हेलो दोस्तों, हमारे इस Blog में आपका स्वागत है, हमारे इस ब्लॉग में आपको विश्व भूगोल की सामान्य जानकारी । World Geography In Hindi के साथ साथ , ब्रह्माण्ड, सौरमंडल, सूर्य, बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल , बृहस्पति , शनि , अरुण एवं वरुण इन सबके बारे में बताएंगे, तो चलिए शुरू करते है, इन सबके बारे में जानना।
विश्व भूगोल । World Geography In Hindi
सर्वप्रथम भूगोल शब्द का प्रयोग इरेटॉस्थनीज ने किया था।
मंदाकिनी – तारो का ऐसा समूह, जो धुँधला सा दिखाई पड़ता है तथा जो तारा-निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत का गैसपुंज है, मंदाकिनी कहलाता है हमारी पृथ्वी की अपनी एक मंदाकिनी है, जिसे दुग्धमेघला या आकाशगंगा कहते है।
आकाशगंगा की सबसे नजदीकी मंदाकिनी को देवयानी नाम दिया गया है।
नवीनतम ज्ञात मंदाकिनी ड्वार्फ मंदाकिनी है।
प्लेनेमस सौरमंडल से बाहर बिल्कुल एक जैसे दिखने वाले जुड़वाँ पिंडो का एक समूह है ।
इसका केंद्रीय भाग क्रोड कहलाता है ।
सूर्य सौरमंडल का प्रधान है यह हमारी मंदाकिनी दुग्धमेखला के केंद्र से लगभग 30000 प्रकाश वर्ष की दुरी पर एक कोने में स्थित है
सूर्य-ग्रहण के समय सूर्य दिखाई देने वाले भाग को सूर्य किरिट कहते है ।
सूर्य की उम्र – 5 बिलियन वर्ष।
इसके {सूर्य} प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में 8 मिनिट 16 सेकण्ड का समय लगता हैं ।
सौर ज्वाला को उत्तरी ध्रुव पर औरोरा बोरियालिस और दक्षिणी ध्रुव पर औरोरा औस्टेलिस कहते है।
इसका {सूर्य} का व्यास 13 लाख 92 हजार कि.मी. है जो पृथ्वी के व्यास का लगभग 110 गुना है।
सूर्य हमारी पृथ्वी से 13 लाख गुना बड़ा है और पृथ्वी को सूर्यताप का 2 अरबवां भाग मिलता है ।
मध्यरात्रि सूर्य का अर्थ है सूर्य का ध्रुवीय व्रत में देर रात तक चमकना ! मध्यरात्रि का सूर्य आर्कटिक क्षेत्र में दिखाई देता है।
बौने ग्रह – प्लूटो , चेरोंन , सेरस , 2003 युबी 313 ।
पार्थिव या आन्तरिक ग्रह – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल को पार्थिव ग्रह कहते है क्योकि ये पृथ्वी के सद्र्श होते है।
बृहस्पतिय या बाह्म ग्रह – बृहस्पति , शनि , अरुण , व वरुण को बृहस्पतिय ग्रह कहते है।
मंगल , बुध , बृहस्पति , शुक्र एवं शनि , इन पाँचो ग्रहो को नंगी आँखों से देखा जा सकता है।
आकार के अनुसार ग्रहो का क्रम { घटते क्रम में } – बृहस्पति , शनि , अरुण , वरुण , पृथ्वी , शुक्र , मंगल , एवं बुध ।
घनत्व के अनुसार ग्रहो का क्रम { बढ़ते क्रम में } – शनि , अरुण , बृहस्पति , नेप्च्यून , मंगल , एवं शुक्र ।
सूर्य से दुरी के अनुसार ग्रहो का क्रम – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल , बृहस्पति , शनि , अरुण , एवं वरुण ।
सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह बुध एवं सबसे दूर स्थित ग्रह वरुण है ।
द्रव्यमान के अनुसार ग्रहो का क्रम – बुध , मंगल , शुक्र , पृथ्वी , अरुण , वरुण , शनि एवं बृहस्पति ।
