2 लाइन्स चमचों / चापलूसों/ चापलूसी करने पर शायरी स्टेटस कोट्स मैसेज

मत रहना चाहे दुश्मनों और जासूसों से बचकर, पर ज़रूर रहना ज़िन्दगी में चापलूसों से बचकर।

लो हमने भी सीख लिया चापलूसी करने का ढंग अब पराए भी हमे अपना लिए करेंगे।

दुनिया के इस जंगल में हर तरफ फरेब के जाल है, ईमानदार गरीब है यहाँ चापलूस मालामाल है।

चापलूसी की कला में निपुण लोग नदी पार होते ही नाविक को लात मारने में भी निपुण होते है।

तालियां बजा कर तलवे चाट कर, खुश है वो अपने उसूलों की जड़ें काट कर।

Latest New 2 Lines Best Top Romantic Collection of Chamcha / Chaplus Shayari Status Quotes Lines Slogans Suvichar Message Jokes memes SMS Photos Images HD Wallpaper Instagram Captions Download Poetry & Thoughts In Hindi & English | Shayari On Chamcho /Chaplus :-​

सुना है आज कल चापलूसों का ही नाम होता है जो ईमानदार होता है वो गुमनाम होता है।

आदत होती है उसे हराम की घूस की, जी हजूरी करना निशानी होती है चापलूस की।

एक बात सीख ली मैंने इस जहाँ में आ कर, जल्दी कामियाब हो सकते हो तुम भी हाँ में हाँ मिला कर।

बात सीधी करने के भी कई गम होते हैं, सुना है चापलूसी करने वालों के दुश्मन कम होते हैं।

जुबां चाशनी सी बाते जलेबी सी करते हैं, मुझे आज कल सभी रिश्ते फरेबी से लगते हैं।

2 लाइन्स चमचों / चापलूसों/ चापलूसी करने पर शायरी स्टेटस कोट्स मैसेज गजल मीम्स इमेज फोटो वाॅलपेपर स्लोगन सुविचार अनमोल कथन लाइन्स कविता एवं संदेश इन हिंदी | चमचों पर शायरी | चमचागिरी करने पर शायरी | चापलूसी करने पर शायरी | चापलूस शायरी | चमचा और चापलूसी शायरी:-​

ये दुनिया बाजार गद्दारों का है साहब यहाँ हुनर के नहीं चापलूसी के सिक्के चलते है।

फूल लगाने वाले को ही फूल उखाड़ते देखा है, मैंने हक़ की बात करने वालों को ही किसी का हक़ मारते देखा है।

मुबारक् हो तुम्हे ही चापलूसी के काजू बादाम मैं ईमानदार हूँ सूखी रोटी खा कर ही खुश हूँ।

इतना तो काबिल हूँ मैं, सच्ची तारीफ और चापलूसी के बीच के फ़र्क़ से वाखिफ़ हूँ मैं।

वक़्त के बेफ़िज़ूली कर चढ़ रहे है कुछ कामियाबी की सीढ़ियां भी जी हज़ूरी कर।

Latest New 2 Lines Best Top Romantic Collection of Chamcha / Chaplus Shayari Status Quotes Lines Slogans Suvichar Message Jokes memes SMS Photos Images HD Wallpaper Instagram Captions Download Poetry & Thoughts In Hindi & English | Shayari On Chamcho /Chaplus :-​

बचपन से हाथों से खाने की आदत रही है
इसलिए “चमचों” से मैं आज भी परहेज़ ही करता हूँ..।

मंदबुद्धि के मुत्र से, चमचो तुम करो स्नान
सुबह शाम टाॅनिक पियो, गाकर राहुल गान
पल में प्रलय न होत है, बीज बोते हो तुम
भोगोगे फिर देखना, रखना इसका भान।

है मनमूरख, तू चमचा बन जा
बॉस की हर बातों में, तू हाँ जी, हाँ जी करता जा।

ऐसे चमचों से, पंगा मत लइयो
‘बाबू’ अब बैठे बिठाये, आफत को दावत मत दइयो।

सरकार को गरीबों का ख्याल कब आता है?
चुनाव नजदीक आ जाए तो मुद्दा उछाला जाता है।
 

सम्बंधित टॉपिक्स

सदस्य ऑनलाइन

अभी कोई सदस्य ऑनलाइन नहीं हैं।

हाल के टॉपिक्स

फोरम के आँकड़े

टॉपिक्स
1,845
पोस्ट्स
1,883
सदस्य
237
नवीनतम सदस्य
sharif khan
Back
Top