भिंड जिला मध्य प्रदेश के जिलों में एक जिला है, भिंड जिला, चम्बल मंडल के अंतर्गत आता है और इसका मुख्यालय भिंड में है, जिले में कुछ उपमंडल है, कुछ ब्लॉक है, 7 तहसील है और 5 विधान सभा क्षेत्र जो की भिंड संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है, 1187 ग्राम है और 558 ग्राम पंचायते भी है ।
भिंड जिले का क्षेत्रफल 4459 वर्ग किलोमीटर है, और २०११ की जनगणना के अनुसार भिंड की जनसँख्या 1703564 और जनसँख्या घनत्व 200/km2 व्यक्ति [प्रति वर्ग किलोमीटर] है, भिंड की साक्षरता 76.59% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 838 महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 19.25 % रहा है।
भिंड जिला भारत के राज्यो में एकदम मध्य में स्थित मध्य प्रदेश राज्य में है, भिंड जिला अपनी अद्भुद भौगोलिक स्थिति के कारन मध्य प्रदेश के उत्तर पूर्वी भाग में है और इसके उत्तर से लेकर दक्षिण पूर्व तक का भाग उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगा हुआ है, भिंड 26°44′ उत्तर 78°74′ पूर्व के बीच स्थित है, भिंड की समुद्रतल से ऊंचाई 140 मीटर है, भिंड भोपाल से 544 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 68A और 44 पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 377 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 44 पर है ।
भिंड के उत्तर से दक्षिण पूर्वी तक उत्तर प्रदेश के जिले है जो की, आगरा जिला, इटावा जिला, जालौन जिला और झाँसी जिला है दक्षिण में दतिया जिला है, दक्षिण पश्चिम में ग्वालियर जिला है और पश्चिमी में मोरेना जिला है।
भिंड जिले का इतिहास एक आध्यात्मिक इतिहास है, कई वर्ष पहले यहाँ पर एक भिंडी ऋषि आये और उन्होंने यहाँ पर तपस्या की, उनकी तपस्थली होने के कारन या भूभाग भिंड के नाम से जाना जाने लगा।
अगर हम भिंड भूभाग के इतिहास को खंगाले तो हमे पता चलता है की यहाँ पर भारत के कई प्रसिद्द राजवंशो का अधिपत्य रहा है जिनमे चौथी शताब्दी ईशा पूर्व नन्द वंश, तीसरी शताब्दी इसा पूर्व मौर्या १८७ इसा पूर्व सुंग राजवंश, प्रथम शताब्दी ईसा पूर्व नाग वंश, फिर कुषाण, गुप्त, हूण, वर्धन, गुजरात के परिहार या प्रतिहार, और अंत में मुगल और फिर अंग्रेज।
वैसे जब से ग्वालियर में मराठो का आधिपत्य हुआ तब से भिंड उसी रियासत का भाग बन गया, महाराजा दौलत राओ सिंधीआ (1784-1827) जिनको ग्वालियर नरेश के नाम से भी जाना जाता है उनके ही अधीन ये भिंड आ गया था और एक संदी के अनुसार वे अंग्रेजो के मित्र बन गए थे, स्वतंत्रता के बाद जब भारत देश स्वतंत्र हुआ तो मध्य भारत राज्य का गठन हुआ और उस समय ग्वालियर में सिंधीअ और होल्कर ने राजप्रमुख और उपराज्यप्रमुख की सपथ ली, १९४८ में ही भिंड मध्य भारत राज्य का छठवा जिला बना, आज का वर्तमान भिंड तत्कालीन भिंड से बहुत भिन्न है, इसकी भौगोलिक सीमाएं कई बार बदली गयी।
बेशक मुस्कुराइए की आप भिंड में हैं।
भिंड अब बड़ा शहर हो गया हैं,
यहाँ का तहजीब और अदब खो गया हैं।
बड़ी मुश्किल से आते हैं समझ में भिंड वाले
दिलों में फ़ासले लब पर मगर आदाब रहता है
बड़े तहजीब से उस भिंड की
लड़की ने मेरा दिल तोड़ा था,
उसे भी यकीन नहीं हुआ
जब मैंने उसे छोड़ा था।
पूरी दुनिया में मशहूर हैं,
भिंड के जवाब और सवाल।
