हेलो दोस्तों, हमारे इस ब्लॉग में आपका स्वागत है, हमारे इस ब्लॉग में आज हम आपको पैराथाइरॉइड ग्रंथि क्या है? । Parathyroid Gland in Hindi, पैराथायराइड ग्रंथि की स्थिति, पैराथायराइड ग्रंथि की संरचना, पैराथायराइड ग्रंथि के हॉर्मोन, पैराथायरॉइड ग्रन्थि के विकार आदि के बारे में जानेंगे, तो चलिए दोस्तों इन सबके बारे में जानते है।
जिसके प्रमुख कार्य निम्नानुसार हैं।
इसके कम मात्रा में बनने की स्थिति को हाइपो पैराथायरॉइडिज्म कहते हैं। इसकी कमी से तन्त्रिकाओं और पेशियों में उत्तेजना के कारण पेशियों में ऐंठन और फड़कन होने लगती है। इस स्थिति को टिटेनस कहते हैं। इस रोग में जब ग्लॉटिस भाग की पेशियाँ संकुचित हो जाती हैं, तब व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। बाल्यावस्था में इसकी थोड़ी कमी होने पर दाँत, हड्डियाँ व मस्तिष्क कम विकसित रह जाते हैं ।
(b) अतिस्त्रावण
इसके अधिक स्रावण से निम्न बीमारियाँ होती हैं।
(i) ओस्टियोपोरोसिस – इस रोग में अस्थियाँ गलकर कोमल, कमजोर एवं भंगुर हो जाती हैं।
(ii) हाइपर कैल्सिमिया – रुधिर में Ca की मात्रा बढ़ जाने से पेशियाँ एवं तन्त्रिकाएँ क्षीण हो जाती हैं। मूत्र की मात्रा बढ़ जाती है और भूख कम लगती है, कब्ज हो जाती है, सिर दर्द होने लगता है और प्यास अधिक लगती है।
(iii) गुर्दे की पथरी – अकार्बनिक लवणों की अधिकता के कारण गुर्दे व पित्ताशय में पथरी बनने लगती है।
दोस्तों, आज हमने आपको पैराथाइरॉइड ग्रंथि क्या है? । Parathyroid Gland in Hindi, पैराथायराइड ग्रंथि की स्थिति, पैराथायराइड ग्रंथि की संरचना, पैराथायराइड ग्रंथि के हॉर्मोन, पैराथायरॉइड ग्रन्थि के विकार आदि के बारे मे बताया, आशा करता हूँ आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा, तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट करके अवश्य बताये, ताकि मुझे और अच्छे आर्टिकल लिखने का अवसर प्राप्त हो, धन्यवाद्.
पैराथाइरॉइड ग्रंथि क्या है? । Parathyroid Gland in Hindi
उत्पत्ति – पैराथायरॉइड ग्रन्थि की उत्पत्ति भ्रूण के एण्डोडर्म से होती है।पैराथायराइड ग्रंथि की स्थिति । Parathyroid Gland Position In Hindi
सर्वप्रथम रेनार्ड ने देखा कि मनुष्य में दो जोड़ी पैराथायरॉइड ग्रन्थियाँ पायी जाती हैं जो दो-दो की संख्या में थायरॉइड ग्रन्थि की प्रत्येक पालि की पृष्ठ सतह पर धँसी रहती हैं। ये ग्रन्थियाँ भ्रूणावस्था में तीसरे व चौथे ग्रसनीय क्लोम दरारों की उपकला से बनती हैं।पैराथायराइड ग्रंथि की संरचना । Parathyroid Gland Structure in Hindi
ये ग्रन्थियाँ मटर के दाने के समान लाल रंग की होती हैं। प्रत्येक का भार लगभग 0-03 से 0.05 ग्राम व आकार 4-6 मिमी होता है। संरचनात्मक रूप से प्रत्येक ग्रन्थि के चारों तरफ संयोजी ऊतक की एक खोल पायी जाती है जिसके अन्दर ग्रन्थिल कोशिकाएँ सघनता से स्थित होती हैं।पैराथायराइड ग्रंथि के हॉर्मोन । Parathyroid Hormone hindi
