लव शायरी हमेशा से ही प्रेमियों को पसंद आता है। सोशल मीडिया के दौर में भी Love Shayari पढ़ना हर कोई पसंद करता है। अगर आप अपनी प्रेमिका, प्रेमी, पत्नी या पति के साथ अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए लव शायरी हिंदी में खोज रहे हैं। हमारे पास सुंदर छवियों के साथ प्यार पर शायरी का एक बड़ा Collection है। बस हमारे पूरे Collection को एक-एक करके पढ़ें और सच्चे प्यार के बारे में शायरी की गहरी रोमांटिक भावनाओं को महसूस करें।
लड़ झगड़ कर ही सही….
तुझसे उलझे रहना भी तो इश्क़ है।
कुछ और नही करना तुझे,
मुझे दिवाना बनाने के लिए,
तेरी आंखों का काजल ही काफी है,
मेरी धड़कनों को बढ़ाने के लिए।
यूँ ना दिल बेकरार रखिये
जी थोड़ा सा एतबार रखिये।
दो ग़ज़ की दूरी जरूरी है अभी
फिर से मिलेंगे इंतिजार रखिये।
है कोई यहां जो करेगा रफूगरी मेरी,
इश्क खा गया है जगह-जगह से मुझे
गुज़रना है तो दिल
के अंदर से गुजरो,
मोहब्ब्त के शहर में बाईपास नहीं होते
किस्मत की लकीरों का, तुम ताज बन जाओ,
कल की बात छोडो,तुम मेरे आज बन जाओ।
अनदेखे धागों से यूं बाँध गया कोई
वो साथ भी नही,
और हम आज़ाद भी नही..
धीरे से लबों पे आया है एक सवाल,
तू ज्यादा खूबसूरत है या तेरा ख़्याल..।
तलब इतनी कि तुम्हे बाहों में भर लूँ,
पर मजबूरी यह कि तुम दूर बहुत हो।
अल्फाज तो जमाने के लिये हैं तुम आना,
तुम्हें हम दिल की धडकनें सुनायेंगे l
हाल क्या कहूं ..लग गई हैं नजर
तुम्हारी,
तुम्हारी थी…इसलिए अब तक नही उतारी!!!!
मैं औरों की तरह दिखाने के लिए ,
मोहब्बत बोलता नहीं,मैं मोहब्बत करता हूं…।
जब कुछ अच्छा नहीं लग रहा हो ,
तब भी तुमसे बात करना अच्छा लगता है
मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही,
अब रातों को जागना अच्छा लगता है।
इतने बेवफा नहीं जो तुम्हे भूल जायेंगे,
अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते है
बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी..!!
फिर भी बेइन्तहा चाहने की बेबसी मेरी..!!
वो रूठ जाती है मैं मना लेता हु..
हारता नही हु सर झुका लेता हु।
लाजमी है आपका खुद पर गुरूर करना
में जिसे चाहु वो कभी मामूली नही हो सकता।
देखने के लिए सारा आलम भी कम है
चाहने के लिए एक चेहरा बहुत है।
ये निगाहें एक ही शख्स को ढूंढती हैं,
ये वो प्यार नही,जो हर किसी से करलूं।
आप दिल से दूर हैं और पास भी,
आप लवो की हँसी हो और आँसू भी,
आप दिल का सुकून हो और बेचैनी भी,
आप हमारी अमानत हो और एक सपना भी।
मेरी भाग दौड़ भरी जिंदगी में,
सुकून का कोना हो तुम।
अगर दूरियों से फर्क ना पड़े,
तो समझ जाना बहुत नज़दीक हो तुम।
एक दुआ तुम्हारें दिल को सुकूँ मिले…!!
एक ख्वाहिश हमारे सिवा कहीं और न मिले…!!!
लब तेरे नूर का झरना मेरी प्यास पुरानी,
मैनें आँखों से पिया तेरे इश्क का पानी!!
देखो हम कोई वहशी नही दीवाने है,
तुमसे बटन खुलवाने नही, लगवाने है!!
तुम्हारी एक आहट से ही दिल की ?
धड़कने बढ़ जाती हैं