दो शहर थे ये अपने दोनों तबाह निकले।
नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता
पुराने वक़्तों का फिर से मैं भिंड हो जाऊँ
अरे मियां होगी दिल्ली दिल वालों की,
हमारे ‘भिंड’ में इश्क़ की तालीम दी जाती है।
अधूरा किस्सा लिख कर पन्ने मोड़ आया हूँ।
खुद का एक टुकड़ा भिंड जिला छोड़ आया हूँ।
हम भिंड के है जनाब,
तहज़ीब के साथ साथ नवाबी भी जानते हैं।
हमसे पूछो हमने इसे बहुत करीब से जाना है
जितनी प्यारी बोली है उतना ही कड़क स्वभाव है
मुस्कुराइए आप भिंड में हैं,
यही हमारे स्वागत करने का अंदाज है।
धीरे धीरे हम तुम्हे अपनी मोहब्बत दिखाएंगे।
मिलना कभी हमसे, तुम्हे हम अपना भिंड जिला घुमाएंगे।।
#mp-30
मै जब भी तुझे देखू, बचपन की यादों में पड़ जाऊ…।
बस तेरे, एक नाम बस के दीदार से, भिंड जिला हो जाऊ…।।
#भिंड_जिला_जहां_मै_विचरता_हूं
अब गाँव को नहीं जा पाता हूं ‘राॅयल’
कि मेरे भिंड में अब शहर आ गया हैं।
कहाँ ढूंढेंगे इस भिंड में मेरे कातिल को,
एक काम कीजिए, ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
उन्हीं का हाथ है मुझको बुरा बनाने में।
इस भिंड में कौन हमारे आँसू पोंछेगा,
जो मिलता है उसका दामन भीगा लगता है।
तेरे कूचे में जो आया है ग़ुलामों की तरह,
अपनी शहर का सिकंदर भी तो हो सकता हैं।
कहानी तो छोटे लोगों की लिखी जाती हैं,
भिंड वालों का तो इतिहास लिखा जाता हैं।
यहां सब मिलता हैं,
सिवाय नफरत के।
my city bhind.
मगर जीना कर्मभूमि ने सिखाया है।
किसी नशे की लत तो आम बात हैं साहब पर नशा जब किसी जिला का लगे तो समझ लेना वो भिंड जिला हैं।
हमें शौक नही दुबई अमेरिका घुमने का
हम तो भिंड जिला के दीवाने हैं।
बहुत खुबसूरत हैं मेरे ख्यालो की दुनिया
बस भिंड से शुरू और भिंड पर ही खत्म।
जरूरी नइखे कि आज जेल होई काल्ह बेल होई
इ भिंड जिला हऽ ऐ बाबू एनकाउंटर भी होई और पोस्टमार्टम भी हो जाई

भिंड से हैं..,
तो चर्चे हर जगह होंगे ही..।
भिंड वाले हैं ना जनाब,
इसलिए दिल थोड़ा जल्दी लगा लेते हैं,
लेकिन जिस दिन दिमाग लगाएँगें,
उस दिन औकात दिखा देंगे।
#भिंड जिला
सच्चे प्यार के लिए कुर्बान हैं भिंड,
यारों के लिए यार हैं भिंड,
दुश्मनों के लिए तुफान हैं भिंड,
इसलिए तो लोग कहते हैं बाप रे खतरनाक हैं भिंड।
इंकलाबी हमीं से हैं,
इंकलाब हम लायेंगे,
किसी भी कीमत पर,
स्वच्छ इसे बनायेंगे।
भिंड जिला
अगर हुकूमत दिल्ली का ख्वाब हैं,
तो पटना भी लाजवाब हैं।
अगर वैशाली, छपरा नवाब हैं,
तो जिला भिंड भी सबका बाप हैं।
वो देख वहाँ से शुरू होता हैं भिंड जिला
भुल कर भी अकड मत दिखाना बहुत मारते हैं।
हसरते बनारस,
बसरते गोरखपुर,
सुरमयी है देवरिया,
और कातिलाना हैं भिंड।
यमराज – मैं तुम्हारी जान लेने आया हूं
मैं – ले जाइए__ मध्यप्रदेश के भिंड जिला में रहती है
भिंड जिला की ताकत से पुरा ब्रह्मांड डोलता हैं,
ये हम नही हमारा इतिहास बोलता हैं।
तीन ही उसूल हैं हमारे जिले के,
आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन।
अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते
लोग हमारी देशभक्ति देख कर ही कह देते है , भिंड जिला से आएं है।
मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है।
भिंड से हैं हम, ऊँची शान हमारी है।
फिर खुशी मिले या दुख ये मेरा नसीब हैं।
ज़िक्र ए चाय हो….और लब खामोश रहें??
