हेलो दोस्तों हम और आप जो भी चीज़ें देख रहे हैं
उसका अतीत बन जाना तय है पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व
भी इसमें शामिल है एक दिन यह भी अतीत बन जाएगा लेकिन
कब आपको भर यकीन हों लेकिन जीवाश्मों के अध्ययन के
मुताबिक पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को करीबन 3.5
अरब साल हो चुके हैं इतने समय में पृथ्वी ने कई
तरह की आपदाएं झेलनी है जिम जाना या अंतरिक्ष की
चट्टानों का टकराना प्राणियों में बड़े पैमाने पर
जहर का फैलना जलाकर सब कुछ राख कर देने वाले रेडिएशन
जाहिर है यदि जीवन को ऐसा आभूषण खतरा पैदा हो तब भी
पृथ्वी से पूरी तरह से जीवन का अस्तित्व खत्म नहीं
हो पाएगा लेकिन पृथ्वी पर इस दुनिया के खत्म होने
की आशंका तो है ही शायद पूरी पृथ्वी बंजर भूमि में
तब्दील हो जाएगी लेकिन क्या हो सकता है कब तक रहेगा
पृथ्वी पर जीवन पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व से जुड़ी
संभावनाओं और आशंकाओं पर एक नजर डालते हैं संभव है
कि पृथ्वी उज्जीवन ज्वालामुखियों के विस्फोट से 25
करोड़ साल में खत्म हो जाएगा ऐसा होने पर पृथ्वी
पर मौजूद पहुंचा फीस भी जीवन नष्ट हो जाएंगे जबकि
पंचानवे फिर भी समुद्री जीवों का अस्तित्व नष्ट हो
जाएगा इस दौरान ज्वालामुखी से जो अलावा निकलेगा
वह ब्रिटेन के आकार से आठ गुना बड़ा होगा लेकिन
जीवन अपने आप गायब नहीं होगा दोस्तों यह सामान्य
जानकारी है कि पृथ्वी पर से डायनासोर प्रजाति का
शुक्र ग्रह के टकराने के कारण अंत हुआ था मगर एक
भारी-भरकम क्षुद्र ग्रह के टकराने से विशालकाय
डायनासोर विलुप्त हो सकते हैं तो फिर एक दूसरी
टक्कर से पृथ्वी पर जीवन भी तो नष्ट हो सकता है
हालांकि यह काफी हद तक इस पर निर्भर करेगा कि शुक्र
ग्रह टकराता कहां है कुछ बड़े शुक्र ग्रह पृथ्वी से
टकराए जरूर लेकिन उससे पृथ्वी पर जीवन खत्म नहीं हुआ
डायनासोर को नष्ट करने वाले शुक्र ग्रह जितने बड़े
आकाशीय पिंड के पृथ्वी का टकराना दूर उदाहरण है इतने
बड़े आकाशीय पिंड पृथ्वी से 50 करोड़ साल के अंतराल
पर ही टकराते हैं अगर शुक्र ग्रह पृथ्वी से टकराएगा
भी तो पृथ्वी पर से जीवन पूरी तरह समाप्त नहीं होगा
हालांकि इसकी आशंका तब ज्यादा होगी जब कोई ग्रह का
आकार का प्रिंटर पृथ्वी से टकराएगा दुनिया में जब
भी कोई महामारी अपने पैर पसारना शुरू करती है तब-तब
दुनिया के अंत को लेकर लोग चर्चा करते हैं अलग-अलग
धर्मों में दुनिया के अंत का समय अलग-अलग बताया गया
है नास्त्रेदम इस समय दुनिया के कई भविष्यवक्ताओं ने
भी इस बारे में अनुमान जताए हैं ब्रिटेन के महान
वैज्ञानिक आईजैक न्यूटन और बहुत ही विद स्टीफन
हाकिंग ने भी दुनिया के अंत की भविष्यवाणी की थी
आइए जानते हैं उनकी भविष्यवाणियों के आधार कि आते
और उन्होंने इसकी गणना कैसे की दोस्तों दुनिया में
जब भी कोई खतरनाक बीमारी विकराल रूप लेने लगती है
तो लोग अक्सर चर्चा करने लगते हैं कि दुनिया का अंत
कब होगा इस समय दुनिया के 73 देश कोरोना वायरस मोदी
का सामना कर रहे हैं चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ
यह कोरोनावायरस अब तकरीबन एक लाख लोगों को अपनी चपेट
