हेलो दोस्तों, हमारे ब्लॉक में आपका स्वागत है, आज हम वचन किसे कहते हैं?। Vachan in Hindi, वचन की परिभाषा, वचन के भेद, आदि के बारे में जानेंगे। तो चलिए शुरू करते है।वचन । Vachan in Hindi
निम्नलिखित वाक्यों पर ध्यान दीजिए
इस प्रकार या तो संज्ञा या सर्वनाम की संख्या एक होती है अथवा एक से अधिक संख्या का यह रूप ही व्याकरण में ‘वचन’ कहलाता है।
शब्द के जिस रूप से एक वस्तु, प्राणी या पदार्थ का बोध होता है उसे एकवचन कहते हैं। जैसे छात्रों, लड़कियों, कमरों, दुकानों, नदियाँ और पेड़ों आदि।
वचन की पहचान – वचन की पहचान दो प्रकार से की जाती है।
1. संज्ञा या सर्वनाम शब्द के द्वारा
जब वाक्य में प्रयुक्त संज्ञा या सर्वनाम अपनी संख्या (एक या एक अधिक) का बोध कराते हैं।
जैसे –
(क) एकवचन
कमरा दिखाओ। कमरा
कुत्ता कूदा है। कुत्ता
मैं जा रहा हूँ। मैं
(ख) बहुवचन
कमरे दिखाओ। कमरे
कुत्ते कूदे हैं। कुत्ते
हम जा रहे हैं। हम
इन वाक्यों में प्रयुक्त संज्ञा और सर्वनाम एक या एक से अधिक प्राणियों अथवा वस्तुओं का बोध करा रहे हैं। अतः (क) वर्ग के संज्ञा और सर्वनाम एकवचन और (ख) वर्ग के बहुवचन हैं।
2. क्रिया के द्वारा
कुछ संज्ञा शब्दों का एकवचन व बहुवचन दोनों में समान रूप रहता है; जैसे चोर, मरीज, तपस्वी, छात्र, साधु आदि। इस स्थिति में उनके वचन की पहचान वाक्य में प्रयुक्त क्रियापदों द्वारा होती है।
जैसे –
दिए गए वाक्यों में (क) वर्ग के वाक्यों की क्रियाएँ कर्ता के एकवचन तथा (ख) वर्ग के वाक्यों की क्रियाएँ कर्ता के बहुवचन होने का बोध करा रही हैं।
वचन संबंधी कुछ विशेष बातें –
1. सामान्यतः एक संख्या के लिए एकवचन तथा एक से अधिक संख्या के लिए बहुवचन शब्द-रूप का प्रयोग किया जाता है, परंतु कभी-कभी एकवचन शब्दों के स्थान पर बहुवचन शब्द-रूपों का प्रयोग किया जाता है।
(i) किसी के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए शब्द के एकवचन के स्थान पर बहुवचन रूप प्रयोग किया जाता है।
(क) मेरे मामाजी वकील हैं।
(ख) पण्डित जी आराम करेंगे।
(ग) राजीव गांधी हमारे प्रधानमंत्री थे।
(II) जिन व्यक्तियों का हम आदर करते हैं, उनके प्रति एकवचन की क्रिया सम्मान नहीं दर्शा पाती है। अत: वहाँ बहुवचन रूप का प्रयोग किया जाता है।
(Iii) कभी-कभी बड़प्पन दिखाने में ‘मैं’ के स्थान पर ‘हम’ का प्रयोग कर दिया जाता है।
जैसे – साधु बोला – हम अकेले ही पदयात्रा करने जाएँगे।
2. जब संज्ञा के साथ जाति, सेना, समूह आदि शब्द प्रयोग होते हैं, तब केवल एकवचन का ही प्रयोग किया जाता है।जैसे –
(क) संपूर्ण मानवजाति कंस से डरती थी।
(ख) वानरसेना ने लंका पर हमला कर दिया।
(ग) मैदान में अपार जनसमूह एकत्र हुआ।
3. पदार्थसूचक शब्दों (दूध, पानी, सोना, चाय, कॉफी आदि) का प्रयोग, एकवचन में होता है।
जैसे –
(क) दध फीका है।
(ख) मैदान में सारा पानी भर गया।
(ग) सोना महँगी धातु है।
(घ) वह तीन प्याले चाय व दो प्याले कॉफी पी गया।जैसे –
4. जनता व भीड़ आदि शब्द एकवचन में प्रयोग किए जाते हैं
(क) जनता जिसके पक्ष में समर्थन देगी, वह जीतेगा।
(ख) भीड़ बस के पीछे दौड़ पड़ी।
