हेलो दोस्तों, आज हम इस ब्लॉक में मिस्र की सभ्यता (हिंदी में) । Egyptian Civilization in Hindi और मिस्र की सभ्यता की भौगोलिक स्थिति और मिस्र की सभ्यता की खोज और इसका इतिहास भी जानेंगे।
मिस्र की सभ्यता के काल या अवधि के संबंध में विद्वानों में मतभेद हैं। पेरी ने मिस्र की सभ्यता को विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता माना है। रैविल नामक इतिहासकार का मानना है कि मिस्र की सभ्यता 5000 से 2000 के बीच फली फूली थी।
मिस्र में लगभग 31 राजवंशों ने 3100 वर्षों तक शासन किया और अंत में 322 ईसा पूर्व में सिकंदर महान ने मिश्र को जीतकर यूनानी साम्राज्य में मिला लिया।
हेलो दोस्तों, हमारे इस ब्लॉक में आपने आज मिस्र की सभ्यता (हिंदी में) । Egyptian Civilization in Hindi और मिस्र की सभ्यता की भौगोलिक स्थिति और मिस्र की सभ्यता की खोज और मिस्र का इतिहास के बारे में जाना है, धन्यवाद।
मिस्र की सभ्यता क्या है? । Egyptian Civilization in Hindi
कांस्य कालीन अन्य सभ्यताओं में मिस्र की सभ्यता का स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण है। मिस्र की सभ्यता का विकास उत्तरी अफ्रीका की नील नदी के घाटी में हुआ था। इसलिए इस सभ्यता को नील नदी की देन और नील घाटी की सभ्यता भी कहा जाता है।मिस्र की भौगोलिक स्थिति । Egypt Geography in Hindi
यह देश मिस्र अफ्रीका महाद्वीप के उत्तर पूर्वी भाग में नील नदी की घाटी में स्थित है। मिस्र के उत्तर में भूमध्य सागर पश्चिम में सहारा मरुस्थल दक्षिण में घने जंगल तथा पूर्व में लाल सागर है। आज से 5 हजार वर्ष पहले मिस्र का सिकंदरिया संसार का एक प्रसिद्ध बंदरगाह और व्यापारिक केंद्र माना जाता है। नील नदी को मिस्र की सभ्यता का जन्म दायिनी माना जाता है। सेबाइन के अनुसार यदि नील नदी ना होती तो मिश्र एक विशाल मरुस्थल बन गया होता। इसलिए प्राचीन यूनानी इतिहासकार हेरोडोटस ने मिस्र को नील नदी का वरदान कहा है। सखाराम देसाई के अनुसार मिस्र की सभ्यता नील नदी का उपहार है।मिस्र की सभ्यता की खोज । Discovery of Egyptian Civilization in Hindi
इस सभ्यता की खोज का श्री नेपोलियन बोनापार्ट को दिया जाता है सन 1798 मेन नेपोलियन ने अपनी मिस्त्री अभियान के दौरान नील नदी के मुहाने पर स्थित रोजेटा नामक स्थान पर एक पत्थर का शिलालेख प्राप्त किया 1.12 मीटर लंबे तथा 70 सेंटीमीटर चौड़े इस शिलालेख पर मिस्र के यूनानी राजा के शासनकाल की घटनाएं लिखी हुई थी इसके बाद थॉमस यंग और अकेटस्लाद ने भी मिश्री भाषा को पढ़कर संसार को प्राचीन मिस्र की सभ्यता का ज्ञान करा दिया सन् 1922 मैं हावर्ड कार्टर नामक एक अंग्रेज ने तूतेन खामन के पिरामिड के गुप्त द्वार की खोज करके पिरामिड मिस्र की सभ्यता तथा संस्कृति संस्कृत का प्रकाशित किया।मिस्र की सभ्यता के ज्ञान के साधन
इस सभ्यता के ज्ञान के अनेक साधन है। जिनमें रोजेटा शिलालेख के अतिरिक्त विशालकाय पिरामिड मिस्त्री राजा और रानियों की मूर्तियां भव्य मंदिर आज रूप से उल्लेखनीय है। टालेमी के दरबारी इतिहासकार मेनिथो ने मिस्र के सभी महत्वपूर्ण राजाओं की वंशावली तैयार की थी जो आज भी संपूर्ण अवस्था में उपलब्ध है। इससे भी मिस्र के प्राचीन इतिहास पर प्रकाश प्रकाश पड़ता है।मिस्र की सभ्यता के काल या अवधि के संबंध में विद्वानों में मतभेद हैं। पेरी ने मिस्र की सभ्यता को विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता माना है। रैविल नामक इतिहासकार का मानना है कि मिस्र की सभ्यता 5000 से 2000 के बीच फली फूली थी।
मिस्त्र की सभ्यता का इतिहास । Egyptian Civilization History in Hindi
पिलण्डर्स बैटरी पैट्री नामक इतिहासकार के अनुसार मिस्र की सभ्यता का आरंभ आज से लगभग 10 हजार वर्ष पहले ही हो गया था। परंतु मिस्र में राजनीतिक संगठन का प्रादुभार्व 5 हजार ईसा पूर्व में हुआ। पहले मिस्र में छोटे-छोटे नगर राज्य स्थापित हुए फिर मेनीज नामक शक्तिशाली राजा ने नगर राज्यों को एकता के रूप में संगठित करके एक विशाल राज की स्थापना की 3400 ईसा पूर्व में मेनीज ने मैंफिस को अपने राज्य की राजधानी बनाया और मिस्र में राजतंत्र शासन प्राणाली की न्यू दिल्ली नींव डाली। मेनीज को ही मिस्र में प्रथम राजवंश का संस्थापक और मिश्र का पहला राजा माना जाता है।मिस्र में लगभग 31 राजवंशों ने 3100 वर्षों तक शासन किया और अंत में 322 ईसा पूर्व में सिकंदर महान ने मिश्र को जीतकर यूनानी साम्राज्य में मिला लिया।
हेलो दोस्तों, हमारे इस ब्लॉक में आपने आज मिस्र की सभ्यता (हिंदी में) । Egyptian Civilization in Hindi और मिस्र की सभ्यता की भौगोलिक स्थिति और मिस्र की सभ्यता की खोज और मिस्र का इतिहास के बारे में जाना है, धन्यवाद।
मॉडरेटर द्वारा पिछला संपादन: