जीवन में दुःख पर शायरी

प्यार जीवन या दोस्त जो भी कारण हो कभी-कभी हम बहुत दुखी महसूस करते हैं। हमारी भावनाएं हमारे दिल से बाहर आना चाहती हैं। आपके दुख को साझा करने के लिए, मेरे पास हिंदी में Sad Shayari hindi 2021सैड शायरी, और WhatsApp sad status hindi का बेहतरीन संग्रह है। जो कि आज मै आपके साथ साझा करना चाहता हूं ।

ओ याद आए भुलाते – भुलाते,
दिल के ज़ख़्म उभर आए छुपाते – छुपाते,
सीखा था जिसे देख के मुस्कुराना,
उसी ने आज रुलाया हसाते – हसाते।।

मै क्यों पुकरू उसे की लौट आओ ,क्याउसे खबर नहीं की ,
मेरे पास उसके सिवाय कुछ नहीं है ।

खरीददार बहुत है ईश दिल के,
बेच देता अगर ईश में तुम ना होते.


किस हक से मांगू ,अपने हिस्से का वक़्त आपसे,
क्योंकि ना आप मेरे हो,और ना हीं वक़्त मेरा।।

जब भी आए बरीश मुझे तेरी याद आती है,
तुम्हारे साथ बिताया हर एक पल याद आता है,
कैसे बया करू मै अपने दिल की बात?
आज भी तुम वापस आओगे ये अहसास दिलाती है।।

फ़रेब दे के तिरा जिस्म जीत लूँ लेकिन,
मैं पेड़ काट के कश्ती नहीं बनाऊँगा।

ग़ैरो के जैसे मुझे भी देखते हो तुम यहाँ,
इससे तो बेहतर यही है तुम मुझे देखो नहीं!!

दिल में दस्तक़ देती हैं तेरी यादे हर रोज़,
एक वही हैं जो हमसे क़भी खफ़ा नही होती ।।

अनपढ़ सा मैं, दो लफ्ज़ लिखने लगा हूं,
मोहब्बत से मैं घायल बहुत हुआ हूं।

जीवन के दरिया में ,एक कश्ती सा है मन कहती हैं…
हालात की लहरें,कि सफ़र में अभी,
आज़माइश बाक़ी है!
समझाना मन को और समझना उसे…
कि साथ है जब तक ये ,हर गुंजाईश बाक़ी है।

मेरे आँखों से बहता हर एक आँसू ,
सबूत हैं मेरी उसके लिए की वफ़ा का..
मेरे चेहरे पर बिछी उदासी
सबूत हैं मेरे उसे बेतहाशा चाहनेका।
मेरे लबोंसे रूठी मुस्कान,
सबूतहैं मेरी उसके लिए आशिकी का उलझी उलझी सी मैं,
सबूत हूँ किसीसे सच्ची पर बिखरी मुहोब्बत का।

अस्क बेहते रहे, दर्द धड़कता रहा..
वो याद आते रहे, हम आस लगाते रहे,
वो साथ छुड़ाते रहे, हम मोहब्बत पे हसते रहे।

ताउम्र की सारी ग़ज़लें इक इंसान पे वारेंगे
बूढ़े होकर धीमें लहजे में तेरा नाम पुकारेंगे!

हमनें भी जी थी ज़िंदगी,”
इश्क़ होने से…”इश्क़ खोने तक”

क्या पूछा, की तुम्हारा इंतजार क्यों हैं?
तुममेरे हो’ क्या ये वजह काफी नही हैं?

कह दो हर वो बात जो जरुरी है कहना क्योंकि..
कभी-कभी जिन्दगी भी बेवक्त पूरी हो जाती है।

उदास दिल है मगर हर किसी से हंस कर मिलते हैं,
यही एक फन सीखा है बहुत कुछ खोने के बाद।

हमें शायर समझ के यूँ नजर अंदाज मत करिये
नजर हम फेर ले तो हुस्न का बाजार गिर जायेगा।


जिसकी आवाज़ आज तुम्हारा दिन बनाती है,
कल देखना, वो रात भी तबाह कर देगी।

अब दोबारा शायद हम कभी न मिले…..
क्योंकि अब हम “हम” नहीं रहे,
“मैं” और “तुम” हो गए।

गुजरती है जो दिल पर,
वो जुबान पर लाकर क्या होगा..
समझकर भी जो न समझे उसे
उसको समझाकर भी क्या होगा

आख़िर उसके दिल पे क्या गुज़री होगी,
जब ना-पसंदीदा ने उसका घुंघट उठाया होगा।

मैने बदल दी है अपनी मन्नते वक्त के साथ,
उसको जिसके हवाले किया जा रहा है,
खुदा करे कभी मेरी कमी ना महसूस होने दे।

बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी..!!
फिर भी बेइन्तहा चाहने की बेबसी मेरी..!!

