दरभंगा बागमती नदी के किनारे बसा हुआ है। यह ज़िले एवं प्रमंडल का मुख्यालय है। दरभंगा प्रमंडल के अंतर्गत तीन जिले दरभंगा, मधुबनी, एवं समस्तीपुर आते हैं। दरभंगा के उत्तर में मधुबनी, दक्षिण में समस्तीपुर, पूर्व में सहरसा एवं पश्चिम में मुजफ्फरपुर तथा सीतामढ़ी जिला है। दरभंगा शहर के बहुविध एवं आधुनिक स्वरुप का विकास सोलहवीं सदी में मुग़ल व्यापारियों तथा ओईनवार शासकों द्वारा विकसित किया गया। दरभंगा 16वीं सदी में स्थापित दरभंगा राज की राजधानी था। अपनी प्राचीन संस्कृति और बौद्धिक परंपरा के लिये यह शहर विख्यात रहा है। इसके अलावा यह जिला आम और मखाना के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
बेशक मुस्कुराइए की आप दरभंगा में हैं।
दरभंगा अब बड़ा शहर हो गया हैं,
यहाँ का तहजीब और अदब खो गया हैं।
बड़ी मुश्किल से आते हैं समझ में दरभंगा वाले
दिलों में फ़ासले लब पर मगर आदाब रहता है
बड़े तहजीब से उस दरभंगा की
लड़की ने मेरा दिल तोड़ा था,
उसे भी यकीन नहीं हुआ
जब मैंने उसे छोड़ा था।
पूरी दुनिया में मशहूर हैं,
दरभंगा के जवाब और सवाल।
दो शहर थे ये अपने दोनों तबाह निकले।
नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता
पुराने वक़्तों का फिर से मैं दरभंगा हो जाऊँ
अरे मियां होगी दिल्ली दिल वालों की,
हमारे ‘दरभंगा’ में इश्क़ की तालीम दी जाती है।
अधूरा किस्सा लिख कर पन्ने मोड़ आया हूँ।
खुद का एक टुकड़ा दरभंगा जिला छोड़ आया हूँ।
हम दरभंगा के है जनाब,
तहज़ीब के साथ साथ नवाबी भी जानते हैं।
हमसे पूछो हमने इसे बहुत करीब से जाना है
जितनी प्यारी बोली है उतना ही कड़क स्वभाव है
मुस्कुराइए आप दरभंगा में हैं,
यही हमारे स्वागत करने का अंदाज है।
धीरे धीरे हम तुम्हे अपनी मोहब्बत दिखाएंगे।
मिलना कभी हमसे, तुम्हे हम अपना दरभंगा जिला घुमाएंगे।।
#br-07
मै जब भी तुझे देखू, बचपन की यादों में पड़ जाऊ…।
बस तेरे, एक नाम बस के दीदार से, दरभंगा जिला हो जाऊ…।।
#दरभंगा_जिला_जहां_मै_विचरता_हूं
अब गाँव को नहीं जा पाता हूं ‘राॅयल’
कि मेरे दरभंगा में अब शहर आ गया हैं।
– अमन सिंह
कहाँ ढूंढेंगे इस दरभंगा में मेरे कातिल को,
एक काम कीजिए, ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
उन्हीं का हाथ है मुझको बुरा बनाने में।
इस दरभंगा में कौन हमारे आँसू पोंछेगा,
जो मिलता है उसका दामन भीगा लगता है।
तेरे कूचे में जो आया है ग़ुलामों की तरह,
अपनी शहर का सिकंदर भी तो हो सकता हैं।
कहानी तो छोटे लोगों की लिखी जाती हैं,
दरभंगा वालों का तो इतिहास लिखा जाता हैं।
यहां सब मिलता हैं,
सिवाय नफरत के।
my city darbhanga.
मगर जीना कर्मभूमि ने सिखाया है।
किसी नशे की लत तो आम बात हैं साहब पर नशा जब किसी जिला का लगे तो समझ लेना वो दरभंगा जिला हैं।
हमें शौक नही दुबई अमेरिका घुमने का
हम तो दरभंगा जिला के दीवाने हैं।
बहुत खुबसूरत हैं मेरे ख्यालो की दुनिया
बस दरभंगा से शुरू और दरभंगा पर ही खत्म।
जरूरी नइखे कि आज जेल होई काल्ह बेल होई
इ दरभंगा जिला हऽ ऐ बाबू एनकाउंटर भी होई और पोस्टमार्टम भी हो जाई