अगर तुम सामने आ गई..
तो ना जाने क्या होगा मेरा…..?
लड़ झगड़ कर ही सही….
तुझसे उलझे रहना भी तो इश्क़ है।
कुछ और नही करना तुझे,
मुझे दिवाना बनाने के लिए,
तेरी आंखों का काजल ही काफी है,
मेरी धड़कनों को बढ़ाने के लिए।
यूँ ना दिल बेकरार रखिये

जी थोड़ा सा एतबार रखिये।
दो ग़ज़ की दूरी जरूरी है अभी
फिर से मिलेंगे इंतिजार रखिये।

है कोई यहां जो करेगा रफूगरी मेरी,
इश्क खा गया है जगह-जगह से मुझे

गुज़रना है तो दिल

मोहब्ब्त के शहर में बाईपास नहीं होते

किस्मत की लकीरों का, तुम ताज बन जाओ,
कल की बात छोडो,तुम मेरे आज बन जाओ।
अनदेखे धागों से यूं बाँध गया कोई

वो साथ भी नही,

और हम आज़ाद भी नही..

धीरे से लबों पे आया है एक सवाल,
तू ज्यादा खूबसूरत है या तेरा ख़्याल..।
तलब इतनी कि तुम्हे बाहों में भर लूँ,
पर मजबूरी यह कि तुम दूर बहुत हो।
अल्फाज तो जमाने के लिये हैं तुम आना,
तुम्हें हम दिल की धडकनें सुनायेंगे l
हाल क्या कहूं ..लग गई हैं नजर

तुम्हारी थी…इसलिए अब तक नही उतारी!!!!
मैं औरों की तरह दिखाने के लिए ,
मोहब्बत बोलता नहीं,मैं मोहब्बत करता हूं…।
जब कुछ अच्छा नहीं लग रहा हो ,
तब भी तुमसे बात करना अच्छा लगता है

मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही,
अब रातों को जागना अच्छा लगता है।
इतने बेवफा नहीं जो तुम्हे भूल जायेंगे,
अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते है

बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी..!!
फिर भी बेइन्तहा चाहने की बेबसी मेरी..!!
वो रूठ जाती है मैं मना लेता हु..
हारता नही हु सर झुका लेता हु।
लाजमी है आपका खुद पर गुरूर करना
में जिसे चाहु वो कभी मामूली नही हो सकता।
देखने के लिए सारा आलम भी कम है
चाहने के लिए एक चेहरा बहुत है।
ये निगाहें एक ही शख्स को ढूंढती हैं,
ये वो प्यार नही,जो हर किसी से करलूं।
आप दिल से दूर हैं और पास भी,
आप लवो की हँसी हो और आँसू भी,
आप दिल का सुकून हो और बेचैनी भी,
आप हमारी अमानत हो और एक सपना भी।
मेरी भाग दौड़ भरी जिंदगी में,
सुकून का कोना हो तुम।
अगर दूरियों से फर्क ना पड़े,
तो समझ जाना बहुत नज़दीक हो तुम।
एक दुआ तुम्हारें दिल को सुकूँ मिले…!!
एक ख्वाहिश हमारे सिवा कहीं और न मिले…!!!
लब तेरे नूर का झरना मेरी प्यास पुरानी,
मैनें आँखों से पिया तेरे इश्क का पानी!!
देखो हम कोई वहशी नही दीवाने है,
तुमसे बटन खुलवाने नही, लगवाने है!!
तुम्हारी एक आहट से ही दिल की ?
धड़कने बढ़ जाती हैं



अगर तुम सामने आ गई..
तो ना जाने क्या होगा मेरा…..?
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