ना चाहते हुए भी छोड़ना पड़ता है साथ,
कुछ मजबूरियां मोहब्बत से भी ज़्यादा गहरी होती है।

उन्हें ये तमन्ना है कि हम जुबां से इजहार करें,
हमारी ये तमन्ना है कि वो मेरे दिल की जुबां समझ लें।

क्या तुम उस वक़्त मिलने आओगे ?
साँस जब घर बदल रही होगी..!!

हर उलझन के अंदर ही उ
उस उलझन का हल मिलता है,

अब तो उसकी यादें परछाईं बन चुकी हैं…
साला कभी पीछा ही न छोड़ती…।

जरूरी हो गया है मुस्कुराते रहना,
लोग दर्द मै देखकर सवाल बहुत करते है!!

मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही
अब रातों को जागना अच्छा लगता है…..
मुझे नहीं मालूम तू हमेशा मेरे साथ रहेगी या नहीं,म
मगरतेरा ज़िन्दगी भर का साथ खुदा से माँगना अच्छा
लगता है।

किसी एक की चाहत बनो हर किसी की तमन्ना नहीं,
जो मज़ा उस एक के इश्क़ में हैं,
वो नशा किसी और में नहीं…!!

जरूरत से ज्यादा वक्त इजत और प्यार देने से,
अक्सर लोग बदल जाया करते है।

“याद हैं हमें,
छोड़ा था तुमने साथ जब हमें जरूरत थी तुम्हारी,
पर तुम लड़खड़ाना मत , हम अभी भी साथ हैं तुम्हारे,
क्योंकि आज भी तुम महोब्बत हो हमारी।

तू साथ नहीं तो तेरी तस्वीर ही सही ,
जिससे हम रोज बात करते हैं,
तू अब माने या ना माने
आज भी तुझे हम उतना ही प्यार करते हैं..
तेरे अलावा किसी को आज तक दिल में बसाने की इजाजत न दी है मैंने,
क्योंकि आज भी तेरा हम बड़ी शिद्दत से इंतजार करते हैं ।

हम तो उनके दिल से अपना दिल जोड़ने चले थे,
पर उन्होंने तो दिल ही किसी और को दे दिया।

“काश एक लम्हे के लिए तुम मेरे होते,
काश एक लम्हे में सदियाँ गुजार लेते।

लम्हा लम्हा मेरा कर्जदार हैं तेरी मुहोब्बत का,
माँगने पर मिली थी जो मुझे,
हर एक अश्क मेरा ये कर्ज उतारेगा अब
दर्द नतीजे में मिला हैं जो मुझे।


उनसे मिले हर जुर्म के बाद सिगरेट जलाई है मैने,
हा मैने दर्द को जला के उनसे प्यार बढ़ाया है।

मय-ओ-जाम तो आम सा हो गया है,
इश्क़ का जाम पिके दिखाओ तो मानू,
नशा अगर चढ़ गया हो तो,
उतार के दिखाओ तो मानू।

वो दौर भी आया सफर में ,
जब मुझे अपनी पसंद से भी नफरत हो गई।

हो सकता है मै मर जाऊ कुछ दिन में,
एक शक्स दिल जला रहा है रोज थोड़ा थोड़ा

मंजिल तो खैर नहीं मिली लेकिन ,
सफर बहुत खूसूरत था उनके साथ।

सुनो अब तुम जहां हो वहीं रहना लौटना मत मुझ में,
नहीं चाहिए अब हमदर्दी तेरी, मैं मुद्द्तों बाद लौटा हूं खुद में!

हुनर मोहब्बत का हर किसी को कहाँ आता हैं…!
लोग हुस्न पर फ़िदा होकर उसे इश्क़ कह देते हैं…!

गुफ्तगू पे गुफ्तगू हुई,
दोस्ती से इश्क़ का सफर शुरू हुआ,
बेवफ़ाई पे बेवफ़ाई हुई,
लफ़्ज़ों से शायरी का सफर शुरू हुआ!!”

हम भी खड़े थे मोहब्बत की दहलीज पे
पर कभी लांघना गंवारा न समझा,
जब पता चला नफरत है उनको मोहब्बत करने वालों से,
तो खोने के डर से इजहार करना सही न समझा।

कह दो हर वो बात जो जरुरी है कहना क्योंकि,
कभी-कभी जिन्दगी भी बेवक्त पूरी हो जाती है।

दर्द में डूब जाना तो आसान है
पर ऐसे ही हालातों में मुस्कुराना
उतना ही मुश्किल….।

जिसकी आवाज़ आज तुम्हारा दिन बनाती है,
कल देखना, वो रात भी तबाह कर देगी।
 
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