नमस्कार मित्रों तो कैसे हो आप सभी तो आज हम आपके लिए कुछ नया लेके आए हैं तो आईए देखते हैं ।प्रत्येक विद्यालय में अध्ययन अध्यापन से पूर्व प्रातःकाल सरस्वती माँ की प्रार्थना होती है। जिसे प्रार्थना सभा या Prayer कहते है। प्रार्थना सभा में संस्कृत में सम्बोधन कैसे करते है। यह सब हम यहाँ जानेगे।
प्रार्थना सभा में संस्कृत में सम्बोधन करना
दक्षः :- सावधानविश्रमः / आरमः :- विश्राम
वामवृत्तः :- बांये घुमना प्रार्थना
दक्षिणवृत्तः :- दाहिने घूमना
अर्द्धवृत्त :- पीछे मुडना
प्रचल :- चलना
क्षिप्र-चल :- दौड़ना
मितताल :- कदम ताल करना
स्तभः :- रुकना या खड़े होना
उपविशः :- बैठना
उतिष्ठः :- खड़े उठना
कुरु :- प्रारम्भ करना
प्रतिसर :- पीछे हटना
पुरसरः :- आगे बढ़ना
दक्षिणसरः :- दायीं ओर हटना
बामसरः :- वायीं ओर हटना
प्रार्थनाये अवस्था :- प्रार्थना के लिए अवस्था
प्रार्थना कुरू :- प्रार्थना शुरू
प्रतिज्ञायै अवस्था :- प्रतिज्ञा के लिए अवस्था
प्रतिज्ञा कुरू :- प्रतिज्ञा शुरू
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