में ले चुका है जिसमें हजारों लोगों की मौत हो चुकी
है अकेले चीन में ही हजारों लोगों को करना वायरस के
कारण मौत का शिकार होना पड़ा दुनियां पर जीवन को
लेकर ब्रिटेन के महान गणितज्ञ और भौतिकविद ग्यान
एकरस आइसक न्यूटन ने भी अपने नोट्स और चिट्ठियों में
जिक्र किया था उनके मुताबिक अगर साल 2060 तक दुनिया
बसीं रह गई तो यह विनाश की शुरुआत का साल होगा फादर
ऑफ मॉडर्न साइंस एडिटर ने 2060 में दुनिया के खत्म
होने का एक फॉर्मूला विद दिया था गति के नियम के
तमाम फॉर्मूला का आविष्कार करने वाले न्यूटन में
1704 में एक नोट लिखा था न्यूटन का यह नोट उनकी लिखी
चिट्ठियों के साथ मिला न्यूटन ने 1727 में निधन के
बाद उनके लिखे सभी नोट्स चिट्ठियां उनके घर में पाए
गए सराहा ड्राई की किताब न्यूटन पेपर 10 स्ट्रेंज
एंड ए प्रोसेस आफ आईएफ यू टर्न मैन्यूस्क्रिप्ट के
मुताबिक उन्होंने अपने जीवन में करीबन 10,000 नोट्स
और लेटेस्ट लिखें तरह ने एक इंटरव्यू के दौरान
बताया कि जब इन नोट्स और लेटेस्ट को 18 साल के
आखिर में कैंब्रिज लाया गया तो यह काफी अस्त-व्यस्त
थे किड सही ढंग से लगाने में दो लोगों को 16 साल लग
गए उनके नोट्स और चिट्ठियों की 1936 में नीलामी हुई
इन्हें इंग्लैंड के अर्थशास्त्री जॉन मेनार्ड कींस
ने खरीदा बाद में इन सभी नोट्स को यह वसल्लम के एक
स्कूल ने सीक्रेट्स ऑफ न्यूटन नाम से एक किताब में
डाल दिया यह किताब यूनिवर्सिटी ऑफ योरसेल्फ में
आज भी रखी हुई है न्यूटन ने एक नोट में लिखा अगर
इंसान यह सोचता है कि वह हमेशा के लिए रहेगा तो ऐसा
बिल्कुल नहीं है उसका भी समय आएगा जब इंसान धर्म को
मानना बंद कर देगा तभी से उसका अंत शुरू हो जाएगा
दुनिया भी एक दिन खत्म हो जाएगी दुनिया में मौजूद
हर चीज कुछ समय के लिए रहेगी एक समय आएगा जब आधा समय
क्विक आयोग ने अपने एक नोट में लिखा है कि उन्होंने
आगे समय की बात है किताब में पड़ेगी जिसमें समय समय
समय और आधा समय का जिक्र किया गया था न्यूटन ने इसी
आधार पर गणना की और उत्तर पाया कि साढ़े तीन साल बाद
योनि करीबन 1260 दिन इसके बाद उन्होंने वैज्ञानिक
गणना कर दिन को वर्ष में बदल दिया यानी कि 1260
साल आई से यह ने अपनी गणना के आधार पर यह कहा कि
दुनिया 1260 साल में खत्म हो जाएगी इसके बाद न्यूटन
के मन में सवाल उठा कि आखिर यह 1260 साल के इस वर्ष
से शुरू माने जाएं इसके लिए उन्होंने वर्ष 800 को
मानक बनाया इसके पीछे उनका तर्क था कि 808 में रूम
में धार्मिक क्रांति आई और रोम के राजा शैली मैडम
ने शासन के ऊपर पोप को स्थान दिया न्यूटन की गणना
के आधार पर 800 में 1260 जोड़ने पर साल 2060 आया
और उन्होंने दुनिया के अंत झाल 2060 बताया लीड
1704 में लिख दिया था कि अगर साल 2060 तक दुनिया
का अंत नहीं हुआ तो यह वह साल होगा जब तबाही शुरू
होगी प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया
के अंत को लेकर दावा किया था कि मानव जाति ज्यादा
से ज्यादा छह साल तक जीवित रह सकती है उनका कहना था
कि छह साल के भीतर पृथ्वी आग के गोले में तब्दील हो
जाएगी साथ ही कहा था कि मनुष्य को सौंप साल के भीतर
किसी दूसरे ग्रह पर जीवन की खोज कर बस्तियां बसानी
