Pool Sirat – पुल सिरात से सबको गुजरना है

Pool Sirat – पुल सिरात से सबको गुजरना है

सारे संसार को बनाने वाला एक है​

आप अपने घर की हर चीज पर नजर डालें। मोबाइल, कंप्यूटर, बर्तन, बेड, पेन, कॉपी, कपड़े, बैग वग़ैरह। इन सभी चीजों को बनाने वाला कोई न कोई है। ये चीजें अपने आप नहीं बनी हैं। तो फिर क्या इतनी विशाल ज़मीन, आसमान, सूरज चाँद, पहाड़, ग्रह, पानी, हवा, इंसान, जानवर, पक्षी का बनाने वाला कोई नहीं है ?

पृथ्वी, सूरज, चांद सभी नक्षत्र ग्रह एक निश्चित गति से एक निश्चित पथ पर गतिमान है. इनके गति और पथ मार्ग में कोई परिवर्तन नहीं होता. इनको एक निश्चित गति से एक निश्चित पथ पर घूमने के लिए किसने फिक्स किया? क्या यह अपने आप चल रहे हैं? बिल्कुल नहीं इतनी बड़ी टेक्नोलॉजी से इतने बड़े बड़े ग्रहों का निर्माण करने वाला और उनको मैनेज करने वाला कोई ना कोई तो होगा, बेशक वह अल्लाह है. इसमें कोई शक नहीं है.


हम सब को भी अल्लाह ने ही पैदा किया है। इसलिए अल्लाह सबसे बड़ा है. उसके जैसा कोई नहीं. हम सब उसी की संतान हैं. इसलिए पूजा, प्रार्थना, इबादत रचनाकार का होना चाहिए. रची हुई चीजों का नहीं. इसलिए सिर्फ और सिर्फ अल्लाह ही इबादत के लायक है जो सारे जहां का रचयिता और पालनहार है. हम जो भी हैं, हम जैसे भी हैं इसमें हमारा कोई योगदान नहीं. अल्लाह ने हमें जैसा चाहा वैसा बनाया. इसलिए अल्लाह ही तारीफ के लायक है हम नहीं. सारी तारीफें अल्लाह के लिए ही है हैं.

इंसान को क्यों पैदा किया गया​

अल्लाह ताला ने अपनी इबादत के लिए जमीन पर दो मखलूक पैदा किया. एक जिन्नात जिसे आग से बनाया, दूसरा इंसान जिसे मिट्टी से बनाया.

अल्लाह ने इंसान और जिन्नात को अपनी इबादत के लिए पैदा किया है. और इबादत का बेहतरीन बदला देने के लिए जन्नत बनाया. जो भी इंसान या जिन्नात अल्लाह के मुताबिक जिंदगी जी कर जाएगा उसके लिए जन्नत है और जो अल्लाह की मर्जी के खिलाफ जिंदगी जिएगा, मरने के बाद उसको जहन्नम में फेंक दिया जाएगा.

अल्लाहताला ने हर इंसान पर ये पांच बातें फर्ज की है-
  • ज़ुबान और दिल से ये मानना कि अल्लाह एक है उसके सिवा कोई इबादत के लायक नहीं है
  • पांच वक्त की नमाज क़ायम करना
  • रमजान के महीने में रोजे रखना
  • अगर मालदार है जकात देना
  • अगर मालदार है तो हज करना

नबूवत कासिलसिला​

जिंदगी किस तरह से जीना है यह बताने के अल्लाह ने लिए दुनियाके हर कोने मेंअपने नबी भेजें. ऐसी कोई जगह नहीं है जहां अल्लाहके पैगंबर न पहुंचे हो. अल्लाहने कुल 1,24,000 नबियों कोभेजा. हर नबी नेअल्लाह के पैगाम कोलोगों तक पहुंचाया.

कुरान नाजिल किया गया

अल्लाह ताला ने अपने आखरी नबी मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम पर कुरान नाजिल किया. कुरानमें बताया गया है कि एकइंसान को कैसे जिंदगीजीनी है जिससे किमरने के बाद उसेजन्नत नसीब हो. इसमें यहभी बता दिया गया है कि कैसेजिंदगी जीने पर मरने केबाद हमेशा के लिए जहन्नममें डाल दिया जाएगा.

कुरानपाक में दुनिया की जिंदगी औरआखिरत की जिंदगी कोखोल खोल कर बयान करदिया गया है. इसके बावजूद भी हम इंसानआखिरत को भूल कर दुनिया मेंमशगूल हो गए हैं.एक न एक दिनहमें मरना है. मौत किसी भी उम्र में, किसी भी बहाने, किसीभी जगह पर हो सकतीहै. मरने के बाद हमाराहै हिसाब किताब भी होगा. यहबात हम सब जानतेहैं; लेकिनजानने के बावजूद भी गुमराहीकी जिंदगी जी रहे हैं.


इंसानी जिंदगी एक इम्तिहान है​

इंसानीजिंदगी एक इम्तिहान है.इस इम्तिहान में क्या करना है और क्यानहीं करना है, सब कुछ बतादिया गया है और इसइम्तहान का रिजल्ट भीबता दिया गया है. बता दिया गया है कि क्याकरने पर जन्नत मिलेगाऔर क्या करने पर जहन्नम मिलेगा.