दरभंगा से हैं..,
तो चर्चे हर जगह होंगे ही..।
दरभंगा वाले हैं ना जनाब,
इसलिए दिल थोड़ा जल्दी लगा लेते हैं,
लेकिन जिस दिन दिमाग लगाएँगें,
उस दिन औकात दिखा देंगे।
#दरभंगा जिला
सच्चे प्यार के लिए कुर्बान हैं दरभंगा,
यारों के लिए यार हैं दरभंगा,
दुश्मनों के लिए तुफान हैं दरभंगा,
इसलिए तो लोग कहते हैं बाप रे खतरनाक हैं दरभंगा।
इंकलाबी हमीं से हैं,
इंकलाब हम लायेंगे,
किसी भी कीमत पर,
स्वच्छ इसे बनायेंगे।
दरभंगा जिला
अगर हुकूमत दिल्ली का ख्वाब हैं,
तो पटना भी लाजवाब हैं।
अगर वैशाली, छपरा नवाब हैं,
तो जिला दरभंगा भी सबका बाप हैं।
वो देख वहाँ से शुरू होता हैं दरभंगा जिला
भुल कर भी अकड मत दिखाना बहुत मारते हैं।
हसरते बनारस,
बसरते गोरखपुर,
सुरमयी है देवरिया,
और कातिलाना हैं दरभंगा।
यमराज – मैं तुम्हारी जान लेने आया हूं
मैं – ले जाइए__ बिहार के दरभंगा जिला में रहती है
दरभंगा जिला की ताकत से पुरा ब्रह्मांड डोलता हैं,
ये हम नही हमारा इतिहास बोलता हैं।
तीन ही उसूल हैं हमारे जिले के,
आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन।
अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते
लोग हमारी देशभक्ति देख कर ही कह देते है , दरभंगा जिला से आएं है।
मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है।
दरभंगा से हैं हम, ऊँची शान हमारी है।
फिर खुशी मिले या दुख ये मेरा नसीब हैं।
ज़िक्र ए चाय हो….और लब खामोश रहें??
क्या बात करते हो जनाब
दरभंगा की पहचान है ये
हो गए मजबूर दाने दाने के लिए,
चार कंधे भी नहीं मिले अर्थी उठाने के लिए,
छोड़ कर आए थे जो दरभंगा को पिछड़ा बोल कर
आज तड़प रहे हैं दरभंगा जिला जाने के लिए।
जहाँ सीधे-सादे लोगो का है डेरा,
खुशहाली से भरा वो दरभंगा मेरा हैं।
दरभंगा में, पैसे से जेब हल्की और दिल के लोग बड़े होते है,
गैरों के मुसीबत में भी अपनों की तरह खड़े होते है।
मगर दरभंगा में गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है।
खुदा से ही इतनी ताकत पाते है,
दरभंगा वाले हर मुसीबत से लड़ जाते है।
जो लोग दिल्ली की दवा से ठीक नही हो पाते है,
वो लोग अक्सर दरभंगा की हवा से ठीक हो जाते है।
दिल खुश हो जाता है दरभंगा के मेले में,
ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में।
जो कल तक टूटा सा था वो जुड़ रहा है,
अब जाकर विकास दरभंगा की ओर मुड़ रहा है।
वो एक दरभंगा सी है।
शांत, स्वच्छ और मासूम।
दरभंगा और शहर के लोगों में
उतना ही अंतर होता है
जितना धरती और गमले में
उगे हुए पौधे में होता है।
यूँ तो समेट लाए हर चीज़ दरभंगा से मगर,
धागे तुम्हारे नाम के बरगद पे ही रह गए
ये दौड़ता हुआ शहर है जनाब,
चलना हो तो दरभंगा आओ कभी।
दरवाजे से छुपकर देखती है वो रोज मुझे,

ये दरभंगा जिला का इश्क है जनाब, शहर की नौटंकीयां नहीं..!!
ये मेरे दरभंगा जिला के बरगद की हवांए होंगी।
दिल्ली की दवा और दरभंगा की हवा बराबर होती है।
हमारे लिए तो दरभंगा
हमारी ज़िंदगी है साहब।
जहाँ गीत – गजलें साथ में सब को सुनाई दे,
दरभंगा जिला मजहब से परे मुझको दिखाई दे।
सुगन्धित इत्र और दरभंगा जिला से मित्र,
बड़े किस्मत वालों को ही मिलते हैं।
कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया।
दरभंगा की गलियों में मैंने अपने जीवन को संवारा हैं,
बड़े दिन से जमे हो तुम वहाँ, क्या हाल तुम्हारा हैं।
हम दरभंगा के वासी हैं,
बदला नहीं लेते, बदल जाते हैं।
दूसरे शहरों में:- तू जानता है मेरा बाप कौन है…?
दरभंगा में:- तोहू के मारब तोरे बापो के…
नही त भाग जा इहा से…
भाई साहब दरभंगा के लोग, परिवार के लिए जान दे सकते है,
पर देहाती रसगुल्ला में हिस्सा बिलकुल नही

