Google Search Console क्या है इसका इस्तेमाल कैसे करे?

क्या आपका Blog है और अपने कभी तक Google Search Console का Use नहीं किया है तो आप एक बहुत ही Important Step Skip कर चुके है। Google Search Console kya hai इसे जानने से पहले हम कुछ Google Search Console के Results और Reports के बारे में जान लेते है।

क्या आप जानते है की Google एक दिन में 5 Billion से भी ज्यादा Searches होते है ये मैं नहीं कह रहा यह Google की Report कहती है। अब जो भी Website इन Search Engine Result Pages में First Page पर show होती है उसे उस Website के Owners खुद Manually Index करवाते है जिससे वो SERPs में Show होते है।

Google Webmaster Tool से हम अपने Website के Webpages को Track कर सकते है और साथ ही Ranking भी Check कर सकते है लेकिन उनके Ranking में काफी फेर बदल होते रहते है।


Google Search Console क्या है?​

Google Search Console जिसे Google Webmaster Tool भी कहते है वो एक Free Service Providing Tool है जो की हमें अपने Website को Maintain और Monitor करने में मदद करता है। यह एक Google के द्वारा बनाया गया Free Tool है।

यह हमारे Google पर Existing Webpages को Monitor और Maintain करने में मदद करता है। चाहे वो Business Owner हो या Web developer कोई भी इस Google Webmaster Tool का use कर सकता है।

यह Tool Google ने किसी Special Community के लोगों के लिए नही बनाया है, इस कोई छोटा Website owner से लेकर कोई Business Owner भी use कर सकता है, सब के लिए Google Search Console एक जैसा ही काम करता है।

Google Search Console क्या करता है?​

Google Webmaster Tool किस तरह से हमारी मदद करता है अभी हम इसी Topic बात करने वाले है।
  1. Google Webmaster Tool का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य था Crawl और Indexing. Google Search Console की मदद से ही Google आपकी Website को खोज पाता है, इतना ही नहीं बल्कि Google आपके Webpages को भी इसी Tool की मदद से Index करता है।
  2. काफी बार हम अपने Webpages के अंदर मौजूद Content को Update करते है जो की पहले ही Google में Indexed हो चुका है ऐसे में Google जब हम दुबारा उसे Index करवाते है तो Google यह समझ जाता है की अपने उसे Page में क्या changes किये है।
  3. Google Webmaster Tool आपके Indexing और Crawling Issue को भी Detect करता है और उसे Resolve भी करता है।
  4. Google Webmaster Tool आपको Mobile Friendliness और AMP (Accelerated Mobile Pages) वाले issues को भी Find करता है और उसे Resolve करता है। काफी Cases में यह आपको खुद ही Manually Solve करना पड़ता है।
  5. Manual Site Actions और Security Issues भी Google Webmaster Tool आसानी से पकड़ लेता है।
  6. Google Webmaster Tool आपको इस बात की भी जानकारी देता है की आपके Website से और कितने website Link है जिसे हम Referral Domain भी कहते है।
  7. Google Webmaster Tool की मदद से आप अपने Web Pages के Performance पर नज़र रख सकते है। इतना ही नहीं बल्कि अपने Growth को भी Monitor कर सकते है।
  8. इस Tool की मदद से आप यह भी check कर सकते है की आपका कौन सा Website किस Search Result page पर कौन से नंबर पर show कर रहा है।
  9. इस Tool की मदद से हम आपने Webpages की CTR (Click Through Rate), Impression, Average Position, यहाँ तक की आप Traffic को भी Monitor कर सकते है।

Google Search Console Account कैसे Setup करें?​

Google Search Console Account को Setup करना बहुत ही आसान है इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ता, इस account को setup करने के लिए आपको सिर्फ Simple से 4 steps को Follow करना होता है।

Step 1. Google Search Console में Login करें​

अगर आपके पास Google या Gmail Account है तो यह Login Process Automatically Complete हो जाता है। इसकी खास बात यह भी की आप चाहे तो यहाँ पर कई सारे Users बना सकते है, जो की Business Owners के लिए जरूरी होता है।

आप इन Users को कौन Access Permission देना चाहते हो वो भी आप इस Tool की मदद से decide कर सकते है।

Step 2. Property Type Choose करें​

यह अगला step होता है, इसमें आपको दो Property type दिए जाते है जिसमें से आपको एक Choose करना होता है। वो दो इस प्रकार है:-