इंसान के हर कर्म का बदला उसे मिलेगा​

कयामतके दिन हमारे हर कर्म काबदला दिया जाएगा. अल्लाह ताला फरमातेहैं कि हश्रके मैदान में पूरा पूरा इंसाफ किया जाएगा. हर छोटे बड़े नेकी काबदला दिया जाएगा. इसीतरह हर छोटे-बड़ेगुनाह का भी बदलादिया जाएगा. नेकी और गुनाह को इंसाफ के तराजू में तोला जाएगा. अगर नेकी का पल्ला भारी होगा तो वह बंदा जन्नत में जाएगा. यदि गुनाह का पल्ला भारी होगा वह बंदा जहन्नम में जाएगा. अपने गुनाहों की सजा हरशख्स को भुगतना है.दुनिया में किस ने क्या कियाइसका पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग इंसान के सामने खोलके रख दिया जाएगा. कोई इंकार नहीं कर पाएगा किउसने यह काम नहींकिया.

जिसकाआमाल अच्छा होगा उसका रिजल्ट कार्ड उसके दाहिने हाथ में दिया जाएगा और जिसका आमालबुरा होगा उसका रिजल्ट कार्ड बाएं हाथ में दिया जाएगा .

पुल सिरात क्या है ?

पुल सिरात जहन्नम के पुस्त पर बना हुआ एक पुल है. यह बाल से भी बारीक और तलवार की धार से भी तेज है.

हिसाब – किताब के बाद हर शख्स को पुल सिरात पर से गुजरना होगा. हर शख्स अपने आमाल के मुताबिक इस पर से गुजरेगा.

अच्छे आमाल वाले अल्लाह के रहमों करम से तेजी से गुजर जाएंगे और बुरे आमाल वाले कट-कट कर नीचे जहन्नम की आग में गिरते चले जाएंगे.

कुरान पाक के सूरा नंबर 64 आयत नंबर 10 में अल्लाह ताला फरमाते हैं “और जिन लोगों ने कुफ्र किया और हमारी आयतों को झूठलाया वही सब जहन्नमी हैं जो जहन्नम में हमेशा रहेंगे, वह बहुत बुरा ठिकाना है”.

माचिस के तीली से भी जल जाने पर इंसान छटपटाने लगता है। जबकि जहन्नम की आग तो सैकड़ों डिग्री टेम्पेरेचर की होगी। इंसान जहन्नम की आग में जलता रहेगा, चीखेगा, चिल्लायेगा मगर कोई सुनवाई नहीं होगी। मौत भी नहीं होगी। बहुत ही खौफनाक अज़ाब होगा।


आसान है जहन्नम के आग से बचना

जहन्नम की आग से बचने का सिर्फ एक ही रास्ता है। दुनिया की जिंदगी ऐसे गुजारें जैसा क़ुरान और हदीस में बताया गया है। एक ईमान वाले की जिंदगी बहुत आसान होती है। सिर्फ 5 बातों पर अमल करना होता है जो ऊपर बताया गया है।

आखिरतकी जिंदगी हमेशा के लिए होगी.वहां कोई मौत नहीं होगी. जो जन्नत मेंजाएगा वह हमेशा जन्नतमें ही रहेगा औरजो जहन्नम में जाएगा वह हमेशा जहन्नममें ही रहेगा. अल्लाहताला अपने रहमों करम से जिस कोबख्श दे वह अलग बात होगी.

दुनिया में जो अपनी मर्ज़ी के मुताबिक जियेगा वह मरने के बाद हमेशा के लिए जहन्नम में जायेगा। दुनिया में जो रब की मर्ज़ी के मुताबिक जियेगा वह मरने के बाद हमेशा के लिए जन्नत में शानदार जिंदगी जियेगा।

गुनाहों से तौबा कर लें

मौत कभी भी हो सकती है। सिर्फ जीते जी ही अपना अमाल अच्छा बना सकते हैं। मरने के बाद तो अमल का रास्ता बंद हो जाता है। सिर्फ हिसाब किताब होता है। जन्नत या जहन्नम आपके हाथ में है। आज से, अभी से अपने सभी गुनाहों से तौबा कर लें। अल्लाह माफ़ करने वाला है। माफ़ कर देगा। अल्लाह सच्ची तौबा को कुबूल करता है।

दीन (इस्लाम) आसान है

सिर्फ और सिर्फ अल्लाह की ही इबादत करें। पांच टाइम नमाज अदा करें। रमजान माह में रोजे रखें। ज़कात दें और हज करें। झूठ छल कपट चुगली से बचें। हलाल खाएं और हराम से बचें. बुराई से बचना है. अपनी मौत को हमेशा याद रखें. दीन आसान है। आप दीन पर चलना शुरू तो करें। अल्लाह तआला आपकी मुश्किलें आसान कर देगा। इंशाअल्लाह दुनिया में भी कामयाबी मिलेगीऔर आखरत में भी कामयाबी मिलेगी।अल्लाह तआला हम सबको जहन्नम की आग से बचाये और जन्नतुल फिरदौस में जगह दे। आमीन !

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