ये हर दरभंगा जिला वालों के खून में पाया जाता है।
दरभंगा जिला में रहकर अगर बन्दूक के साथ फोटो नहीं खिचाई,
तो बाबा तुम्हारा दरभंगा में रहना व्यर्थ हो गया।
ये प्यार व्यार सब धोखा है,
आओ खाते लिट्टी चोखा है।
तुम हम, डाकबंगला का चौराहा
और दो प्लेट लिट्टी-चोखा।
इजहार ए मोहब्बत का हुनर भी सिखाएंगे तुम्हें,
आओ कभी दरभंगा लिट्टी चोखा का स्वाद भी चखाएंगे तुम्हें।
अभी मेरे पास लिट्टी हैं, चोखा हैं, चटनी हैं,
मुरई हैं, मिर्चा हैं , तुम्हारे पास क्या हैं ???
वादा हैं इस बार तुम्हें लिट्टी-चोखा जरूर खिलाऐगे।
कुछ अलग ही सुकून मिलता है,
दरभंगा की मिट्टी में..
और जनाब कुछ अलग ही स्वाद है
यहां की चोखा और लिट्टी में।
तारीफ़ करूँ तो भक्त कहलाऊँ, न करूँ तो चमचा
अपना अपना मफ़लर सबका, अपना अपना गमछा।
एक ही गमछा है पास मेरे
दिन भर पहनता हूँ, रात को ओढ़ता हूँ।
मैं अपनी जिंदगी में तुमसे कुछ ज्यादा नहीं चाहता हूँ…
तुम्हारी साड़ी में अपना गमछा बाँध के सत्य नारायण की कथा सुनना चाहता हूँ।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
अगर आप तहज़ीब और नज़ाकत से इत्तेफ़ाक़ रखते हैं,बेशक मुस्कुराइए की आप दरभंगा में हैं।
दरभंगा अब बड़ा शहर हो गया हैं,
यहाँ का तहजीब और अदब खो गया हैं।
बड़ी मुश्किल से आते हैं समझ में दरभंगा वाले
दिलों में फ़ासले लब पर मगर आदाब रहता है
बड़े तहजीब से उस दरभंगा की
लड़की ने मेरा दिल तोड़ा था,
उसे भी यकीन नहीं हुआ
जब मैंने उसे छोड़ा था।
पूरी दुनिया में मशहूर हैं,
दरभंगा के जवाब और सवाल।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
पटना छुटी थी पहले अब दरभंगा भी छोड़ेंदो शहर थे ये अपने दोनों तबाह निकले।
नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता
पुराने वक़्तों का फिर से मैं दरभंगा हो जाऊँ
अरे मियां होगी दिल्ली दिल वालों की,
हमारे ‘दरभंगा’ में इश्क़ की तालीम दी जाती है।
अधूरा किस्सा लिख कर पन्ने मोड़ आया हूँ।
खुद का एक टुकड़ा दरभंगा जिला छोड़ आया हूँ।
हम दरभंगा के है जनाब,
तहज़ीब के साथ साथ नवाबी भी जानते हैं।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
दरभंगा की गलियों का कुछ इतिहास ही पुराना हैहमसे पूछो हमने इसे बहुत करीब से जाना है
जितनी प्यारी बोली है उतना ही कड़क स्वभाव है
मुस्कुराइए आप दरभंगा में हैं,
यही हमारे स्वागत करने का अंदाज है।
धीरे धीरे हम तुम्हे अपनी मोहब्बत दिखाएंगे।
मिलना कभी हमसे, तुम्हे हम अपना दरभंगा जिला घुमाएंगे।।
#br-07
मै जब भी तुझे देखू, बचपन की यादों में पड़ जाऊ…।
बस तेरे, एक नाम बस के दीदार से, दरभंगा जिला हो जाऊ…।।