क्या बात करते हो जनाब
भिंड की पहचान है ये
हो गए मजबूर दाने दाने के लिए,
चार कंधे भी नहीं मिले अर्थी उठाने के लिए,
छोड़ कर आए थे जो भिंड को पिछड़ा बोल कर
आज तड़प रहे हैं भिंड जिला जाने के लिए।
जहाँ सीधे-सादे लोगो का है डेरा,
खुशहाली से भरा वो भिंड मेरा हैं।
भिंड में, पैसे से जेब हल्की और दिल के लोग बड़े होते है,
गैरों के मुसीबत में भी अपनों की तरह खड़े होते है।
मगर भिंड में गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है।
खुदा से ही इतनी ताकत पाते है,
भिंड वाले हर मुसीबत से लड़ जाते है।
जो लोग दिल्ली की दवा से ठीक नही हो पाते है,
वो लोग अक्सर भिंड की हवा से ठीक हो जाते है।
दिल खुश हो जाता है भिंड के मेले में,
ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में।
जो कल तक टूटा सा था वो जुड़ रहा है,
अब जाकर विकास भिंड की ओर मुड़ रहा है।
वो एक भिंड सी है।
शांत, स्वच्छ और मासूम।
भिंड और शहर के लोगों में
उतना ही अंतर होता है
जितना धरती और गमले में
उगे हुए पौधे में होता है।
यूँ तो समेट लाए हर चीज़ भिंड से मगर,
धागे तुम्हारे नाम के बरगद पे ही रह गए
ये दौड़ता हुआ शहर है जनाब,
चलना हो तो भिंड आओ कभी।
दरवाजे से छुपकर देखती है वो रोज मुझे,

ये भिंड जिला का इश्क है जनाब, शहर की नौटंकीयां नहीं..!!
ये मेरे भिंड जिला के बरगद की हवांए होंगी।
दिल्ली की दवा और भिंड की हवा बराबर होती है।
हमारे लिए तो भिंड
हमारी ज़िंदगी है साहब।
जहाँ गीत – गजलें साथ में सब को सुनाई दे,
भिंड जिला मजहब से परे मुझको दिखाई दे।
सुगन्धित इत्र और भिंड जिला से मित्र,
बड़े किस्मत वालों को ही मिलते हैं।
कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया।
भिंड की गलियों में मैंने अपने जीवन को संवारा हैं,
बड़े दिन से जमे हो तुम वहाँ, क्या हाल तुम्हारा हैं।
हम भिंड के वासी हैं,
बदला नहीं लेते, बदल जाते हैं।
दूसरे शहरों में:- तू जानता है मेरा बाप कौन है…?
भिंड में:- तोहू के मारब तोरे बापो के…
नही त भाग जा इहा से…
भाई साहब भिंड के लोग, परिवार के लिए जान दे सकते है,
पर देहाती रसगुल्ला में हिस्सा बिलकुल नही

ये हर भिंड जिला वालों के खून में पाया जाता है।
भिंड जिला में रहकर अगर बन्दूक के साथ फोटो नहीं खिचाई,
तो बाबा तुम्हारा भिंड में रहना व्यर्थ हो गया।
ये प्यार व्यार सब धोखा है,
आओ खाते लिट्टी चोखा है।
तुम हम, डाकबंगला का चौराहा
और दो प्लेट लिट्टी-चोखा।
इजहार ए मोहब्बत का हुनर भी सिखाएंगे तुम्हें,
आओ कभी भिंड लिट्टी चोखा का स्वाद भी चखाएंगे तुम्हें।
अभी मेरे पास लिट्टी हैं, चोखा हैं, चटनी हैं,
मुरई हैं, मिर्चा हैं , तुम्हारे पास क्या हैं ???