होगी उन्होंने तर्क दिया कि बहुत ज्यादा आबादी के
कारण धरती पर उर्जा की खपत बहुत ज्यादा हो जाएगी
इससे धरती का तापमान असीमित रूप से बढ़ेगा और धरती
गर्म हो कर लाल हो जाएगी उन्होंने भविष्यवाणी की थी
कि आने वाले समय में पृथ्वी का तापमान शुक्र ग्रह के
बराबर हो जाएगा इसके बाद पृथ्वी पर एसिड रेन हो सकती
है दोस्तों प्रोफेसर हॉकिंग में धरती पर मनुष्य
की जड़ एक रिपोर्ट के कब्जे के खतरे की आशंका भी
जताई थी उनके अनुसार आने वाले समय में रोबोट खुद एक
स्वचालित सभ्यता बनकर मनुष्य पर कब्जा कर सकते हैं
एक अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट को दिए गए साक्षात्कार
में स्टीफन ने कहा कि हमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस
के विकास की तरफ बढ़ते हुए इससे जुड़े खतरों के
बारे में भी ध्यान देना चाहिए उन्होंने एक समारोह
में भविष्यवाणी की थी कि हमारा अंत मानवीय आक्रमकता
और दुनिया पर राज करने की जिद के कारण ही होगा इसके
लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे
सामूहिक विनाश होगा दोस्तों मुझे नहीं पता कि दुनिया
का कभी अंत होगा या नहीं होगा लेकिन इतना जरूर
मानता हूं कि जिस चीज का सृजन होता है उसका अंत भी
एक ना एक दिन अवश्य होता है सैफ ऐसा माना जाता है कि
अधिकांश धर्म शास्त्रों में दुनिया के विनाश अपराध
के संबंध में बताया गया है एक पैन इस पूरी दुनिया का
विनाश होना है सभी धर्म है और देशों के अनुसार प्रलय
के लिए अलग-अलग परिभाषाएं बताई गई है शायद इसीलिए
अब तक कई बार दुनिया के विनाश की भविष्यवाणियां की
गई है हालांकि कयामत का दिन कब आएगा इसकी कोई सटीक
भविष्यवाणी कर पाना लगभग असंभव सा ही है फिर भी कई
सभ्यताओं और लोगों द्वारा इसकी भविष्यवाणी समय-समय
पर होती रही है दुनिया का अंत कैसे होगा कब होगी
विनाश लीला जैसे कई सवाल है जिनके जवाब आज भी खोजे
जा रहे हैं लेकिन आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि
आखिर कब कब और किन किन लोगों ने पृथ्वी के विनाश की
अब तक भविष्यवाणियों की है लेकिन हर बार वह मात्र एक
कल्पना व साबित हुई दोस्तों भविष्यवाणी की गई थी
कि 2012 में दुनिया का अंत हो जाएगा मेक्सिको की
माया सभ्यता के कैलेंडर के हिसाब से यह घोषणा की गई
थी माया सभ्यता की प्रमाणिकता इतनी अधिक की कि उसकी
भविष्यवाणी कुछ सभी ने सच मान लिया था भारत में तो
सभी लोग अपनी अंतिम इच्छा पूरी कर जोधपुर शहर में
लग गए थे चारों तरफ हाहाकार मच गया था टीवी रेडियो
और समाचार पत्रों ने दो लोगों की नींद ही उड़ा कर
रख दीजिए लेकिन अन्य भविष्यवाणियों की तरह है 2011
में चर्चा में आई यह भविष्यवाणी भी गलत साबित हुई
ऐसा माना जा रहा था कि माया सभ्यता का कैलेंडर इसे
समाप्त हो रहा है माया कैलेंडर में 21 सितंबर 2012
के बाद की तिथि का वर्णन नहीं है कैलेंडर के अनुसार
उसके बाद पुष्पि का अंतर था इस पर यकीन करने वाले
कहते हैं कि हजारों साल पहले ही अनुमान लगा लिया
गया था कि 21 सितंबर 2012 पृथ्वी का प्रलय का दिन
होगा यह सभ्यता गणित और खगोल विज्ञान के मामले में
बेहद जी 19 मानी गई थी इस सभ्यता के कैलेंडर में
