पृथ्वी की संरचना | Earth Structure in hindi

नमस्कार दोस्तों, आपका हमारे इस ब्लॉग में स्वागत है, इस ब्लॉग में हम आपको पृथ्वी की संरचना | Earth Structure in hindi जैसे – स्थलमण्डल, जलमंडल, वायुमंडल, जैवमंडल, आदि के बारे में बताएंगे, तो चलिए दोस्तों शुरू करते है|

पृथ्वी की संरचना | Earth Structure in hindi

स्थलमंडल | Lithosphere in Hindi

पृथ्वी के संपूर्ण बाह्म परत, जिस पर महाद्वीप एवं महासागर स्थित है, स्थलमंडल कहलाती है| पृथ्वी के कुल 19 प्रतिशत भाग पर स्थल तथा 71 प्रतिशत भाग पर जल है| पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध का 61 प्रतिशत तथा दक्षिण गोलार्ध के 81 प्रतिशत क्षेत्रफल में जल का साम्राज्य है|

पृथ्वी पर अधिकतम ऊंचाई माउंट एवरेस्ट (8850 मीटर) की तथा अधिकतम गहराई मेरियाना गर्त (11005 मीटर) की है|


चट्टान | Rock In Hindi

पृथ्वी की सतह के कठोर भाग को चट्टान कहते हैं, जो पृथ्वी की बाहरी परत की संरचना की मूलभूत इकाई है, उत्पत्ति के आधार पर यह तीन प्रकार की होती है,

A. आग्नेय चट्टान

यह मेग्मा या लावा के जमने से बनती है, जैसे – ग्रेनाइट, बेसाल्ट, पैगमाटाइट, डायोरिएट, ग्रेबो आदि| इसमें चुंबकीय लोहा, निखिल, तांबा, सीसा, जस्ता, क्रोमाइट, मैगनीज, सोना तथा प्लेटिनम पाए जाते हैं|

बेसाल्ट में लोहे की मात्रा सर्वाधिक होती है, इस चट्टान में काली मिट्टी का निर्माण होता है|

पैगमाटाइट

कोडरमा
झारखंड में पाया जाने वाला अभ्रक इन्ही शैलों में मिलता है|

बैथोलिथ

यह सबसे बड़ा आग्नेय चट्टानी पिंड है, जो अंतर्वेदी चट्टानों से बनता है, यह एक पातालीय पिण्ड है, यह एक बड़े गुंबद के आकार का होता है, जिसके किनारे खड़े होते हैं, इसका ऊपरी तल विषम होता है, यह ग्रेनाइट से बनता है, संयुक्त राज्य अमेरिका का इदाहो बेथोलिथ 40000 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक विस्तृत है, कनाडा का कोस्ट रेंज बेथोलिथ इदाहो से भी बड़ा है|

स्टॉक

छोटे आकार के बैथोलिथ को स्टॉक कहते हैं, इसका ऊपरी भाग गोलाकार गुंबदनुमा होता है, स्टॉक का विस्तार 100 वर्ग किलोमीटर से कम होता है|

लैकोलिथ

जब मेघमा ऊपर की परत को जोर से ऊपर को उठता है, और गुंबदकार रूप में जम जाता है, तो इसे लेकोलिथ कहते हैं, मेघमा के तेजी से ऊपर उठने के कारण यह गुंबदकार ठोस पिण्ड छतरीनुमा दिखाई देता है, उत्तरी अमेरिका के पश्चिम भाग में लेकोलिथ के कई उदाहरण मिलते हैं|

लैपोलिथ

जब मेग्मा जमकर तस्तरीनुमा आकार ग्रहण कर लेता है, तो उसे लैपोलिथ कहते हैं, लैपोलिथ दक्षिण अमेरिका में मिलते हैं|

फैकोलिथ

जब मैग्मा लहरदार आकृति में जमता है तो उसे फैकोलिथ कहते हैं|

सील

जब मैग्मा भू-पृष्ठ समान्तर परतो में फेल कर जमता है, तो उसे सील कहते हैं, इसकी मोटाई 1 मीटर से लेकर सैकड़ों मीटर तक होती है, छत्तीसगढ़ तथा झारखंड में सील पाए जाते हैं, 1 मीटर से कम मोटाई वाले सील को सीट कहते हैं|

दोस्तों, आज हमने आपको पृथ्वी की संरचना | Earth Structure in hindi जैसे- स्थलमण्डल, जलमंडल, वायुमंडल, जैवमंडल, आदि के बारे में बताया, आशा करता हूँ आपको यह अनुच्छेद बहुत पसंद आया होगा, तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट द्वारा बताएं, मुझे आपके कमेंट का इंतजार रहेगा| धन्यवाद |
 
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