अब गाँव को नहीं जा पाता हूं ‘राॅयल’
कि मेरे दरभंगा में अब शहर आ गया हैं।
– अमन सिंह
कहाँ ढूंढेंगे इस दरभंगा में मेरे कातिल को,
एक काम कीजिए, ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
ये चंद लोग जो दरभंगा में सबसे अच्छे हैं,उन्हीं का हाथ है मुझको बुरा बनाने में।
इस दरभंगा में कौन हमारे आँसू पोंछेगा,
जो मिलता है उसका दामन भीगा लगता है।
तेरे कूचे में जो आया है ग़ुलामों की तरह,
अपनी शहर का सिकंदर भी तो हो सकता हैं।
कहानी तो छोटे लोगों की लिखी जाती हैं,
दरभंगा वालों का तो इतिहास लिखा जाता हैं।
यहां सब मिलता हैं,
सिवाय नफरत के।
my city darbhanga.
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
जन्मभूमि ने भले ही ज़िन्दगी दी है,मगर जीना कर्मभूमि ने सिखाया है।
किसी नशे की लत तो आम बात हैं साहब पर नशा जब किसी जिला का लगे तो समझ लेना वो दरभंगा जिला हैं।
हमें शौक नही दुबई अमेरिका घुमने का
हम तो दरभंगा जिला के दीवाने हैं।
बहुत खुबसूरत हैं मेरे ख्यालो की दुनिया
बस दरभंगा से शुरू और दरभंगा पर ही खत्म।
जरूरी नइखे कि आज जेल होई काल्ह बेल होई
इ दरभंगा जिला हऽ ऐ बाबू एनकाउंटर भी होई और पोस्टमार्टम भी हो जाई


br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
दरभंगा जिला के हई घर में घुस के मार देब।दरभंगा से हैं..,
तो चर्चे हर जगह होंगे ही..।
दरभंगा वाले हैं ना जनाब,
इसलिए दिल थोड़ा जल्दी लगा लेते हैं,
लेकिन जिस दिन दिमाग लगाएँगें,
उस दिन औकात दिखा देंगे।
#दरभंगा जिला
सच्चे प्यार के लिए कुर्बान हैं दरभंगा,
यारों के लिए यार हैं दरभंगा,
दुश्मनों के लिए तुफान हैं दरभंगा,
इसलिए तो लोग कहते हैं बाप रे खतरनाक हैं दरभंगा।
इंकलाबी हमीं से हैं,
इंकलाब हम लायेंगे,
किसी भी कीमत पर,
स्वच्छ इसे बनायेंगे।
दरभंगा जिला
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
डर मत पगली दरभंगा के हैं हम।अगर हुकूमत दिल्ली का ख्वाब हैं,
तो पटना भी लाजवाब हैं।
अगर वैशाली, छपरा नवाब हैं,
तो जिला दरभंगा भी सबका बाप हैं।
वो देख वहाँ से शुरू होता हैं दरभंगा जिला
भुल कर भी अकड मत दिखाना बहुत मारते हैं।
हसरते बनारस,
बसरते गोरखपुर,
सुरमयी है देवरिया,
और कातिलाना हैं दरभंगा।
यमराज – मैं तुम्हारी जान लेने आया हूं

मैं – ले जाइए__ बिहार के दरभंगा जिला में रहती है

br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
दरभंगा जिला नाम ही काफी हैं।दरभंगा जिला की ताकत से पुरा ब्रह्मांड डोलता हैं,
ये हम नही हमारा इतिहास बोलता हैं।
तीन ही उसूल हैं हमारे जिले के,
आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन।
अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते
लोग हमारी देशभक्ति देख कर ही कह देते है , दरभंगा जिला से आएं है।
मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है।
दरभंगा से हैं हम, ऊँची शान हमारी है।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
तेरा हाथ थाम कर दरभंगा की राहों पर चलना चाहता हूं?फिर खुशी मिले या दुख ये मेरा नसीब हैं।
ज़िक्र ए चाय हो….और लब खामोश रहें??
क्या बात करते हो जनाब