पृथ्वी की उम्र 5126 वर्षा की गई थी यानी कि 2060 तक
पृथ्वी का अंत निश्चित है दोस्तों ऐसे ही और भी कई
वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के अंत में अपने मत दिए हैं
और यह कहा है कि साल 2060 तक पृथ्वी अंत निश्चित है
अनेक भविष्यवक्ताओं के साथ ही व्रत की अवधि में
भी दुनिया के अंत की भविष्यवाणी की है द विंची
के अनुसार दुनिया का अंत 4006 में एक वैश्विक बाढ़
आएगी और सारी दुनिया का सफाया हो जाएगा लियोनार्डो
द विंची की इतालवी पुनर्जागरण के सबसे अधिक ज्ञाता
के रूप में जाने जाते हैं द विंची पेंटर चित्रकार
इंजीनियर संगीतज्ञ वैज्ञानिक गणितज्ञ अविष्कारक और
बहुत गुस्से द विंची के मुताबिक दुनिया के खत्म होने
की शुरुआत वैश्विक बाढ़ से 21 मार्च 4600 शुरू होगी
और एक नवंबर 4006 तक दुनिया जलमग्न हो जाएगी और इस
तरह से दुनिया का खात्मा हो जाएगा जीवन की रोजमर्रा
की समस्याओं के बीच एक बार फिर हाल ही में दुनिया
तबाह होने की भविष्यवाणी की गई थी इस भविष्यवाणी
के मुताबिक 29 जुलार्इ 2016 को पूरी दुनिया तबाह
हो जाएगी एंड टाइम प्रॉपर्टीज नाम की संस्था की
भविष्यवाणी के अनुसार यह कहा गया था कि इस चुंबकीय
ध्रुव के पलटने से इस आपदा की शुरुआत होगी और
धरती से जीवन खत्म हो जाएगा दोस्तों किस वैज्ञानिक
अवधारणा आप लोगों को सही लग रही है उस वैज्ञानिक
का नाम हमें नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए तो
दोस्तों कैसा लग रहा है आपको वीडियो आशा करता हूं
कि आपको article अच्छी लगी होगी अगर आपको वीडियो
अच्छी लगी हो तो हमारे Article को ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए
उसका अतीत बन जाना तय है पृथ्वी पर जीवन का अस्तित्व
भी इसमें शामिल है एक दिन यह भी अतीत बन जाएगा लेकिन
कब आपको भर यकीन हों लेकिन जीवाश्मों के अध्ययन के
मुताबिक पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को करीबन 3.5
अरब साल हो चुके हैं इतने समय में पृथ्वी ने कई
तरह की आपदाएं झेलनी है जिम जाना या अंतरिक्ष की
चट्टानों का टकराना प्राणियों में बड़े पैमाने पर
जहर का फैलना जलाकर सब कुछ राख कर देने वाले रेडिएशन
जाहिर है यदि जीवन को ऐसा आभूषण खतरा पैदा हो तब भी
पृथ्वी से पूरी तरह से जीवन का अस्तित्व खत्म नहीं
हो पाएगा लेकिन पृथ्वी पर इस दुनिया के खत्म होने
की आशंका तो है ही शायद पूरी पृथ्वी बंजर भूमि में
तब्दील हो जाएगी लेकिन क्या हो सकता है कब तक रहेगा
पृथ्वी पर जीवन पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व से जुड़ी
संभावनाओं और आशंकाओं पर एक नजर डालते हैं संभव है
कि पृथ्वी उज्जीवन ज्वालामुखियों के विस्फोट से 25
करोड़ साल में खत्म हो जाएगा ऐसा होने पर पृथ्वी
पर मौजूद पहुंचा फीस भी जीवन नष्ट हो जाएंगे जबकि
पंचानवे फिर भी समुद्री जीवों का अस्तित्व नष्ट हो
जाएगा इस दौरान ज्वालामुखी से जो अलावा निकलेगा
वह ब्रिटेन के आकार से आठ गुना बड़ा होगा लेकिन
जीवन अपने आप गायब नहीं होगा दोस्तों यह सामान्य
जानकारी है कि पृथ्वी पर से डायनासोर प्रजाति का
शुक्र ग्रह के टकराने के कारण अंत हुआ था मगर एक
