राजनीति एक ऐसी चीज़ जिसके आगे ज्जीवन के सरे मोह फीके पड़ जाते है जिस किसी व्यक्ति इस पद पर आसीन होता है वह केवल अपना ही लाभ देख पता है। हमारे देश में नेता वादे तो बहोत करता है लेकिन किसी भी वादे को पूरा नहीं करता वही नेता जिसे आपने वोट देकर अपने उसे विजय प्राप्त करवाई है आज हम आपके सामने लेकर आये हैं झूठे नेता पर शायरी इन हिंदी इसे आप उन झूठे नेताओं तक पहुँचा सकतें हैं जिससे उन्हें ये ज्ञात होसके उन्होंने क्या वादे किये थे और उन्हें उनकी गलतियों का एहसास दिला सकते हैं। Juthe Neta Par Shayari इस एक-एक शायरी को चुन-चुन के हम आपके सामने लेकर आये हैं और आशा करते हैं की आपको ये शायरी बहुत ही ज्यादा पसंद भी आयें।
आये जब चुनाव जब पकड़ लेते है जनता के पैर,
वरना इन झूठे नेताओं को है कहाँ किसी की खैर…
नेताओं की बातों में सच्चाई अभाव है,
और झूठ बोलना इनका स्वाभाव है…
भले ही हम कितना ही कर ले हाहाकार,
पॉलिटिक्स में झूठे नेताओं की ही होती है जय जय कर…
जैसे ही आते है चुनाव करीब,
नेता को याद आता है गरीब…
चुनाव के समय करतें है बड़ी – बड़ी बड़ाई,
काश ये नेता कर लेते थोड़ी और पढ़ाई…
ऐसे ही नहीं फस्ती लडकियां,
नेताओं की तरह झूठे वादे भी करने पड़ते हैं…
अपनी तिज़ोरी तो हर कोई भरता है,
ऐसा नेता चुनो देश के लिये कुछ करता है…
कुर्सी पर बैठकर बन जाता हर नेता गद्दार है ,
जनता को करके गुमराह चलते ये सरकार हैं…
बेईमानी इनका धर्म है यह नेता बड़ा बेशर्म है,
सेंक लेते है राजनीतिक रोटियां जब देखें तवा गरम है…
झूठ को सच्च बड़ी आसानी से बोलतें हैं,
चाँद सूरज हमने है बनाया ऐसी भी ये कहतें हैं,
सियासत के झूठे नेता जहाँ दिखें वोट ये वहीँ बिकते हैं….
आये जब चुनाव जब पकड़ लेते है जनता के पैर,
वरना इन झूठे नेताओं को है कहाँ किसी की खैर…
नेताओं की बातों में सच्चाई अभाव है,
और झूठ बोलना इनका स्वाभाव है…
भले ही हम कितना ही कर ले हाहाकार,
पॉलिटिक्स में झूठे नेताओं की ही होती है जय जय कर…
जैसे ही आते है चुनाव करीब,
नेता को याद आता है गरीब…
चुनाव के समय करतें है बड़ी – बड़ी बड़ाई,
काश ये नेता कर लेते थोड़ी और पढ़ाई…
ऐसे ही नहीं फस्ती लडकियां,
नेताओं की तरह झूठे वादे भी करने पड़ते हैं…
अपनी तिज़ोरी तो हर कोई भरता है,
ऐसा नेता चुनो देश के लिये कुछ करता है…
कुर्सी पर बैठकर बन जाता हर नेता गद्दार है ,
जनता को करके गुमराह चलते ये सरकार हैं…
बेईमानी इनका धर्म है यह नेता बड़ा बेशर्म है,
सेंक लेते है राजनीतिक रोटियां जब देखें तवा गरम है…
झूठ को सच्च बड़ी आसानी से बोलतें हैं,
चाँद सूरज हमने है बनाया ऐसी भी ये कहतें हैं,
सियासत के झूठे नेता जहाँ दिखें वोट ये वहीँ बिकते हैं….
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