[किताबो की तरह हूं मैं भी] जिंदगी दर्द शायरी

किताबो की तरह हूं मैं भी,
अल्फाजों से भरपूर मगर खामोश।।

जब दर्द उरुज पर हो मुर्शीद,
तब लोग जख्मों से खेलते हैं!!

बहुत आसान हैं पहचान इसकी ,
अगर दुखता नहीं तो दिल नहीं हैं !!

अज़ीयत(तकलीफ) से कह दो मैं सरफिरा हूँ बहुत,
अभी अपने जज़्बात का खून पीया है मैंने.!!

इस उदासी का कोई हल निकाल मौला
मेरी माँ मुझसे मेरा हाल पूछती है


जरूरी हो गया है मुस्कुराते रहना,
लोग दर्द मै देखकर सवाल बहुत करते है!!

क्या तुम उस वक़्त मिलने आओगे ?
साँस जब घर बदल रही होगी..!!

रोता रहा फूल सारी रात,
लोग ओँस कहकर गुजरते रहे!!

सारे अरमान गिर के टूट चुके है,
केसे बटोरू इन्हे जेहन में चुभ रहे है!!

भगवान खुद मुबारक बात देने आएंगे,
जब कुंडलियां नहीं, दिल मिलाएं जाएंगे।

अगर एहसास बयां हो जाते लफ्जों से,
तो फिर कौन करता तारीफ खामोशियों की।

दो रास्ते जींदगी के, दोस्ती और प्यार,
एक जाम से भरा, दुसरा इल्जाम से।

ख्वाइशों को जरुरतों से सीखना चाहिए,
पूरा होने के लिए ज़िद में रहना चाहिए!!

जो टूट कर भी मुस्कुरा दे,
वो बेशर्म हूँ मैं!

बहुत लम्बी खामोशी से गुज़रा हूँ मै,
किसी से कुछ कहने की कोशिश में!!

रोया नहीं रुलाया गया हूं,
बनाके पसन्द ठुकराया गया हूं।

उनवान जिदंगी पर बस इतना लिख पाया हूं
बहुत कमज़ोर रिश्ते थे बहुत मजबूत लोगों से…..

हर दिन खड़ी रहती हैं दरवाज़े पर..
जरूरतें तारीख नहीं देखती…🙏🏻

तकदीर को कुछ इस तरहा अपनाया है मेने,
जो नही था तकदीर मैं उसे भी बेपनाह चाहा है मैंने।

कैसे कह दूँ कि थक गया हूँ मैं
जाने किस-किस का हौंसला हूँ मैं!!

ऐ ! मेरे खुदा एक आईना कुछ ऐसा बना दे ,
जो इंसान की सूरत नहीं सीरत दिखा दे।

टूटने का मतलब हमेशा खत्म होना नहीं होता,
कभी कभी टूटना, ज़िंदगी का आगाज़ होता है।

तकदीर को कुछ इस तरहा अपनाया है मैने,
जो नही था तकदीर मैं उसे भी बेपनाह चाहा है मैंने।

कैसे कह दूँ कि थक गया हूँ मैं
जाने किस-किस का हौंसला हूँ मैं!!

लोग खिलाड़ी हैं ____साहब
मेरे दिल से ही खेल गये..

हर रिश्ता गुलाब की तरह होता हैं,
कभी महकता हैं, तो कभी चुभता हैं।

टूटने का मतलब हमेशा खत्म होना नहीं होता,
कभी कभी टूटना, ज़िंदगी का आगाज़ होता है।

बहुत कुछ है कहने को पर न जाने क्यूं?
अब कुछ ना कही वहीं बेहतर लगता है।

जब तुम नहीं समझे तब मैंने खुद को कितना समझाया,
ये तुम कभी नहीं समझोगे !!

महसूस कर रहे हैं मेरी लापरवाही कुछ दिनों से,
याद रखना बदल गए तो मनाना तेरे बस की बात नहीं।

अकेले मर जाना,
पर किसी पे भरोसा मत करना।🙏

मुझे ख़ुद पर इतना तो यक़ीन है कि
रोयेगा वो सख़्श मुझे वापस पाने के लिये!!

खतम होने नही देता मैं इस दर्द को,
अब इसका भी मेरे बिना गुजारा नहीं है।

अक्सर जिद्द को पकड़े रहने से
हाथ और साथ दोनों छूट जाते हैं..!!


रिश्ते धीरे – धीरे खतम होते है,
बस पता अचानक चलता है।

कोई आया नही कितना बुलाया हमने,
उमर भर एक अजनबी को जगाया हमने।

ए मौत, आ लगाले गले,
ये अधमरा होके जीना नहीं सीखना मुझे।

काश दुनिया की हर बुरी दुआ मुझे लगे,
बे मौत मर जाऊ उसे भनक तक ना लगे।

चलो रखते है आज तकलीफों को अपने बीच में,
फिर देखते हैं तकलीफ साथ रहती हैं या अपने।।

कमाल करते है कुछ लोग ,
दर्द देने के बाद पूछते है कैसे है आप।

अकेले ही लड़नी हैं जिदंगी की लड़ाई,
लोग सिर्फ दिलासा देते है साथ नही।।

बहुत दर्द छुपा है शीने में,
पर अलग हि मजा है दूसरो के सामने हस कर जीना।

मजबूत हु लेकिन फिर भी टूट जाता हु,
मुझे अपनो का अजनबी लहजा बहुत तकलीफ देता है।

तमाशा सच का ही होता है,
झूठ की तो तारीफ़ होती है !!

हंसी को एक खुटी पर टांग रखा है,
घर से निकलते है तो पहन लेते है।।

घाव दिखा दूंगा मगर खाओ कसम,
तुम्हारे हाथों में नमक नही मरहम है।

तू बिखर चुकी है जिंदगी जानता हूं मैं,
मैं समेट लूंगा, तू यक़ीन तो कर।

ज़िंदगी जीने की ख्वाहिश है अब!
मरते मरते तो मुझे एक ज़माना हो गया !!

ना ढूंढो मेरा किरदार दुनिया की भीड़ में,
वफादार तो हमेशा तन्हा हीं मिलते है।।

ना करे बात कोई मुझसे,
मुझे कोई गम नही,
एक शख्स रोज मिलता है मुझे आईने में,
हूबहू मेरे जैसा जो किसी से कम नही।

इस जहां को बनाने वाला इतना खूबसूरत है,
जिसका शुक्र ये जहां कितनी भी कोशिश कर ले…
कभी अदा न कर सकता..।

मैं ये नहीं चाहता कि मैं ज्यादा जीयूं।
बल्कि ये चाहता हूं कि जितना भी जीयूं
अपनों के साथ रह कर जीयूं।

खुली आंखों का वो सच और,
बंद आंखों का वो ख्वाब ,
दोनो ही अजीब हैं।
एक जगह मर रहा हु और एक जगह जी रहा हु।

जिंदगी भी कितनी अजीब है,
मुस्कुराऊ तो लोग जलते है,
और चुप रहो तो लोग सवाल करते है।

किसी ने यूं ही पूछ लिया हमसे किसी की दर्द की कीमत
हमने हस्ते हुए कहा पता नही,
कुछ अपने मुफ्त में दे गए।

हूं अगर खामोश तो ये न समझ,
कि मुझे बोलना नहीं आता 😐
रुला तो मैं भी सकता था.
पर मुझे किसी का दिल तोड़ना नहीं आता।
 
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