भारी-भरकम क्षुद्र ग्रह के टकराने से विशालकाय
डायनासोर विलुप्त हो सकते हैं तो फिर एक दूसरी
टक्कर से पृथ्वी पर जीवन भी तो नष्ट हो सकता है
हालांकि यह काफी हद तक इस पर निर्भर करेगा कि शुक्र
ग्रह टकराता कहां है कुछ बड़े शुक्र ग्रह पृथ्वी से
टकराए जरूर लेकिन उससे पृथ्वी पर जीवन खत्म नहीं हुआ
डायनासोर को नष्ट करने वाले शुक्र ग्रह जितने बड़े
आकाशीय पिंड के पृथ्वी का टकराना दूर उदाहरण है इतने
बड़े आकाशीय पिंड पृथ्वी से 50 करोड़ साल के अंतराल
पर ही टकराते हैं अगर शुक्र ग्रह पृथ्वी से टकराएगा
भी तो पृथ्वी पर से जीवन पूरी तरह समाप्त नहीं होगा
हालांकि इसकी आशंका तब ज्यादा होगी जब कोई ग्रह का
आकार का प्रिंटर पृथ्वी से टकराएगा दुनिया में जब
भी कोई महामारी अपने पैर पसारना शुरू करती है तब-तब
दुनिया के अंत को लेकर लोग चर्चा करते हैं अलग-अलग
धर्मों में दुनिया के अंत का समय अलग-अलग बताया गया
है नास्त्रेदम इस समय दुनिया के कई भविष्यवक्ताओं ने
भी इस बारे में अनुमान जताए हैं ब्रिटेन के महान
वैज्ञानिक आईजैक न्यूटन और बहुत ही विद स्टीफन
हाकिंग ने भी दुनिया के अंत की भविष्यवाणी की थी
आइए जानते हैं उनकी भविष्यवाणियों के आधार कि आते
और उन्होंने इसकी गणना कैसे की दोस्तों दुनिया में
जब भी कोई खतरनाक बीमारी विकराल रूप लेने लगती है
तो लोग अक्सर चर्चा करने लगते हैं कि दुनिया का अंत
कब होगा इस समय दुनिया के 73 देश कोरोना वायरस मोदी
का सामना कर रहे हैं चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ
यह कोरोनावायरस अब तकरीबन एक लाख लोगों को अपनी चपेट
में ले चुका है जिसमें हजारों लोगों की मौत हो चुकी
है अकेले चीन में ही हजारों लोगों को करना वायरस के
कारण मौत का शिकार होना पड़ा दुनियां पर जीवन को
लेकर ब्रिटेन के महान गणितज्ञ और भौतिकविद ग्यान
एकरस आइसक न्यूटन ने भी अपने नोट्स और चिट्ठियों में
जिक्र किया था उनके मुताबिक अगर साल 2060 तक दुनिया
बसीं रह गई तो यह विनाश की शुरुआत का साल होगा फादर
ऑफ मॉडर्न साइंस एडिटर ने 2060 में दुनिया के खत्म
होने का एक फॉर्मूला विद दिया था गति के नियम के
तमाम फॉर्मूला का आविष्कार करने वाले न्यूटन में
1704 में एक नोट लिखा था न्यूटन का यह नोट उनकी लिखी
चिट्ठियों के साथ मिला न्यूटन ने 1727 में निधन के
बाद उनके लिखे सभी नोट्स चिट्ठियां उनके घर में पाए
गए सराहा ड्राई की किताब न्यूटन पेपर 10 स्ट्रेंज
एंड ए प्रोसेस आफ आईएफ यू टर्न मैन्यूस्क्रिप्ट के
मुताबिक उन्होंने अपने जीवन में करीबन 10,000 नोट्स
और लेटेस्ट लिखें तरह ने एक इंटरव्यू के दौरान
बताया कि जब इन नोट्स और लेटेस्ट को 18 साल के
आखिर में कैंब्रिज लाया गया तो यह काफी अस्त-व्यस्त
थे किड सही ढंग से लगाने में दो लोगों को 16 साल लग
गए उनके नोट्स और चिट्ठियों की 1936 में नीलामी हुई
इन्हें इंग्लैंड के अर्थशास्त्री जॉन मेनार्ड कींस
ने खरीदा बाद में इन सभी नोट्स को यह वसल्लम के एक
स्कूल ने सीक्रेट्स ऑफ न्यूटन नाम से एक किताब में
डाल दिया यह किताब यूनिवर्सिटी ऑफ योरसेल्फ में
आज भी रखी हुई है न्यूटन ने एक नोट में लिखा अगर
इंसान यह सोचता है कि वह हमेशा के लिए रहेगा तो ऐसा
