलाबी हमीं से हैं,
इंकलाब हम लायेंगे,
किसी भी कीमत पर,
स्वच्छ इसे बनायेंगे।
वाराणसी जिला
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
डर मत पगली वाराणसी के हैं हम।अगर हुकूमत दिल्ली का ख्वाब हैं,
तो वाराणसी भी लाजवाब हैं।
अगर गोरखपुर, वाराणसी नवाब हैं,
तो जिला वाराणसी भी सबका बाप हैं।
वो देख वहाँ से शुरू होता हैं वाराणसी
भुल कर भी अकड मत दिखाना बहुत मारते हैं।
कहानी तो छोटे लोगों की लिखी जाती हैं, वाराणसी का तो इतिहास लिखा जाता हैं।
यहां सब मिलता हैं,
सिवाय नफरत के।
my city varanasi.
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
जन्मभूमि ने भले ही ज़िन्दगी दी है,मगर जीना कर्मभूमि ने सिखाया है।
किसी नशे की लत तो आम बात हैं साहब पर नशा जब किसी जिला का लगे तो समझ लेना वो वाराणसी जिला हैं।
हमें शौक नही दुबई अमेरिका घुमने का
हम तो वाराणसी जिला के दीवाने हैं।
बहुत खुबसूरत हैं मेरे ख्यालो की दुनिया
बस वाराणसी से शुरू और वाराणसी पर ही खत्म।
अब गाँव को नहीं जा पाता हूं ‘राॅयल’
कि मेरी वाराणसी में अब शहर आ गया हैं।
-आदर्श सिंह
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
कहाँ ढूंढेंगे इस वाराणसी मेरे कातिल को,एक काम कीजिए, ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
ये चंद लोग जो वाराणसी में सबसे अच्छे हैं,
उन्हीं का हाथ है मुझको बुरा बनाने में।
इस वाराणसी में कौन हमारे आँसू पोंछेगा,
जो मिलता है उसका दामन भीगा लगता है।
तेरे कूचे में जो आया है ग़ुलामों की तरह,
अपनी शहर का सिकंदर भी तो हो सकता हैं।
वाराणसी की गलियों का कुछ इतिहास ही पुराना है
हमसे पूछो हमने इसे बहुत करीब से जाना है
जितनी प्यारी बोली है उतना ही कड़क स्वभाव है
मुस्कुराइए आप वाराणसी में हैं,
यही हमारे स्वागत करने का अंदाज है।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
धीरे धीरे हम तुम्हे अपनी मोहब्बत दिखाएंगे।मिलना कभी हमसे, तुम्हे हम अपना वाराणसी।।
#up-65
मै जब भी तुझे देखू, बचपन की यादों में पड़ जाऊ…।
बस तेरे, एक नाम बस के दीदार से, वाराणसी जिला हो जाऊ…।।


अपना हाल अपना मिजाज सब भूल जाते है
इ बनारस है गुरु यहाँ सब ठेठ में ही बतियाते है।
तुम गंगा की अल्हड़ धारा मैं सड़को पे लगता जाम प्रिये,
तुम बाबा विश्वनाथ सी आस्था मैं पत्थर पर पीसता भांग प्रिये।
हमने तेरे सहर की रौनक भी देखी है पर बनारसी ठाट के आगे सब फीका है।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
काशी तेरी नगरी तू ही सबका नाथ, जय भोलेनाथ जय-जय भोलेनाथ।एक प्रेम कहानी पूरी होकर भी अधूरी रह गयी
मैं सुकून सा घाटों पर बैठा रहा वो लहरों सा छूकर चली गयी।
चलो नाराजगी को भूलते है
शाम को मिलो घाटों पर हाथ पकड़ कर घूमते है।
हम अक्सर घाटों पर घूमने जाया करते है
अब हमें उन नजारों से इश्क़ हो गया।
मोहब्बत ढूढने निकले थे जनाब
कुछ लम्हे याद आ गए
वो लम्हे फिर से बिताने हम
अस्सी घाट आ गए।
u.p 65 वाराणसी जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on varanasi district in hindi :-
प्रेम देखना हो तो देखें सारस में,और सुबह देखनी हो तो देखें बनारस में।
बनारस की कहानी लिखुँ या खुद की
एक मेरा हिस्सा है, दूजा मेरा किस्सा।
खीची चली आती हूँ बनारस की गलियों में
की मेरा इश्क़ भी कुछ पतंग की डोर सा है।
मत पूछ कितनी अहमियत है तेरी,
मेरे बनारस से मन में गंगा सी कीमत है तेरी।
तेरी गंगा सी पाक प्रीत से सुबह मेरी पारस हो गई,
डुबकी जो ली रूह ने सुबह ये जिंदगी बनारस हो गई।
सबके लिए सबका शहर सब कुछ होता है,
बस सबका शहर बनारस नहीं होता है।