वादा हैं इस बार तुम्हें लिट्टी-चोखा जरूर खिलाऐगे।
कुछ अलग ही सुकून मिलता है,
भिंड की मिट्टी में..
और जनाब कुछ अलग ही स्वाद है
यहां की चोखा और लिट्टी में।
तारीफ़ करूँ तो भक्त कहलाऊँ, न करूँ तो चमचा
अपना अपना मफ़लर सबका, अपना अपना गमछा।
एक ही गमछा है पास मेरे
दिन भर पहनता हूँ, रात को ओढ़ता हूँ।
मैं अपनी जिंदगी में तुमसे कुछ ज्यादा नहीं चाहता हूँ…
तुम्हारी साड़ी में अपना गमछा बाँध के सत्य नारायण की कथा सुनना चाहता हूँ।
भिंड जिले का क्षेत्रफल 4459 वर्ग किलोमीटर है, और २०११ की जनगणना के अनुसार भिंड की जनसँख्या 1703564 और जनसँख्या घनत्व 200/km2 व्यक्ति [प्रति वर्ग किलोमीटर] है, भिंड की साक्षरता 76.59% है, महिला पुरुष अनुपात यहाँ पर 838 महिलाये प्रति १००० पुरुषो पर है, जिले की जनसँख्या विकासदर २००१ से २०११ के बीच 19.25 % रहा है।
भिंड जिला भारत के राज्यो में एकदम मध्य में स्थित मध्य प्रदेश राज्य में है, भिंड जिला अपनी अद्भुद भौगोलिक स्थिति के कारन मध्य प्रदेश के उत्तर पूर्वी भाग में है और इसके उत्तर से लेकर दक्षिण पूर्व तक का भाग उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगा हुआ है, भिंड 26°44′ उत्तर 78°74′ पूर्व के बीच स्थित है, भिंड की समुद्रतल से ऊंचाई 140 मीटर है, भिंड भोपाल से 544 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 68A और 44 पर है और भारत की राजधानी दिल्ली से 377 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ राष्ट्रिय राजमार्ग 44 पर है ।
भिंड के उत्तर से दक्षिण पूर्वी तक उत्तर प्रदेश के जिले है जो की, आगरा जिला, इटावा जिला, जालौन जिला और झाँसी जिला है दक्षिण में दतिया जिला है, दक्षिण पश्चिम में ग्वालियर जिला है और पश्चिमी में मोरेना जिला है।
भिंड जिले का इतिहास एक आध्यात्मिक इतिहास है, कई वर्ष पहले यहाँ पर एक भिंडी ऋषि आये और उन्होंने यहाँ पर तपस्या की, उनकी तपस्थली होने के कारन या भूभाग भिंड के नाम से जाना जाने लगा।
अगर हम भिंड भूभाग के इतिहास को खंगाले तो हमे पता चलता है की यहाँ पर भारत के कई प्रसिद्द राजवंशो का अधिपत्य रहा है जिनमे चौथी शताब्दी ईशा पूर्व नन्द वंश, तीसरी शताब्दी इसा पूर्व मौर्या १८७ इसा पूर्व सुंग राजवंश, प्रथम शताब्दी ईसा पूर्व नाग वंश, फिर कुषाण, गुप्त, हूण, वर्धन, गुजरात के परिहार या प्रतिहार, और अंत में मुगल और फिर अंग्रेज।