बिल्कुल नहीं है उसका भी समय आएगा जब इंसान धर्म को
मानना बंद कर देगा तभी से उसका अंत शुरू हो जाएगा
दुनिया भी एक दिन खत्म हो जाएगी दुनिया में मौजूद
हर चीज कुछ समय के लिए रहेगी एक समय आएगा जब आधा समय
क्विक आयोग ने अपने एक नोट में लिखा है कि उन्होंने
आगे समय की बात है किताब में पड़ेगी जिसमें समय समय
समय और आधा समय का जिक्र किया गया था न्यूटन ने इसी
आधार पर गणना की और उत्तर पाया कि साढ़े तीन साल बाद
योनि करीबन 1260 दिन इसके बाद उन्होंने वैज्ञानिक
गणना कर दिन को वर्ष में बदल दिया यानी कि 1260
साल आई से यह ने अपनी गणना के आधार पर यह कहा कि
दुनिया 1260 साल में खत्म हो जाएगी इसके बाद न्यूटन
के मन में सवाल उठा कि आखिर यह 1260 साल के इस वर्ष
से शुरू माने जाएं इसके लिए उन्होंने वर्ष 800 को
मानक बनाया इसके पीछे उनका तर्क था कि 808 में रूम
में धार्मिक क्रांति आई और रोम के राजा शैली मैडम
ने शासन के ऊपर पोप को स्थान दिया न्यूटन की गणना
के आधार पर 800 में 1260 जोड़ने पर साल 2060 आया
और उन्होंने दुनिया के अंत झाल 2060 बताया लीड
1704 में लिख दिया था कि अगर साल 2060 तक दुनिया
का अंत नहीं हुआ तो यह वह साल होगा जब तबाही शुरू
होगी प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया
के अंत को लेकर दावा किया था कि मानव जाति ज्यादा
से ज्यादा छह साल तक जीवित रह सकती है उनका कहना था
कि छह साल के भीतर पृथ्वी आग के गोले में तब्दील हो
जाएगी साथ ही कहा था कि मनुष्य को सौंप साल के भीतर
किसी दूसरे ग्रह पर जीवन की खोज कर बस्तियां बसानी
होगी उन्होंने तर्क दिया कि बहुत ज्यादा आबादी के
कारण धरती पर उर्जा की खपत बहुत ज्यादा हो जाएगी
इससे धरती का तापमान असीमित रूप से बढ़ेगा और धरती
गर्म हो कर लाल हो जाएगी उन्होंने भविष्यवाणी की थी
कि आने वाले समय में पृथ्वी का तापमान शुक्र ग्रह के
बराबर हो जाएगा इसके बाद पृथ्वी पर एसिड रेन हो सकती
है दोस्तों प्रोफेसर हॉकिंग में धरती पर मनुष्य
की जड़ एक रिपोर्ट के कब्जे के खतरे की आशंका भी
जताई थी उनके अनुसार आने वाले समय में रोबोट खुद एक
स्वचालित सभ्यता बनकर मनुष्य पर कब्जा कर सकते हैं
एक अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट को दिए गए साक्षात्कार
में स्टीफन ने कहा कि हमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस
के विकास की तरफ बढ़ते हुए इससे जुड़े खतरों के
बारे में भी ध्यान देना चाहिए उन्होंने एक समारोह
में भविष्यवाणी की थी कि हमारा अंत मानवीय आक्रमकता
और दुनिया पर राज करने की जिद के कारण ही होगा इसके
लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे
सामूहिक विनाश होगा दोस्तों मुझे नहीं पता कि दुनिया
का कभी अंत होगा या नहीं होगा लेकिन इतना जरूर
मानता हूं कि जिस चीज का सृजन होता है उसका अंत भी
एक ना एक दिन अवश्य होता है सैफ ऐसा माना जाता है कि
अधिकांश धर्म शास्त्रों में दुनिया के विनाश अपराध
के संबंध में बताया गया है एक पैन इस पूरी दुनिया का
विनाश होना है सभी धर्म है और देशों के अनुसार प्रलय
के लिए अलग-अलग परिभाषाएं बताई गई है शायद इसीलिए