5. जातिवाचक शब्द एकवचन में भी बहुवचन का बोध कराते हैं ।
जैसे –
(क) कुत्ता वफादार पशु है।
(ख) नागपुर का सन्तरा मशहूर है।
6. कुछ एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ ‘लोग, जन, वर्ग, वृंद, गण’ आदि शब्द जोड़कर उनका प्रयोग बहुवचन में किया जाता हैं।
जैसे –
(क) हम लोग ठीक समय पर आ गए।
(ख) सभी प्रजानन शिक्षा का महत्त्व समझने लगे हैं।
(ग) गुरुजन हमेशा बच्चों का भला सोचते हैं।
(घ) गायकवृंद ने अपने मधुर गीतों से सभी को भाव-विभोर कर दिया।
7. व्यक्तिवाचक तथा भाववाचक संज्ञाओं का प्रयोग प्रायः एकवचन में होता है।
जैसे –
(क) गाय घास चर रही है।
(ख) ईमानदारी सर्वोत्तम गुण है।
एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन संबंधी नियम –
1. आकारांत पुल्लिंग शब्दों के अंतिम ‘आ’ को ‘ए’ कर दिया जाता है।
दोस्तों, आज हमने आपको वचन किसे कहते हैं?। Vachan in Hindi, वचन की परिभाषा, वचन के भेद, आदि के बारे मे बताया, आशा करता हूँ आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा। तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट करके बताया ताकि मुझे और अच्छे आर्टिकल लिखने का अवसर प्राप्त ह। धन्यवाद्।
वचन किसे कहते हैं?। Vachan in Hindi
वचन का मूल अर्थ है- ‘कहना’ या ‘बताना’। व्याकरण में यह संज्ञा या सर्वनाम की संख्या बताने का कार्य करता है।निम्नलिखित वाक्यों पर ध्यान दीजिए
- बच्चा सो रहा है।
- यहाँ काला पैन है।
- बच्चे सो रहे हैं।
- यहाँ काले पैन हैं।
इस प्रकार या तो संज्ञा या सर्वनाम की संख्या एक होती है अथवा एक से अधिक संख्या का यह रूप ही व्याकरण में ‘वचन’ कहलाता है।
वचन की परिभाषा । Vachan ki paribhasha
संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उनके एक या अनेक होने का बोध होता है, उसे वचन कहते हैं। जैसे–लड़का-लड़के, बच्चा-बच्चे, कुर्सी कुर्सियाँ, मैं- हम आदि।वचन के भेद । Vachan ke bhed
वचन के दो भेद होते हैं- एकवचन
- बहुवचन ।
शब्द के जिस रूप से एक वस्तु, प्राणी या पदार्थ का बोध होता है उसे एकवचन कहते हैं। जैसे छात्रों, लड़कियों, कमरों, दुकानों, नदियाँ और पेड़ों आदि।
वचन की पहचान – वचन की पहचान दो प्रकार से की जाती है।
1. संज्ञा या सर्वनाम शब्द के द्वारा
जब वाक्य में प्रयुक्त संज्ञा या सर्वनाम अपनी संख्या (एक या एक अधिक) का बोध कराते हैं।
जैसे –
(क) एकवचन
कमरा दिखाओ। कमरा
कुत्ता कूदा है। कुत्ता
मैं जा रहा हूँ। मैं
(ख) बहुवचन
कमरे दिखाओ। कमरे
कुत्ते कूदे हैं। कुत्ते
हम जा रहे हैं। हम
इन वाक्यों में प्रयुक्त संज्ञा और सर्वनाम एक या एक से अधिक प्राणियों अथवा वस्तुओं का बोध करा रहे हैं। अतः (क) वर्ग के संज्ञा और सर्वनाम एकवचन और (ख) वर्ग के बहुवचन हैं।
2. क्रिया के द्वारा
कुछ संज्ञा शब्दों का एकवचन व बहुवचन दोनों में समान रूप रहता है; जैसे चोर, मरीज, तपस्वी, छात्र, साधु आदि। इस स्थिति में उनके वचन की पहचान वाक्य में प्रयुक्त क्रियापदों द्वारा होती है।
जैसे –
क | ख |
---|---|
चोर भाग गया। | चोर भाग गए। |
मरीज आया है। | मरीज आए हैं। |
तपस्वी खड़ा है। | तपस्वी खड़े हैं। |