हो गए मजबूर दाने दाने के लिए,
चार कंधे भी नहीं मिले अर्थी उठाने के लिए,
छोड़ कर आए थे जो दरभंगा को पिछड़ा बोल कर
आज तड़प रहे हैं दरभंगा जिला जाने के लिए।
जहाँ सीधे-सादे लोगो का है डेरा,
खुशहाली से भरा वो दरभंगा मेरा हैं।
दरभंगा में, पैसे से जेब हल्की और दिल के लोग बड़े होते है,
गैरों के मुसीबत में भी अपनों की तरह खड़े होते है।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
माना शहर में तुम्हारा वो तरक्की वाला मकान है,मगर दरभंगा में गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है।
खुदा से ही इतनी ताकत पाते है,
दरभंगा वाले हर मुसीबत से लड़ जाते है।
जो लोग दिल्ली की दवा से ठीक नही हो पाते है,
वो लोग अक्सर दरभंगा की हवा से ठीक हो जाते है।
दिल खुश हो जाता है दरभंगा के मेले में,
ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में।
जो कल तक टूटा सा था वो जुड़ रहा है,
अब जाकर विकास दरभंगा की ओर मुड़ रहा है।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
मेरी शहर सी ज़िंदगी में,वो एक दरभंगा सी है।
शांत, स्वच्छ और मासूम।
दरभंगा और शहर के लोगों में
उतना ही अंतर होता है
जितना धरती और गमले में
उगे हुए पौधे में होता है।
यूँ तो समेट लाए हर चीज़ दरभंगा से मगर,
धागे तुम्हारे नाम के बरगद पे ही रह गए

ये दौड़ता हुआ शहर है जनाब,
चलना हो तो दरभंगा आओ कभी।
दरवाजे से छुपकर देखती है वो रोज मुझे,


ये दरभंगा जिला का इश्क है जनाब, शहर की नौटंकीयां नहीं..!!
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
बंद कमरों में कहाँ ऐसी सदाएं होंगीं,ये मेरे दरभंगा जिला के बरगद की हवांए होंगी।
दिल्ली की दवा और दरभंगा की हवा बराबर होती है।
हमारे लिए तो दरभंगा
हमारी ज़िंदगी है साहब।
जहाँ गीत – गजलें साथ में सब को सुनाई दे,
दरभंगा जिला मजहब से परे मुझको दिखाई दे।
सुगन्धित इत्र और दरभंगा जिला से मित्र,
बड़े किस्मत वालों को ही मिलते हैं।
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
चलो लाज्मी था तेरे शहर दरभंगा आना,कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया।
दरभंगा की गलियों में मैंने अपने जीवन को संवारा हैं,
बड़े दिन से जमे हो तुम वहाँ, क्या हाल तुम्हारा हैं।
हम दरभंगा के वासी हैं,
बदला नहीं लेते, बदल जाते हैं।
दूसरे शहरों में:- तू जानता है मेरा बाप कौन है…?
दरभंगा में:- तोहू के मारब तोरे बापो के…
नही त भाग जा इहा से…

भाई साहब दरभंगा के लोग, परिवार के लिए जान दे सकते है,
पर देहाती रसगुल्ला में हिस्सा बिलकुल नही


br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
दाल भात खा कर दोपहर में मगरमच्छ की तरह सोना,ये हर दरभंगा जिला वालों के खून में पाया जाता है।
दरभंगा जिला में रहकर अगर बन्दूक के साथ फोटो नहीं खिचाई,
तो बाबा तुम्हारा दरभंगा में रहना व्यर्थ हो गया।
ये प्यार व्यार सब धोखा है,
आओ खाते लिट्टी चोखा है।
तुम हम, डाकबंगला का चौराहा
और दो प्लेट लिट्टी-चोखा।
इजहार ए मोहब्बत का हुनर भी सिखाएंगे तुम्हें,
आओ कभी दरभंगा लिट्टी चोखा का स्वाद भी चखाएंगे तुम्हें।
अभी मेरे पास लिट्टी हैं, चोखा हैं, चटनी हैं,
मुरई हैं, मिर्चा हैं , तुम्हारे पास क्या हैं ???
br – 07 दरभंगा जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on darbhanga district in hindi :-
तुम एक बार दरभंगा के गलियों मे दिखने का वादा तो करो,वादा हैं इस बार तुम्हें लिट्टी-चोखा जरूर खिलाऐगे।
कुछ अलग ही सुकून मिलता है,
दरभंगा की मिट्टी में..
और जनाब कुछ अलग ही स्वाद है
यहां की चोखा और लिट्टी में।
तारीफ़ करूँ तो भक्त कहलाऊँ, न करूँ तो चमचा
अपना अपना मफ़लर सबका, अपना अपना गमछा।
एक ही गमछा है पास मेरे
दिन भर पहनता हूँ, रात को ओढ़ता हूँ।
मैं अपनी जिंदगी में तुमसे कुछ ज्यादा नहीं चाहता हूँ…
तुम्हारी साड़ी में अपना गमछा बाँध के सत्य नारायण की कथा सुनना चाहता हूँ।