अब तक कई बार दुनिया के विनाश की भविष्यवाणियां की
गई है हालांकि कयामत का दिन कब आएगा इसकी कोई सटीक
भविष्यवाणी कर पाना लगभग असंभव सा ही है फिर भी कई
सभ्यताओं और लोगों द्वारा इसकी भविष्यवाणी समय-समय
पर होती रही है दुनिया का अंत कैसे होगा कब होगी
विनाश लीला जैसे कई सवाल है जिनके जवाब आज भी खोजे
जा रहे हैं लेकिन आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि
आखिर कब कब और किन किन लोगों ने पृथ्वी के विनाश की
अब तक भविष्यवाणियों की है लेकिन हर बार वह मात्र एक
कल्पना व साबित हुई दोस्तों भविष्यवाणी की गई थी
कि 2012 में दुनिया का अंत हो जाएगा मेक्सिको की
माया सभ्यता के कैलेंडर के हिसाब से यह घोषणा की गई
थी माया सभ्यता की प्रमाणिकता इतनी अधिक की कि उसकी
भविष्यवाणी कुछ सभी ने सच मान लिया था भारत में तो
सभी लोग अपनी अंतिम इच्छा पूरी कर जोधपुर शहर में
लग गए थे चारों तरफ हाहाकार मच गया था टीवी रेडियो
और समाचार पत्रों ने दो लोगों की नींद ही उड़ा कर
रख दीजिए लेकिन अन्य भविष्यवाणियों की तरह है 2011
में चर्चा में आई यह भविष्यवाणी भी गलत साबित हुई
ऐसा माना जा रहा था कि माया सभ्यता का कैलेंडर इसे
समाप्त हो रहा है माया कैलेंडर में 21 सितंबर 2012
के बाद की तिथि का वर्णन नहीं है कैलेंडर के अनुसार
उसके बाद पुष्पि का अंतर था इस पर यकीन करने वाले
कहते हैं कि हजारों साल पहले ही अनुमान लगा लिया
गया था कि 21 सितंबर 2012 पृथ्वी का प्रलय का दिन
होगा यह सभ्यता गणित और खगोल विज्ञान के मामले में
बेहद जी 19 मानी गई थी इस सभ्यता के कैलेंडर में
पृथ्वी की उम्र 5126 वर्षा की गई थी यानी कि 2060 तक
पृथ्वी का अंत निश्चित है दोस्तों ऐसे ही और भी कई
वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के अंत में अपने मत दिए हैं
और यह कहा है कि साल 2060 तक पृथ्वी अंत निश्चित है
अनेक भविष्यवक्ताओं के साथ ही व्रत की अवधि में
भी दुनिया के अंत की भविष्यवाणी की है द विंची
के अनुसार दुनिया का अंत 4006 में एक वैश्विक बाढ़
आएगी और सारी दुनिया का सफाया हो जाएगा लियोनार्डो
द विंची की इतालवी पुनर्जागरण के सबसे अधिक ज्ञाता
के रूप में जाने जाते हैं द विंची पेंटर चित्रकार
इंजीनियर संगीतज्ञ वैज्ञानिक गणितज्ञ अविष्कारक और
बहुत गुस्से द विंची के मुताबिक दुनिया के खत्म होने
की शुरुआत वैश्विक बाढ़ से 21 मार्च 4600 शुरू होगी
और एक नवंबर 4006 तक दुनिया जलमग्न हो जाएगी और इस
तरह से दुनिया का खात्मा हो जाएगा जीवन की रोजमर्रा
की समस्याओं के बीच एक बार फिर हाल ही में दुनिया
तबाह होने की भविष्यवाणी की गई थी इस भविष्यवाणी
के मुताबिक 29 जुलार्इ 2016 को पूरी दुनिया तबाह
हो जाएगी एंड टाइम प्रॉपर्टीज नाम की संस्था की
भविष्यवाणी के अनुसार यह कहा गया था कि इस चुंबकीय
ध्रुव के पलटने से इस आपदा की शुरुआत होगी और
धरती से जीवन खत्म हो जाएगा दोस्तों किस वैज्ञानिक
अवधारणा आप लोगों को सही लग रही है उस वैज्ञानिक
का नाम हमें नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए तो
दोस्तों कैसा लग रहा है आपको वीडियो आशा करता हूं
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