Domain:- Domain Type Property Choose करने से आपकी Website HTTPS और HTTP दोनों से खुलेगी, केवल इतना ही नहीं आप आपकी Website WWW. लगा कर के भी खुलेगी।

ज्यादातर Web Developers और Business Owners Domain Type Property का ही use करते है। अब हम जानेंगे की इसका use करने से आपकी Website किस – किस web address पर खुलेगी?
  • https://hindkuti.com/
  • http://hindkuti.com/
  • www.hindkuti.com/
इन तीनों Possibilities पर अपकी Website Open हो सकती है। अब इसमें मैं एक और Important Point Include करना चाहूंगा जो की है Subdomain, यहाँ पर एक Possibility Sub Domain भी होती है। जैसे की:-
  • https://blog..hindkuti. com
अगर आप Domain Property Select करते है तो आपको Ownership Verify करने के लिए DNS Record में जा कर Verify करना होगा।

Url Prefix:- Url Prefix Property Type में आपको सिर्फ Specific Url ही डालना होता है जैसे www.hindkuti.com/ इसमें Google http://hindkuti.com/, https://hindkuti.com/ को आपके Url Prefix से अलग website मानता है।

वो इन तीनों को अलग अलग Website मानता है। जिससे काफी बार Owners को Duplicate Content का error भी face करना पड़ता है जिससे फिर आप Canonical Tag की मदद से Resolve कर सकते है।

ऐसा करने के बाद आपको सिर्फ अपने Website का Ownership Verify करना पड़ता है। इसके लिए Google Search Console आपको 3 अलग-अलग option भी देता है।
  • HTML File को अपने Site में Upload करके
  • HTML Tag को अपने Head Section में Add करके
  • Google Analytics के Tracking Code या Google Tag manager के Container Snippet की मदद से ।
अब यह आपकी Strategy पर Depend करता है की आप Domain Property choose करना चाहते है या Url Prefix मेरे हिसाब से दोनों Best है पर मैं Personally अपने Blogger पर बने Website के लिए Url Prefix और WordPress पर बनी Website के लिए Domain Property का Use करता हूँ।


Step 3. अपने Property को Verify करें​

Property Type Add करने के बाद जब आप Apply पर Click करते हो तो आपको Google Webmaster Tool अपने Site की Ownership Verify करने को कहता है।

जिसके लिए वो आपके सामने 5 तरह के Verification Process रखता है जिसमे से आपको केवल एक Complete करना होता है वो भी इस पर Depend करता है की आपकी Domain Property है या Url Prefix.

Verification Methods of Google Search ConsoleYour Property Type
Blogger के लिए:- Blogger site को खोले और अपने गूगल अकाउंट से login करेंURL Prefix
Google Sites के लिए:- उसी Gmail से Google Webmaster Tool अकाउंट खोले जिस gmail से आपने Google site खोला हैURL Prefix
अपने Google Analytics के Tracking Code की मदद से अकाउंट सेटअप करेंURL prefix
DNS record को अपने डोमेन प्रोवाइडर के अकाउंट में जा के add करेURL prefix, Domain
HTML Tag को अपने वेबसाइट के Theme Editor में जा के add करेंURL prefix
HTML File को अपने वेबसाइट के specific location में जा के Upload करेURL prefix

Verify करने के बाद आप इस बात का भी ध्यान रखे की आपने जो भी Method choose किया हो जैसे HTML Tag तो उस Tag को कभी भी अपने Header.php File से Remove न करे नहीं तो Google Search Console आपसे फिर Verification के लिए मांगेगा, क्योंकि Google आपके Verification को Time To Time Check करता है।

Step.4 Dashboard को देखें​

जैसे ही आप अपने Website को Verify कर देंगे वैसे ही Google Webmaster Tool का Dashboard आपके लिए Open हो जाएगा। आप हम एक एक करके उन सभी Elements के बारे में बात करेंगे जो की आपके Dashboard के Left Side में दिया होता है।

Overview:- यह आपके Website के Reports की Quick Summary देता है। जइसमें Clicks, Manual Actions, Indexed pages और भी बहुत सारे Details दिखता है। Overview में आप अपने Website के Issues और Performance की Short Detail भी पा सकते है।

Performance:- Search Engine Result Pages पर आपकी Website कैसे Perform कर रही है और अपने Website की performance को गहराई से जानने के लिए आप Performance वाले Section में जा सकते है।

यहां पर आप अपने Website की Average CTR, Clicks, Impression, यहाँ तक की Average Position भी जान सकते है। इसके अलावा Location, User Queries, और Device जैसे Option भी आपको देखने को मिल जाएंगे।