वैसे जब से ग्वालियर में मराठो का आधिपत्य हुआ तब से भिंड उसी रियासत का भाग बन गया, महाराजा दौलत राओ सिंधीआ (1784-1827) जिनको ग्वालियर नरेश के नाम से भी जाना जाता है उनके ही अधीन ये भिंड आ गया था और एक संदी के अनुसार वे अंग्रेजो के मित्र बन गए थे, स्वतंत्रता के बाद जब भारत देश स्वतंत्र हुआ तो मध्य भारत राज्य का गठन हुआ और उस समय ग्वालियर में सिंधीअ और होल्कर ने राजप्रमुख और उपराज्यप्रमुख की सपथ ली, १९४८ में ही भिंड मध्य भारत राज्य का छठवा जिला बना, आज का वर्तमान भिंड तत्कालीन भिंड से बहुत भिन्न है, इसकी भौगोलिक सीमाएं कई बार बदली गयी।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
अगर आप तहज़ीब और नज़ाकत से इत्तेफ़ाक़ रखते हैं,बेशक मुस्कुराइए की आप भिंड में हैं।
भिंड अब बड़ा शहर हो गया हैं,
यहाँ का तहजीब और अदब खो गया हैं।
बड़ी मुश्किल से आते हैं समझ में भिंड वाले
दिलों में फ़ासले लब पर मगर आदाब रहता है
बड़े तहजीब से उस भिंड की
लड़की ने मेरा दिल तोड़ा था,
उसे भी यकीन नहीं हुआ
जब मैंने उसे छोड़ा था।
पूरी दुनिया में मशहूर हैं,
भिंड के जवाब और सवाल।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
पटना छुटी थी पहले अब भिंड भी छोड़ेंदो शहर थे ये अपने दोनों तबाह निकले।
नए मिज़ाज के शहरों में जी नहीं लगता
पुराने वक़्तों का फिर से मैं भिंड हो जाऊँ
अरे मियां होगी दिल्ली दिल वालों की,
हमारे ‘भिंड’ में इश्क़ की तालीम दी जाती है।
अधूरा किस्सा लिख कर पन्ने मोड़ आया हूँ।
खुद का एक टुकड़ा भिंड जिला छोड़ आया हूँ।
हम भिंड के है जनाब,
तहज़ीब के साथ साथ नवाबी भी जानते हैं।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
भिंड की गलियों का कुछ इतिहास ही पुराना हैहमसे पूछो हमने इसे बहुत करीब से जाना है
जितनी प्यारी बोली है उतना ही कड़क स्वभाव है
मुस्कुराइए आप भिंड में हैं,
यही हमारे स्वागत करने का अंदाज है।
धीरे धीरे हम तुम्हे अपनी मोहब्बत दिखाएंगे।
मिलना कभी हमसे, तुम्हे हम अपना भिंड जिला घुमाएंगे।।
#mp-30
मै जब भी तुझे देखू, बचपन की यादों में पड़ जाऊ…।
बस तेरे, एक नाम बस के दीदार से, भिंड जिला हो जाऊ…।।


अब गाँव को नहीं जा पाता हूं ‘राॅयल’
कि मेरे भिंड में अब शहर आ गया हैं।
कहाँ ढूंढेंगे इस भिंड में मेरे कातिल को,
एक काम कीजिए, ये इल्जाम भी मेरे ही सर डाल दीजिए।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
ये चंद लोग जो भिंड में सबसे अच्छे हैं,उन्हीं का हाथ है मुझको बुरा बनाने में।
इस भिंड में कौन हमारे आँसू पोंछेगा,
जो मिलता है उसका दामन भीगा लगता है।
तेरे कूचे में जो आया है ग़ुलामों की तरह,
अपनी शहर का सिकंदर भी तो हो सकता हैं।
कहानी तो छोटे लोगों की लिखी जाती हैं,
भिंड वालों का तो इतिहास लिखा जाता हैं।
यहां सब मिलता हैं,
सिवाय नफरत के।
my city bhind.