दिए गए वाक्यों में (क) वर्ग के वाक्यों की क्रियाएँ कर्ता के एकवचन तथा (ख) वर्ग के वाक्यों की क्रियाएँ कर्ता के बहुवचन होने का बोध करा रही हैं।
वचन संबंधी कुछ विशेष बातें –
1. सामान्यतः एक संख्या के लिए एकवचन तथा एक से अधिक संख्या के लिए बहुवचन शब्द-रूप का प्रयोग किया जाता है, परंतु कभी-कभी एकवचन शब्दों के स्थान पर बहुवचन शब्द-रूपों का प्रयोग किया जाता है।
(i) किसी के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए शब्द के एकवचन के स्थान पर बहुवचन रूप प्रयोग किया जाता है।
(क) मेरे मामाजी वकील हैं।
(ख) पण्डित जी आराम करेंगे।
(ग) राजीव गांधी हमारे प्रधानमंत्री थे।
(II) जिन व्यक्तियों का हम आदर करते हैं, उनके प्रति एकवचन की क्रिया सम्मान नहीं दर्शा पाती है। अत: वहाँ बहुवचन रूप का प्रयोग किया जाता है।
(Iii) कभी-कभी बड़प्पन दिखाने में ‘मैं’ के स्थान पर ‘हम’ का प्रयोग कर दिया जाता है।
जैसे – साधु बोला – हम अकेले ही पदयात्रा करने जाएँगे।
2. जब संज्ञा के साथ जाति, सेना, समूह आदि शब्द प्रयोग होते हैं, तब केवल एकवचन का ही प्रयोग किया जाता है।जैसे –
(क) संपूर्ण मानवजाति कंस से डरती थी।
(ख) वानरसेना ने लंका पर हमला कर दिया।
(ग) मैदान में अपार जनसमूह एकत्र हुआ।
3. पदार्थसूचक शब्दों (दूध, पानी, सोना, चाय, कॉफी आदि) का प्रयोग, एकवचन में होता है।
जैसे –
(क) दध फीका है।
(ख) मैदान में सारा पानी भर गया।
(ग) सोना महँगी धातु है।
(घ) वह तीन प्याले चाय व दो प्याले कॉफी पी गया।जैसे –
4. जनता व भीड़ आदि शब्द एकवचन में प्रयोग किए जाते हैं
(क) जनता जिसके पक्ष में समर्थन देगी, वह जीतेगा।
(ख) भीड़ बस के पीछे दौड़ पड़ी।
5. जातिवाचक शब्द एकवचन में भी बहुवचन का बोध कराते हैं ।
जैसे –
(क) कुत्ता वफादार पशु है।
(ख) नागपुर का सन्तरा मशहूर है।
6. कुछ एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ ‘लोग, जन, वर्ग, वृंद, गण’ आदि शब्द जोड़कर उनका प्रयोग बहुवचन में किया जाता हैं।
जैसे –
(क) हम लोग ठीक समय पर आ गए।
(ख) सभी प्रजानन शिक्षा का महत्त्व समझने लगे हैं।
(ग) गुरुजन हमेशा बच्चों का भला सोचते हैं।
(घ) गायकवृंद ने अपने मधुर गीतों से सभी को भाव-विभोर कर दिया।
7. व्यक्तिवाचक तथा भाववाचक संज्ञाओं का प्रयोग प्रायः एकवचन में होता है।
जैसे –
(क) गाय घास चर रही है।
(ख) ईमानदारी सर्वोत्तम गुण है।
एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन संबंधी नियम –
1. आकारांत पुल्लिंग शब्दों के अंतिम ‘आ’ को ‘ए’ कर दिया जाता है।
एकवचन | बहुवचन |
---|---|
गधा | गधे |
मुर्गा | मुर्गे |
डिब्बा | डिब्बे |
लड़का | लड़के |
कपड़ा | कपड़े |
कुत्ता | कुत्ते |
दोस्तों, आज हमने आपको वचन किसे कहते हैं?। Vachan in Hindi, वचन की परिभाषा, वचन के भेद, आदि के बारे मे बताया, आशा करता हूँ आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा। तो दोस्तों मुझे अपनी राय कमेंट करके बताया ताकि मुझे और अच्छे आर्टिकल लिखने का अवसर प्राप्त ह। धन्यवाद्।
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