URL Inspection:- यहाँ पर आ कर हम अपने Post का Url Submit करते है। यही से ही हम अपने किसी भी URL को Google में Index करवाते है। इसी Tool के माध्यम से Google को पता लगता है की अपने किस Post को Index करवाया है।

Coverage:- आपके website का Index Status Show करता है और साथ ही आपके Pages के Coverage Report भी दिखाता है।

Sitemap:- Sitemap में आपके पूरे Website के Pages की Detail होती है। साथ मे यह ये भी बताता है की आपके कितने Webpages Sitemap पर available है। अगर मैं Short में बात करू तो Sitemap आपके Website का Map होता है।

Mobile Usability:- यह आपके Indexed Pages की Mobile Friendliness Check करने में मदद करता है।

AMP:- यहाँ पर आप जान सकते हो किन AMP Pages को Google ने Indexed किया है और किनको नहीं।

Rich Result Status:- कौन से Pages आपके Website पर Google द्वारा Crawlable है और कौन से Crawlable नही है ये बताता है।

Manual Action:- Google जब भी आपके Website के against कोई Manual Action लेता है तो उससे Related चीज़े आप यहाँ से पढ़ सकते है।

Security Issues:- यह आपके Website को Review करेगा और जब भी इसे कोई Security issue दिखाई देगा तो आपको यहां से पता लग जायेगा।

Links:- यहाँ से आप अपने Website की Links Check कर सकते हो और साथ मे Anchor Text जो की Links Contain करते है वो भी देख सकेंगे।

अगर आप अपने Google Data को कही Compile करवाना चाहते है तो यहाँ पर आपको Export का Option मिलता है जिससे की आप अपने data को वहाँ से Export भी कर सकते है।

Google Search Console कैसे use करें​

अब जबकि आप जान चुके है की Google Search Console क्या है, कैसे काम करता है और हम इसे कैसे Setup कर सकते है, साथ में हम इनके Features के बारे में भी बात कर चुके है तो हमारा अगला Topic है “Google Search Console कैसे Use करें” चलिए जानते है।
  1. अपने Webpages को Crawling और Indexing के लिए आप इसका use कर सकते है।
  2. Webpages में errors जैसे wrong structured data, mobile-friendly issues, page speed Issue जैसे अन्य को हमारे सामने ले के आता है।
  3. हमें यहाँ से कई बार ऐसे Topics भी मिल जाते है जो की हमारे Website पर Traffic ला सकता है।
  4. अपने Position को Result Pages पर Monitor कर सकते हो।
  5. Site Security issue को ठीक कर सकते हो।
  6. अन्य और भी बहुत से काम कर सकते हो।

Sitemap कैसे Submit करें?​

Sitemap Submit करने के लिए आपको Sitemap के Option पर जाना है उसके बाद वहां पर आपको आपके Website का URL ऊपर की तरफ दिखाई देगा वहाँ पर आपको sitemap.xml type करके Enter कर देना है और आपका Sitemap Google पर Submit हो जाएगा।

जैसा मैंने कहाँ भी था की Sitemap आपके Website का एक map होता है जिसे Google के Bots देखते ही समझ जाते है की आपके Site में कौन सी चीज़ कहाँ पर है।

Content Ideas From Webmaster Tool​

जब आप अपने Google Webmaster Tool के Performance Section में जाते है वहाँ पर आपको Clicks, Impression, CTR, और Average Position देखने को मिलता है उसी के नीचे आपको कई सारे Keywords देखने को मिलते है जो की आपके Content से Related ही होते है।

अगर आपने अभी ही Google Webmaster Tool Join किया है तो यहाँ पर आपको सब कुछ Blank दिखाई देगा लेकिन जैसे जैसे आप Content लिखेंगे यहाँ पर Automatic Keywords आते जाएंगे। आप चाहे तो उस पर अलग से article भी लिख सकते है नहीं तो आप उन्हें Sub Topic की तरह भी use कर सकते है।

अपने Urls को Google से कैसे हटाये?​

Google Webmaster Tool में इसके लिए भी आपको एक Option दिया जाता है जो की है “Removals” यहाँ पर आप उस Content के Url को paste करके उसे 6 Month के लिए Google से हटा सकते है।

यह Permanently Google से नहीं हटता, अगर आप urls को Permanent हटाना चाहते है तो आपको WordPress के Plugins को use करना होगा। वैसे आप चाहे तो Google Webmaster Tool को ही use करके 6 Month बाद फिर उसी यूआरएल को Removal के लिए भेज सकते है।


