पृथ्वी पर मनुष्य का जन्म कैसे हुआ? (Prithvi Par Manav Janam Kaise Hua)

हेलो दोस्तों, हमारे इस ब्लॉक में आपका स्वागत है‌, हम इस ब्लॉक में आपको बताएंगे की पृथ्वी पर मनुष्य का जन्म कैसे हुआ (Prithvi Par Manav Janam Kaise Hua) और उनका विकास कैसे हुआ, उनकी कौन-कौन सी जातियां थी !

पृथ्वी पर मनुष्य का जन्म कैसे हुआ (Prithvi Par Manav Janam Kaise Hua)

विद्वानों का अनुमान है कि आज से कोई 5 या 10 वर्ष पहले नर – वानर से ही एक ऐसे प्राणी का जन्म हुआ जिसकी आकृति आधुनिक मानव से पर्याप्त मिलती-जुलती थी धीरे धीरे वातावरण से अनुकूलन करने के लिए यह प्राणी वृक्षों से नीचे उतर कर धरती पर पैरों के बल चलने लगे फिर इन्हें हाथ चलाने और हाथों का प्रयोग में लाने का ज्ञान हो गया धीरे-धीरे इनकी बुद्धि का विकास हुआ फिर पुरा पाषाण काल के आरंभ में इन प्राणियों ने आदिमानव का रूप धारण कर लिया ।


मानव का विकास (Manav ka Vikas)

मानव तथा अन्य प्राणियों के विकास के संबंध में यूरोप के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डार्विन का विकासवादी सिद्धांत सबसे अधिक मान्य है डार्विन ने अपनी पुस्तक थ्योरी ऑफ एवोल्यूशन ( 𝕋𝕙𝕖𝕠𝕣𝕪 𝕠𝕗 𝔼𝕧𝕠𝕝𝕦𝕥𝕚𝕠𝕟) मैं स्पष्ट किया है की पृथ्वी पर जीवो तथा मानव का विकास अचानक ना होकर क्रमिक विकास की प्रक्रिया द्वारा हुआ इसी सिद्धांत के अनुसार डार्विन का कहना है की मानव का विकास चिम्पैंजियों या लंगूर से हुआ इसी सिद्धांत के अनुसार मनुष्य ने सबसे पहले सीधा खड़ा होना सीखा फिर पिछले पैरों से धरती पर चलने लगा धीरे-धीरे उसने अपने हाथों से काम लेना शुरू कर दिया फिर मस्तिष्क के विकास के साथ साथ ही उनकी बुद्धि का विकास भी होने लगा कुछ समय के बाद मनुष्य ने बोलने की शक्ति प्राप्त कर ली और वह अपने साथियों से विचार विमर्श करने लगा तत्पश्चात मानव ने आग की खोज करके सभ्यता के पद के दरवाजे खोल दिए इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा पहिए का आविष्कार और कृषि की खोज के साथ ही उसने आधुनिक सभ्यता के युग में प्रवेश कर लिया।

विश्व मैं आदिमानव की जातियां (Aadimanav ka Itihas)​

विश्व में मानव की जातियां निम्न है संसार के विभिन्न भागों में पाए गए मानव जीवाश्मो से पता चलता है कि आज से लाखो वर्ष पहले आदिमानव की विभिन्न जातियां इस धरती पर निवास करती थी इन आदिमानवो की जातियों तथा उनकी शारीरिक विशेषताओं का वर्णन निम्नलिखित है।

1. जावा मानव (Java Manav)​

सन् 1894 ई में डच सैनिक डॉक्टर यूजेन दुबोएस ने दक्षिण पूर्वी एशिया में स्थित जावा के ट्रिनिल नामक स्थान की खुदाई में एक मानव की अस्थियां प्राप्त हुई।

2. पेकिंग मानव (Peking Manav)

सन् 1929 मैं चीन की राजधानी पैकिंग के निकट चाउ – कोटिन नामक स्थान पर चीनी की खुदाई मैं एक आदिमानव के जीवाश्म मिले ।

3. हीडलबर्ग मानव (Heidelberg Manav)

सन् 1907 जर्मनी के हीडलबर्ग नामक स्थान पर उत्खनन से एक आदिमानव के जीवाश्म मिले उन्हें देखकर विद्वानों ने यह निष्कर्ष निकाला की आज से लगभग 3 लाखवर्ष पहले आदिमानवो की एक जाति जर्मनी में भी थी ।

4. पिल्टडाउन मानव (Piltdown Manav)

सन् 1920 मैं इंग्लैंड स्थित पिल्टडाउन नामक स्थान पर खुदाई कर आते समय ब्रिटिश चार्ल्स डाउसन ने एक आदिमानव की खोपड़ी तथा जबड़े के जीवाश्म प्राप्त किए।

5. रोडेशिया मानव (Rhodesian Manav)

सन् 1921 मैं अफ्रीका स्थित रोडेशिया की ब्रोकन हिल नामक पहाड़ी पर आदिमानव की अस्थियों के अवशेष प्राप्त किए ।

6. होमोसेपियन मानव (Homosapien Manav)

मध्य एशिया के कुछ भागों में भी आदि मानव के जीवाश्म मिले जिनका वैज्ञानिक परीक्षण तथा अध्ययन करके विद्वानों ने यह निष्कर्ष निकाला की मध्य एशिया के क्षेत्र में आज से लगभग 30 से 40 हजार वर्ष पहले आदिमानव की दो विभिन्न जातियां निवास करती थी आदिमानव कि एक जाति पूर्व और दूसरी जाति दिशा मैं फैल गई अवशेषों के आधार पर विद्वानों का यह भी अनुमान है कि दक्षिण दिशा में फैलने वाली जाति काले रंग की थी विद्वानों ने आदिमानव की इस जाति को होमोसेपियन की संख्या दी है और इसका मूल स्थान पमीर का पठार और उत्तरी हिमालयी क्षेत्र को माना है

हेलो दोस्तों उपयुक्त आदिमानव की जातियों का विवरण विश्व के विभिन्न स्थानों में पाए गए मानव जीवाश्मो के अध्ययन पर आधारित है डिवीज ने ठीक ही कहा है की पृथ्वी पर मानव के अवतरण और उसके सभ्य बनने की गाथा बड़ी ही रोमांचकारी तथा रहस्यों से भरी हुई है ।
 
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