इसके द्वारा स्रावित हॉर्मोन पैराथॉर्मोन या कॉलिप हॉर्मोन (PTH) और कैल्सीटोनिन हैं।(A) पैराथॉर्मोन
इसे शुद्ध रूप में सर्वप्रथम कॉलिप ने तैयार किया था, इसी कारण इसे यह नाम दिया गया है। यह 84 अमीनो अम्लों का बना एक प्रोटीन है।जिसके प्रमुख कार्य निम्नानुसार हैं।
- यह रुधिर में Ca 2 + और PO आयनों की संख्या का नियमन करता है। यह आँत की दीवार और वृक्क नलिकाओं में Ca अवशोषण की गति को बढ़ाता है।
- यह पेशी संकुचन, प्रेरणा संवहन, हृदय स्पंदन, रक्त स्कन्दन, अस्थि निर्माण, अण्डाणु निषेचन इत्यादि में सहयोग करता है।
- यह अस्थियों से आवश्यकता से अधिक कैल्सियम, वसा एवं फॉस्फेट की मात्रा को निकालकर रुधिर में पहुँचा देता है।
(B) कैल्सिटोनिन
यह हॉर्मोन पैराथॉर्मोन के ठीक विपरीत कार्य करता है। जब रुधिर में Ca की मात्रा बढ़ जाती है तब यह हॉर्मोन रुधिर से Ca को निकालकर इसे अस्थियों में एकत्रित करता है। इसके साथ ही यह मूत्र में कैल्सियम की मात्रा को बढ़ाता है।पैराथायरॉइड ग्रन्थि के विकार । Parathyroid Gland Disease in Hindi
(a) अल्पस्त्रावणइसके कम मात्रा में बनने की स्थिति को हाइपो पैराथायरॉइडिज्म कहते हैं। इसकी कमी से तन्त्रिकाओं और पेशियों में उत्तेजना के कारण पेशियों में ऐंठन और फड़कन होने लगती है। इस स्थिति को टिटेनस कहते हैं। इस रोग में जब ग्लॉटिस भाग की पेशियाँ संकुचित हो जाती हैं, तब व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। बाल्यावस्था में इसकी थोड़ी कमी होने पर दाँत, हड्डियाँ व मस्तिष्क कम विकसित रह जाते हैं ।
(b) अतिस्त्रावण
इसके अधिक स्रावण से निम्न बीमारियाँ होती हैं।
(i) ओस्टियोपोरोसिस – इस रोग में अस्थियाँ गलकर कोमल, कमजोर एवं भंगुर हो जाती हैं।
(ii) हाइपर कैल्सिमिया – रुधिर में Ca की मात्रा बढ़ जाने से पेशियाँ एवं तन्त्रिकाएँ क्षीण हो जाती हैं। मूत्र की मात्रा बढ़ जाती है और भूख कम लगती है, कब्ज हो जाती है, सिर दर्द होने लगता है और प्यास अधिक लगती है।
(iii) गुर्दे की पथरी – अकार्बनिक लवणों की अधिकता के कारण गुर्दे व पित्ताशय में पथरी बनने लगती है।
दोस्तों, आज हमने आपको पैराथाइरॉइड ग्रंथि क्या है? । Parathyroid Gland in Hindi, पैराथायराइड ग्रंथि की स्थिति, पैराथायराइड ग्रंथि की संरचना, पैराथायराइड ग्रंथि के हॉर्मोन, पैराथायरॉइड ग्रन्थि के विकार आदि के बारे मे बताया, आशा करता हूँ आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा, तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट करके अवश्य बताये, ताकि मुझे और अच्छे आर्टिकल लिखने का अवसर प्राप्त हो, धन्यवाद्.
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