न्यूनतम द्रव्यमान वाला ग्रह बुध एवं अधिकतम द्रव्यमान वाला ग्रह बृहस्पति है ।
परिक्रमण काल के अनुसार ग्रहो का क्रम – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल , बृहस्पति , शनि , अरुण , एवं वरुण।
परिभ्रमण काल के अनुसार ग्रहो का क्रम – बृहस्पति , शनि , वरुण , अरुण , पृथ्वी , मंगल , बुध , शुक्र।
शुक्र एवं अरुण को छोड़कर अन्य सभी ग्रहो का घूर्णन एवं परिक्रमण की दिशा एक ही है ।
इन दोनों शुक्र एवं अरुण के घूर्णन की दिशा पूर्व से पश्चिम है जबकि अन्य सभी ग्रहो के घूर्णन की दिशा पश्चिम से पूर्व है ।
यह सूर्य निकलने के 2 घंटे पहले दिखाई पड़ता है।
बुध सबसे छोटा और सबसे हल्का ग्रह है।
इसके पास कोई उपग्रह नहीं है।
इसका सबसे विसिष्ट गुण है – इसमें चुंबकीय क्षेत्र का होना।
यह सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय में पूरा करता है।
यहां दिन अति गर्म व राते बर्फीली होती है इसका तापान्तर सभी ग्रहो में सबसे अधिक है।
इसे भोर का तारा कहा जाता है क्योकि यह शाम में पश्चिम दिशा में सुबह में पूरब की दिशा में आकाश में दिखाई पड़ता है।
यह अन्य ग्रहो के विपरीत दक्षिणावर्त चक्रण करता है।
इसे पृथ्वी का भगिनी ग्रह कहते है यह घनत्व, आकार एवं व्यास में पृथ्वी के समान है।
इसके पास कोई उपग्रह नहीं है।
इसे अपनी धुरी पर चक्कर लगाने में 10 घंटे और सूर्य की परिक्रमा करने में 12 वर्ष लगते है।
बृहस्पति का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का लगफग 1000 वां भाग है।
इसके उपग्रह ग्यानिमिड सभी उपग्रहों में सबसे बड़ा है।
यह अपनी धुरी पर 24 घंटे में एक बार पूरा चक्कर लगाता है।
इसके 2 उपग्रह है – फोबोस और डीमोस।
सूर्य की परिक्रमा करने में इसे 687 दिन लगते है।
सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिंपस मेसी इसी ग्रह पर स्थित है।
निक्स ओलम्पिया सौरमंडल का सबसे ऊँचा पर्वत इसी ग्रह पर स्थित है।
इसकी प्रमुख विशेषता – इसके तलय के चारो और वलय का होना { मोटी प्रकाश वाली कुंडली }।
इसके वलय की संख्या 7 है।
यह आकाश में पिले तारे के समान दिखाई पड़ता हैं।
इसका घनत्व सभी ग्रहो एवं जल से भी कम है यानि इसे जल में रखने पर तैरने लगता है।
शनि का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है जो सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है।
यह आकार में बुध के बराबर है।
टाइटन की खोज 1665 में हाईजोन ने की थी।
इसकी खोज 1781 ई. में विलियम हर्शेल द्वारा की गयी।
इसके चारों और 9 वलय है।
यह अपने अक्च पर पूर्व से पख्चिम की और घूमता है जबकि अन्य ग्रह पख्चिम से पूर्व की और घूमते है।
यहाँ सूर्योदय पख्चिम की और एवं सूर्यास्त पूरब की और होता है।
यह अपनी धुरी पर सूर्य की और इतना झुका हुआ है की यह लेटा हुआ सा दिखाई पड़ता है इसलिए इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहते है।
इसका सबसे बड़ा उपग्रह टाइटेनिया है।
यह हरे रंग का ग्रह है यानिकि यह हरे रंग का प्रकाश उत्सर्जित करता है।
इसके उपग्रहों में ट्राइटन प्रमुख है।
FAQ SECTION