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
जन्मभूमि ने भले ही ज़िन्दगी दी है,मगर जीना कर्मभूमि ने सिखाया है।
किसी नशे की लत तो आम बात हैं साहब पर नशा जब किसी जिला का लगे तो समझ लेना वो भिंड जिला हैं।
हमें शौक नही दुबई अमेरिका घुमने का
हम तो भिंड जिला के दीवाने हैं।
बहुत खुबसूरत हैं मेरे ख्यालो की दुनिया
बस भिंड से शुरू और भिंड पर ही खत्म।
जरूरी नइखे कि आज जेल होई काल्ह बेल होई
इ भिंड जिला हऽ ऐ बाबू एनकाउंटर भी होई और पोस्टमार्टम भी हो जाई


mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
भिंड जिला के हई घर में घुस के मार देब।भिंड से हैं..,
तो चर्चे हर जगह होंगे ही..।
भिंड वाले हैं ना जनाब,
इसलिए दिल थोड़ा जल्दी लगा लेते हैं,
लेकिन जिस दिन दिमाग लगाएँगें,
उस दिन औकात दिखा देंगे।
#भिंड जिला
सच्चे प्यार के लिए कुर्बान हैं भिंड,
यारों के लिए यार हैं भिंड,
दुश्मनों के लिए तुफान हैं भिंड,
इसलिए तो लोग कहते हैं बाप रे खतरनाक हैं भिंड।
इंकलाबी हमीं से हैं,
इंकलाब हम लायेंगे,
किसी भी कीमत पर,
स्वच्छ इसे बनायेंगे।
भिंड जिला
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
डर मत पगली भिंड के हैं हम।अगर हुकूमत दिल्ली का ख्वाब हैं,
तो पटना भी लाजवाब हैं।
अगर वैशाली, छपरा नवाब हैं,
तो जिला भिंड भी सबका बाप हैं।
वो देख वहाँ से शुरू होता हैं भिंड जिला
भुल कर भी अकड मत दिखाना बहुत मारते हैं।
हसरते बनारस,
बसरते गोरखपुर,
सुरमयी है देवरिया,
और कातिलाना हैं भिंड।
यमराज – मैं तुम्हारी जान लेने आया हूं

मैं – ले जाइए__ मध्यप्रदेश के भिंड जिला में रहती है

mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
भिंड जिला नाम ही काफी हैं।भिंड जिला की ताकत से पुरा ब्रह्मांड डोलता हैं,
ये हम नही हमारा इतिहास बोलता हैं।
तीन ही उसूल हैं हमारे जिले के,
आवेदन, निवेदन और फिर भी न माने तो दे दना दन।
अक्सर हम हमारा परिचय नहीं देते
लोग हमारी देशभक्ति देख कर ही कह देते है , भिंड जिला से आएं है।
मान मर्यादा अनुशाशन, यही पहचान हमारी है।
भिंड से हैं हम, ऊँची शान हमारी है।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
तेरा हाथ थाम कर भिंड की राहों पर चलना चाहता हूं?फिर खुशी मिले या दुख ये मेरा नसीब हैं।
ज़िक्र ए चाय हो….और लब खामोश रहें??
क्या बात करते हो जनाब


हो गए मजबूर दाने दाने के लिए,
चार कंधे भी नहीं मिले अर्थी उठाने के लिए,
छोड़ कर आए थे जो भिंड को पिछड़ा बोल कर
आज तड़प रहे हैं भिंड जिला जाने के लिए।
जहाँ सीधे-सादे लोगो का है डेरा,
खुशहाली से भरा वो भिंड मेरा हैं।
भिंड में, पैसे से जेब हल्की और दिल के लोग बड़े होते है,
गैरों के मुसीबत में भी अपनों की तरह खड़े होते है।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
माना शहर में तुम्हारा वो तरक्की वाला मकान है,मगर भिंड में गरीबों के जीवन में भी सुकून और शान है।
खुदा से ही इतनी ताकत पाते है,
भिंड वाले हर मुसीबत से लड़ जाते है।
जो लोग दिल्ली की दवा से ठीक नही हो पाते है,
वो लोग अक्सर भिंड की हवा से ठीक हो जाते है।
दिल खुश हो जाता है भिंड के मेले में,
ख़ुशी का पता ही नही शहर के झमेले में।
जो कल तक टूटा सा था वो जुड़ रहा है,
अब जाकर विकास भिंड की ओर मुड़ रहा है।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
मेरी शहर सी ज़िंदगी में,वो एक भिंड सी है।
शांत, स्वच्छ और मासूम।
भिंड और शहर के लोगों में
उतना ही अंतर होता है
जितना धरती और गमले में
उगे हुए पौधे में होता है।
यूँ तो समेट लाए हर चीज़ भिंड से मगर,
धागे तुम्हारे नाम के बरगद पे ही रह गए

ये दौड़ता हुआ शहर है जनाब,
चलना हो तो भिंड आओ कभी।
दरवाजे से छुपकर देखती है वो रोज मुझे,


ये भिंड जिला का इश्क है जनाब, शहर की नौटंकीयां नहीं..!!