Advanced Tip For Using Google Webmaster Tool​

Webmaster Tool के Benefits की कोई Limit नहीं है यह बहुत अच्छे से काम कर सकता है अगर कोई इसके बारे में detail में जान ले तो यह आपके SEO से लेकर किसी भी Important Factor में major role play कर सकता है। चलिए इसके कुछ Advanced Tips के बारे में जानते है-

1. आपके Website का SEO Metrics दिखाता है:- आपके Website की Performance आप Google Search Console में भी देख सकते हो इसके लिए केवल आपको Performance के Section में जाना होता है।

2. अपने Data को Google Search Console से बाहर ले के जा सकते है:- यह Webmaster Tool की खूबी होती है की वो आपके Website के Performance की Details रक्खे ऐसे भी काफी बार हम उसे कही और भी save करना कहते है या शेयर करना चाहते है।

इसके लिए Google ने Share और Export का Option दिया है जहाँ से आप अपने Google Search Console के Data को Share कर सकते है साथ मे उसे Export भी कर सकते है।

3. अपने Users के Country को देख सकते है:- वैसे आप Users को Track करने के लिए Google Analytics का use कर सकते हो लेकिन अगर आपको यह जानना है की किस Country से आपको Traffic मिला है तो इसके लिए आप Google Search Console का भी use कर सकते हो।

4. High CTR और Low CTR वाले Keywords पर नज़र रख सकते है:- Performance Section में ही जब आप CTR पर click कर के नीचे Scroll Down करेंगे तो आपको सारे High To Low CTR वाले Keywords मिल जाएंगे।

इसके अलावा भी बहुत से ऐसे तरीके है जिसकी मदद से आप अपने SEO को सिर्फ Google Search Console की सहायता से better कर सकते है।

लेकिन इन सब मे आपको एक बात का और ध्यान रखना होगा की Google Webmaster Tool Accurate नहीं है इसलिए कुछ काम आपके खुद Research करके भी करना होगा।

Google Search Console और Google Analytics में क्या अंतर?​

ये सवाल बहुत अच्छा है, देखिये Google Search Console और Google analytics दोनो का Main Target है Website की Data को Monitor करना, बस इन दोनों को Data के Monitoring करने का तरीका अलग है।

Google Search Console user के आपके Website पर आने से पहले का Look दिखाता है व यह आपके Website की Search Engine से कैसे interaction है यह भी बताता है। वहीं Google Analytics, user के आपके Website पर आने के बाद का look दिखाता है व आपके Website का User से कैसे interaction है यह बताता है।

Google search Console account सेटअप कर लेने से मेरे Webpages Bing और Yahoo में show होंगे?​

जवाब है नहीं, Google Search Console सिर्फ Google पर आपकी Website के Pages को Indexed करवाता है। अगर आप Bing या Yahoo पर अपने Website को Index करवाना चाहते है तो कृपया Bing Webmaster Tool का use करें। Bing Webmaster Tool की मदद से आपकी Website Yahoo और Bing दोनो पर ही Index हो जाएगी।

FAQ​

Google Search Console पर मैं अपने Website का Data कब देख पाऊंगा?

जैसे ही आप अपने Website की ownership Verify करते हो वैसे ही Google आपकी Website से Data इखट्टा करने लगता है, जैसे – जैसे आपके Clicks बढ़ते है वैसे वैसे आपके Performance Section में सारे Data Monitoring Reports Generate होने लगते है।

मुझे Google Search Console में कब कब login होना चाहिए?

यह आप पे depend करता है, अगर आप रोज Post डालते हो तो आपको रोज़ यहाँ पर Login हो कर अपने Link को Google में index करवाना होगा। नहीं तो आप कम से कम 1 month में एक बार इसे जरूर खोले।

मेरे Site को Google Index कराने में कितना समय लेगा

अगर अपने सारे Process ठीक ढंग से किये होंगे तो Google आपके Request को एक हफ्ते के अंदर मान लेगा और आपके Website को Index कर देगा। काफी बार लोग एक ही यूआरएल को बार बार Index करवाते है जो की उन्हें Fast Indexing में कोई Help नहीं करता।

अंतिम शब्द​

Google Search Engine में Ranking के लिए आपका अपने Website को Google Webmaster Tool में Add करवाना जरूरी है जिससे Google आपके Webpages को समझ पाए और उसे search result में show करवा पाए। यह एक Must Do Step है क्योंकि इसके बिना High Traffic के सपने देखना बेकार है।
 
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