दोस्तों, आज हमने आपको इस ब्लॉग में आपको विश्व भूगोल की सामान्य जानकारी । World Geography In Hindi के साथ साथ ,ब्रह्माण्ड,सौरमंडल,सर्य,बुध ,शुक्र ,पृथ्वी ,मंगल ,बृहस्पति ,शनि ,अरुण एवं वरुण इन सबके बारे में बताया, आशा करता हूँ आपको यह Article बहुत पसंद आया होगा और आपको इससे बहुत कुछ सिखने को भी मिला होगा, तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट करके बताया, ताकि मुझे और अच्छे-अच्छे आर्टिकल लिखने का सौभग्य प्राप्त हो, मुझे आपके कमेंट का इंतजार रहेगा ।धन्यवाद् ।
विश्व भूगोल । World Geography In Hindi
सर्वप्रथम भूगोल शब्द का प्रयोग इरेटॉस्थनीज ने किया था।
ब्रह्माण्ड । Universe In Hindi
अस्तित्वमान द्रव्य एवं ऊर्जा के सम्मिलित रूप को ब्रह्माण्ड कहते है।मंदाकिनी – तारो का ऐसा समूह, जो धुँधला सा दिखाई पड़ता है तथा जो तारा-निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत का गैसपुंज है, मंदाकिनी कहलाता है हमारी पृथ्वी की अपनी एक मंदाकिनी है, जिसे दुग्धमेघला या आकाशगंगा कहते है।
आकाशगंगा की सबसे नजदीकी मंदाकिनी को देवयानी नाम दिया गया है।
नवीनतम ज्ञात मंदाकिनी ड्वार्फ मंदाकिनी है।
सौरमंडल । Solar System In Hindi
सूर्य के चारों और चक्कर लगाने वाले विभिन्न ग्रहों, छुद्रग्रहों, धूमकेतुओ, उल्काओ तथा अन्य आकाशीय पिंडो के समूह को सौरमंडल कहते है ।प्लेनेमस सौरमंडल से बाहर बिल्कुल एक जैसे दिखने वाले जुड़वाँ पिंडो का एक समूह है ।
सूर्य । Sun In Hindi
सूर्य एक गैसीय गोला है जिसमे हाइड्रोजन 71 % , हीलियम 26.5 % एवं अन्य तत्व 2.5 % होता है।इसका केंद्रीय भाग क्रोड कहलाता है ।
सूर्य सौरमंडल का प्रधान है यह हमारी मंदाकिनी दुग्धमेखला के केंद्र से लगभग 30000 प्रकाश वर्ष की दुरी पर एक कोने में स्थित है
सूर्य-ग्रहण के समय सूर्य दिखाई देने वाले भाग को सूर्य किरिट कहते है ।
सूर्य की उम्र – 5 बिलियन वर्ष।
इसके {सूर्य} प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में 8 मिनिट 16 सेकण्ड का समय लगता हैं ।
सौर ज्वाला को उत्तरी ध्रुव पर औरोरा बोरियालिस और दक्षिणी ध्रुव पर औरोरा औस्टेलिस कहते है।
इसका {सूर्य} का व्यास 13 लाख 92 हजार कि.मी. है जो पृथ्वी के व्यास का लगभग 110 गुना है।
सूर्य हमारी पृथ्वी से 13 लाख गुना बड़ा है और पृथ्वी को सूर्यताप का 2 अरबवां भाग मिलता है ।
मध्यरात्रि सूर्य का अर्थ है सूर्य का ध्रुवीय व्रत में देर रात तक चमकना ! मध्यरात्रि का सूर्य आर्कटिक क्षेत्र में दिखाई देता है।
सौरमंडल के पिंड । Bodies Of The Solar System In Hindi
परम्परागत ग्रह – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल , बृहस्पति , शनि , अरुण एवं वरुण।बौने ग्रह – प्लूटो , चेरोंन , सेरस , 2003 युबी 313 ।
पार्थिव या आन्तरिक ग्रह – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल को पार्थिव ग्रह कहते है क्योकि ये पृथ्वी के सद्र्श होते है।
बृहस्पतिय या बाह्म ग्रह – बृहस्पति , शनि , अरुण , व वरुण को बृहस्पतिय ग्रह कहते है।