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
बंद कमरों में कहाँ ऐसी सदाएं होंगीं,ये मेरे भिंड जिला के बरगद की हवांए होंगी।
दिल्ली की दवा और भिंड की हवा बराबर होती है।
हमारे लिए तो भिंड
हमारी ज़िंदगी है साहब।
जहाँ गीत – गजलें साथ में सब को सुनाई दे,
भिंड जिला मजहब से परे मुझको दिखाई दे।
सुगन्धित इत्र और भिंड जिला से मित्र,
बड़े किस्मत वालों को ही मिलते हैं।
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
चलो लाज्मी था तेरे शहर भिंड आना,कुछ सीखा हो या ना सीखा हो पर संभलना जरूर सीख लिया।
भिंड की गलियों में मैंने अपने जीवन को संवारा हैं,
बड़े दिन से जमे हो तुम वहाँ, क्या हाल तुम्हारा हैं।
हम भिंड के वासी हैं,
बदला नहीं लेते, बदल जाते हैं।
दूसरे शहरों में:- तू जानता है मेरा बाप कौन है…?
भिंड में:- तोहू के मारब तोरे बापो के…
नही त भाग जा इहा से…

भाई साहब भिंड के लोग, परिवार के लिए जान दे सकते है,
पर देहाती रसगुल्ला में हिस्सा बिलकुल नही


mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
दाल भात खा कर दोपहर में मगरमच्छ की तरह सोना,ये हर भिंड जिला वालों के खून में पाया जाता है।
भिंड जिला में रहकर अगर बन्दूक के साथ फोटो नहीं खिचाई,
तो बाबा तुम्हारा भिंड में रहना व्यर्थ हो गया।
ये प्यार व्यार सब धोखा है,
आओ खाते लिट्टी चोखा है।
तुम हम, डाकबंगला का चौराहा
और दो प्लेट लिट्टी-चोखा।
इजहार ए मोहब्बत का हुनर भी सिखाएंगे तुम्हें,
आओ कभी भिंड लिट्टी चोखा का स्वाद भी चखाएंगे तुम्हें।
अभी मेरे पास लिट्टी हैं, चोखा हैं, चटनी हैं,
मुरई हैं, मिर्चा हैं , तुम्हारे पास क्या हैं ???
mp – 30 भिंड जिला पर शायरी स्टेटस कोट्स कविता हिन्दी में | shayari status quotes & poem on bhind district in hindi :-
तुम एक बार भिंड के गलियों मे दिखने का वादा तो करो,वादा हैं इस बार तुम्हें लिट्टी-चोखा जरूर खिलाऐगे।
कुछ अलग ही सुकून मिलता है,
भिंड की मिट्टी में..
और जनाब कुछ अलग ही स्वाद है
यहां की चोखा और लिट्टी में।
तारीफ़ करूँ तो भक्त कहलाऊँ, न करूँ तो चमचा
अपना अपना मफ़लर सबका, अपना अपना गमछा।
एक ही गमछा है पास मेरे
दिन भर पहनता हूँ, रात को ओढ़ता हूँ।
मैं अपनी जिंदगी में तुमसे कुछ ज्यादा नहीं चाहता हूँ…
तुम्हारी साड़ी में अपना गमछा बाँध के सत्य नारायण की कथा सुनना चाहता हूँ।