मंगल , बुध , बृहस्पति , शुक्र एवं शनि , इन पाँचो ग्रहो को नंगी आँखों से देखा जा सकता है।
आकार के अनुसार ग्रहो का क्रम { घटते क्रम में } – बृहस्पति , शनि , अरुण , वरुण , पृथ्वी , शुक्र , मंगल , एवं बुध ।
घनत्व के अनुसार ग्रहो का क्रम { बढ़ते क्रम में } – शनि , अरुण , बृहस्पति , नेप्च्यून , मंगल , एवं शुक्र ।
सूर्य से दुरी के अनुसार ग्रहो का क्रम – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल , बृहस्पति , शनि , अरुण , एवं वरुण ।
सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह बुध एवं सबसे दूर स्थित ग्रह वरुण है ।
द्रव्यमान के अनुसार ग्रहो का क्रम – बुध , मंगल , शुक्र , पृथ्वी , अरुण , वरुण , शनि एवं बृहस्पति ।
न्यूनतम द्रव्यमान वाला ग्रह बुध एवं अधिकतम द्रव्यमान वाला ग्रह बृहस्पति है ।
परिक्रमण काल के अनुसार ग्रहो का क्रम – बुध , शुक्र , पृथ्वी , मंगल , बृहस्पति , शनि , अरुण , एवं वरुण।
परिभ्रमण काल के अनुसार ग्रहो का क्रम – बृहस्पति , शनि , वरुण , अरुण , पृथ्वी , मंगल , बुध , शुक्र।
शुक्र एवं अरुण को छोड़कर अन्य सभी ग्रहो का घूर्णन एवं परिक्रमण की दिशा एक ही है ।
इन दोनों शुक्र एवं अरुण के घूर्णन की दिशा पूर्व से पश्चिम है जबकि अन्य सभी ग्रहो के घूर्णन की दिशा पश्चिम से पूर्व है ।
बुध ग्रह । Mercury Planet in Hindi
बुध सूर्य का सबसे नजदीकी ग्रह है।यह सूर्य निकलने के 2 घंटे पहले दिखाई पड़ता है।
बुध सबसे छोटा और सबसे हल्का ग्रह है।
इसके पास कोई उपग्रह नहीं है।
इसका सबसे विसिष्ट गुण है – इसमें चुंबकीय क्षेत्र का होना।
यह सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय में पूरा करता है।
यहां दिन अति गर्म व राते बर्फीली होती है इसका तापान्तर सभी ग्रहो में सबसे अधिक है।
शुक्र ग्रह । Venus Planet In Hindi
यह पृथ्वी का सबसे निकटतम, सबसे चमकीला एवं सबसे गर्म ग्रह है।इसे भोर का तारा कहा जाता है क्योकि यह शाम में पश्चिम दिशा में सुबह में पूरब की दिशा में आकाश में दिखाई पड़ता है।
यह अन्य ग्रहो के विपरीत दक्षिणावर्त चक्रण करता है।
इसे पृथ्वी का भगिनी ग्रह कहते है यह घनत्व, आकार एवं व्यास में पृथ्वी के समान है।
इसके पास कोई उपग्रह नहीं है।
बृहस्पति ग्रह । Jupiter Planet In Hindi
यह सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है।इसे अपनी धुरी पर चक्कर लगाने में 10 घंटे और सूर्य की परिक्रमा करने में 12 वर्ष लगते है।
बृहस्पति का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान का लगफग 1000 वां भाग है।
इसके उपग्रह ग्यानिमिड सभी उपग्रहों में सबसे बड़ा है।
मंगल ग्रह । Mars planet in hindi
इसे लाल ग्रह कहा जाता है इसका रंग लाल, आयरन ऑक्साइड के कारण होता है।यह अपनी धुरी पर 24 घंटे में एक बार पूरा चक्कर लगाता है।
इसके 2 उपग्रह है – फोबोस और डीमोस।
सूर्य की परिक्रमा करने में इसे 687 दिन लगते है।
सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिंपस मेसी इसी ग्रह पर स्थित है।
निक्स ओलम्पिया सौरमंडल का सबसे ऊँचा पर्वत इसी ग्रह पर स्थित है।
शनि ग्रह । Saturn planet In Hindi
यह आकार में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।इसकी प्रमुख विशेषता – इसके तलय के चारो और वलय का होना { मोटी प्रकाश वाली कुंडली }।
इसके वलय की संख्या 7 है।
यह आकाश में पिले तारे के समान दिखाई पड़ता हैं।
इसका घनत्व सभी ग्रहो एवं जल से भी कम है यानि इसे जल में रखने पर तैरने लगता है।
शनि का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है जो सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है।
यह आकार में बुध के बराबर है।
टाइटन की खोज 1665 में हाईजोन ने की थी।
अरुण ग्रह । Uranus planet in hindi
यह आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है इसका तापमान लगफग -215 C है।इसकी खोज 1781 ई. में विलियम हर्शेल द्वारा की गयी।
इसके चारों और 9 वलय है।
यह अपने अक्च पर पूर्व से पख्चिम की और घूमता है जबकि अन्य ग्रह पख्चिम से पूर्व की और घूमते है।
यहाँ सूर्योदय पख्चिम की और एवं सूर्यास्त पूरब की और होता है।
यह अपनी धुरी पर सूर्य की और इतना झुका हुआ है की यह लेटा हुआ सा दिखाई पड़ता है इसलिए इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहते है।
इसका सबसे बड़ा उपग्रह टाइटेनिया है।
वरुण ग्रह । Neptune planet in hindi
इसकी खोज 1846 ई. में जहाँन गाले ने की थी।यह हरे रंग का ग्रह है यानिकि यह हरे रंग का प्रकाश उत्सर्जित करता है।
इसके उपग्रहों में ट्राइटन प्रमुख है।
FAQ SECTION
सर्वप्रथम भूगोल शब्द का प्रयोग किया था?
इरेटोस्थनीजआकाशगंगा की सबसे नजदीकी मंदाकिनी का नाम दिया गया है?
देवयानीसूर्य का केंद्रीय भाग कहलाता है?
क्रोडसूर्य-ग्रहण के समय सूर्य दिखाई देने वाले भाग को कहते है?
सूर्य किरिटसूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में कितना समय लगता हैं?
8 मिनिट 16 सेकण्डसूर्य का सबसे निकटतम एवं सबसे दूर स्थित ग्रह कौन-कौन है?
बुध एवं वरुणसूर्य का सबसे नजदीक ग्रह है?
बुधसबसे चमकीला एवं सबसे गर्म ग्रह है?
शुक्र ग्रहभोर का तारा किस ग्रह को कहा जाता है?
शुक्र ग्रहसौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है?
बृहस्पति ग्रहसौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिंपस मेसी किस ग्रह पर स्थित है?
मंगल ग्रहसौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है?
टाइटनदोस्तों, आज हमने आपको इस ब्लॉग में आपको विश्व भूगोल की सामान्य जानकारी । World Geography In Hindi के साथ साथ ,ब्रह्माण्ड,सौरमंडल,सर्य,बुध ,शुक्र ,पृथ्वी ,मंगल ,बृहस्पति ,शनि ,अरुण एवं वरुण इन सबके बारे में बताया, आशा करता हूँ आपको यह Article बहुत पसंद आया होगा और आपको इससे बहुत कुछ सिखने को भी मिला होगा, तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट करके बताया, ताकि मुझे और अच्छे-अच्छे आर्टिकल लिखने का सौभग्य प्राप्त हो, मुझे आपके कमेंट का इंतजार रहेगा ।धन्यवाद् ।
मॉडरेटर द्वारा पिछला संपादन: