Best Alone Shayari in Hindi - अकेलापन शायरी

अब नींद से कहो हम से सुलह कर ले फ़राज़,
वो दौर चला गया जिसके लिए हम जागा करते थे…!!


अजब पहेलियाँ हैं हाथों की लकीरों में,
सफ़र ही सफ़र लिखा हैं हमसफ़र कोई नहीं !!


कोई तो इन्तहा होगी मेरे प्यार की खुदा,
कब तक देगा तू इस कदर हमें सजा,
निकाल ले तू इस जिस्म से जान मेरी,
या मिला दे मुझ को मेरी दिलरुबा।



वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही,
फिर यूँ हुआ के दर्द में सिद्दत न रही,
अपनी जिंदगी में हो गये मशरूफ वो इतना,
कि हमको याद करने कि फुरसत न रही।


जिंदगी के ज़हर को यूँ हँस के पी रहे हैं,  तेरे प्यार बिना यूँ ही ज़िन्दगी जी रहे हैं,  अकेलेपन से तो अब डर नहीं लगता हमें,  तेरे जाने के बाद यूँ ही तन्हा जी रहे हैं।


जिंदगी के ज़हर को यूँ हँस के पी रहे हैं,
तेरे प्यार बिना यूँ ही ज़िन्दगी जी रहे हैं,
अकेलेपन से तो अब डर नहीं लगता हमें,
तेरे जाने के बाद यूँ ही तन्हा जी रहे हैं।


हमने कब कहा के  कीमत समझो तुम हमारी,  अगर हमे बिकना ही होता  तो आज यूँ अकेले न होते।


हमने कब कहा के
कीमत समझो तुम हमारी,
अगर हमे बिकना ही होता
तो आज यूँ अकेले न होते।


मेरी आँखों में देख आकर
हसरतों के नक्श,
ख्वाबों में भी तेरे मिलने की
फरियाद करते हैं।


न जाने क्यों खुद को अकेला सा पाया है,
हर एक रिश्ते में खुद को गवाया है,
शायद कोई तो कमी है मेरे वजूद में,
तभी हर किसी ने हमे यूँ ही ठुकराया है।


रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं,
हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं,
आप तो चले गए हो छोड़ के हमको,
मगर हम आपसे मिलने को तरसते हैं।


उतना हसीन फिर कोई लम्हा नहीं मिला,
तेरे जाने के बाद कोई भी तुझ सा नहीं मिला,
सोचा करूं मैं एक दिन खुद से ही गुफ्तगुं,
लेकिन कभी में खुद को तन्हा नहीं मिला।


शाम ए फिराक, ज़ख्म ए जिगर और ये गजल,
यादें तुम्हरी दीदा ए तार और ये गजल,
जी चाहने लगा है, करूँ फिर से तेरे नाम,
एक शाम और एक शेर और एक ये गजल।


जिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
काफिला साथ और सफ़र तन्हा,
अपने साए से चोंक जाते हैं,
उम्र गुजारी है इस कदर तन्हा।


रात की तनहाइयों में बेचैन हैं हम,
महफ़िल जमी है फिर भी अकेले हैं हम,
आप हमसे प्यार करें या न करें,
पर आपके बिना बिलकुल अधूरे हैं हम।



अजीब सी वेताबी रहती है तेरे बिना,
रह भी लेते हैं और रहा भी नहीं जाता।


आँखों ने ज़र्रे ज़र्रे पर सजदे लुटाये हैं,
न जाने जा छुपा है मेरा पर्दा-नसीन कहाँ।


न ढूंढ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ में,
वफादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते हैं।



बड़े अजीब से इस दुनिया के मेले हैं,  यूं तो दिखती भीड़ है, पर फिर भी सब अकेले हैं।


बड़े अजीब से इस दुनिया के मेले हैं,
यूं तो दिखती भीड़ है, पर फिर भी सब अकेले हैं।


गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले,
चले भी आओ की गुलशन का कारोबार चले।


तुम्हारे बगैर ये वक्त ये दिन और ये रात,
गुजर तो जाते हैं मगर गुजारे नहीं जाते।


मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी मिलने की हसरत कभी देखने की तमन्ना।


हम अंजुमन में सबकी तरफ देखते रहे,
अपनी तरह से कोई हमे अकेला नहीं मिला।


आ भी जाओ मेरी आँखों के रूबरू अब तुम,
कितना खाव्बों में तुझे और तलाशा जाये |


कोई तो इन्तहा होगी मेरे प्यार की खुदा,
कब तक देगा तू इस कदर हमें सजा,
निकाल ले तू इस जिस्म से जान मेरी,
या मिला दे मुझ को मेरी दिलरुबा।


मेरी आँखों में देख आकर
हसरतों के नक्श,
ख्वाबों में भी तेरे मिलने की
फरियाद करते हैं।


रात को जब चाँद सितारे चमकते हैं,
हम हरदम आपकी याद में तड़पते हैं,
आप तो चले गए हो छोड़ के हमको,
मगर हम आपसे मिलने को तरसते हैं।


उतना हसीन फिर कोई लम्हा नहीं मिला,
तेरे जाने के बाद कोई भी तुझ सा नहीं मिला,
सोचा करूं मैं एक दिन खुद से ही गुफ्तगुं,
लेकिन कभी में खुद को तन्हा नहीं मिला।


शाम ए फिराक, ज़ख्म ए जिगर और ये गजल,
यादें तुम्हरी दीदा ए तार और ये गजल,
जी चाहने लगा है, करूँ फिर से तेरे नाम,
एक शाम और एक शेर और एक ये गजल।


जिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
काफिला साथ और सफ़र तन्हा,
अपने साए से चोंक जाते हैं,
उम्र गुजारी है इस कदर तन्हा।


रात की तनहाइयों में बेचैन हैं हम,
महफ़िल जमी है फिर भी अकेले हैं हम,
आप हमसे प्यार करें या न करें,
पर आपके बिना बिलकुल अधूरे हैं हम।


Zindagi tanha hai viraan hain,
Bus yeh hi to meri ek pehchan hai


Humne toh kisi ko nahi kiya begana,
Jiska dil bhrta gya wo hume chhodta gaya


Pta nhi aur kis-2 ka ho gaya wo shakhs
Jo kabhi mera hone ka dawa karta tha….!!


Bade ajeeb se iss duniya ke mele hain,
Yu to dikhti bheed h par fir b sab akele h


Chhodo na yaar kya rkha h sunne or sunane me
Kisi ne kasar nahi chhodi dil dukhane mein..!!!


Baith ke tanhai mein jab jab tujhe pukara hain,
Dil me yaade aankh me aasu or khudko tanha hi paya h


Hum jaise tanha logon ka ab rona kya muskana kya
Jab chahne wala koi na ho to jeena kya mar jana kya.


Fariyad kar rahi hai tarasti huyi nigahe,
dekhe huye kisi ko
bhut din ho gaye…



Mana ki dooriya kuch badh se gyi hai
Lekin
tere hisse ka waqt aaj bhi tanha hi gujarta hai


Sach kha tha kisi ne tanhai me rahna seekh lo
Muhabbat kitni he sachi ho
saath chor he jati h..!


Aa Gayi Thi Ik Din Tanhaye Bhi Jazbaat Mein….!!
Aank Sai Bhi Chand Boondein Gir Pari Barsaat Mein….!!


Mere marne pe sub khush hoge”jaan”;
bs ek tanhai roye gi ki mera humsafar chala gaya


सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।


दिन हुआ है, तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी।
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।


वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।


अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल,
@अब तो इश्क के नाम से डर जाता है दिल,
अब किसी दिलासे की जरूरत नही है,
क्योंकि अब हर दिलासे से भर गया है दिल।


होले होले कोई याद आया करता है,
कोई मेरी हर साँसों को महकाया करता है,
उस अजनबी का हर पल शुक्रिया अदा करते हैं,
जो इस नाचीज़ को मोहब्बत सिखाया करता है।


अब तेरे बिना जिंदगी गुजारना मुमकिन नही है,
अब और किसी को इस दिल में बसाना आसान नही है,
हम तो तेरे पास कब के चले आये होते सब कुछ छोड़ कर,
लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है।


मंजिल भी उसकी थी, रास्ता भी उसका था,
एक मैं ही अकेला था, बाकि सारा काफिला भी उसका था,
एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,
और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।


अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही मज़ाक किया करते है इस जमाने में।


चिंगारी का ख़ौफ़ न दिया करो हमे,
हम अपने दिल में दरिया बहाय बैठे है,
अरे हम तो कब का जल गये होते इस आग में,
लेकिन हमतो खुद को आंसुओ में भिगोये बैठे है।


इंसान की ख़ामोशी ही काफ़ी है,
ये बताने के लिये की वो अंदर से टूट चूका है।


कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर,
वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर,
हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां,
अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर।


हम जानते है आप जीते हो जमाने के लिए,
एक बार तो जीके देखो सिर्फ हमारे लिए,
इस नाचीज़ की दिल क्या चीज़ है,
हम तो जान भी देदेंगे आप को पाने के लिए।


हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,
होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,
उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,
न जाने क्यों हम उसके होते गये।


वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
मोहब्बत में प्रेमी कभी झुकता नही,
किसी की खुशियों के खातिर चुप है,
पर तू ये न समझना की मुझे दुःखता नही।


हर पल साथ देने का वादा करते हैं तुझसे,
क्यों अपनापन इतना ज्यादा है तुझसे,
कभी ये मत सोचना भूल जायेंगे तुझे हम,
हर पल साथ निभाने का वादा है तुझसे।


तेरा यूँ मेरे सपनो में आना ये तेरा कसूर था,
और तुझ से दिल लगाना ये मेरा कसूर था,
कोई आया था पल दो पल को जिंदगी में,
और सर अपना समझ लेना वो मेरा कसूर था।


कितना दर्द है इस दिल में लेकिन हमे एहसास नही है,
कोई था बहुत खास पर वो पास नही है,
हमे उनके इश्क ने बर्बाद कर दिया,
और वो कहते है की ये कोई प्यार नही है।


इस दिल में आग सी लग गई जब वो खफा हुए,
फर्क तो तब पड़ा जब वो जुदा हुए,
हमे वो वफ़ा करके तो कुछ दे न सके,
लेकिन दे गये वो बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।"


जब कोई ख्याल इस दिल से टकराता है,
तो दिल न चाहते हुए भी खामोश हो जाता है,
कोई सब कुछ कह कर भी कुछ नही कह पाता है,
और कोई बिना कुछ कह भी सब कुछ कह जाता है।


गम कितना है हम आपको दिखा नही सकते है,
ज़ख्म कितने गहरे है ये आपको दिखा नही सकते है,
जरा हमारे इन आंसुओ को तो देख लो,
ये आंसू गिरे है कितने ये हम आपको गिना नही सकते है।


अब तो हम दर्द से खेलना सीख गये है,
अब तो हम वेबफाई के साथ जीना सीख गये है,
क्या बताये यारो की कितना दिल टूटा है हमारा,
अब तो हम मौत से पहले कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गये है।


ये वक्त बदला और बदली ये कहानी है,
अब तो बस मेरे पास उनकी यादें पुरानी है,
न लगाओ मेरे ज़ख्मो पे मरहम,
क्योंकि मेरे पास बस उनकी यही बची हुई निशानी है।


वो करते है मोहब्बत की बात,
लेकिन मोहब्बत के दर्द का उन्हें एहसास नही,
मोहब्बत तो वो चाँद है जो दिखता तो है सबको,
लेकिन उसको पाना सबके बस की बात नही।


वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नही होती है,
जितनी किसी अपने के बदल जाने से तकलीफ होती है।"


हर बात में आँसू बहाया नही करते,
हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते,
ये नमक का शहर है,
इसलिए ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नही करते।"


हम अगर खो गये तो कभी न पा सकोगे,
हम वहाँ चले जायेंगे जहाँ कभी नही आ सकोगे,
जिस दिन मेरी मोहब्बत का एहसास हो गया तुम्हे,
पछताओगे बहुत क्योंकि,
हम वहाँ चले जायेंगे जहाँ से फिर न बुला सकोगे।


उसे हमने बहुत चाहा था पर प न सके,
उसके सिवा ख्यालो में किसी और को ला न सके,
आँखों के आँसू तो सूख गये उन्हें देख कर,
लेकिन किसी और को देख कर मुस्कुरा न सके।


जब तक दर्द न हो किसी के आंसू आया नही करते,
बिना वजह किसी का दिल दुखाया नही करते,
ये बात सुन लो कान खोल कर,
किसी के सपने तोड़ कर अपने सपने सजाया नही करते।


हमारी चाहत ने उस वेबफा को ख़ुशी देदी,
और उस वेबफा ने बदले में ख़ामोशी देदी,
मांगी तो उस रब से दुआ मरने की थी,
लेकिन उसने भी हमे तड़पने के लिए जिंदगी देदी।


जरूरी नही जीने के लिए सहारा हो,
जरूरी नही जिसे हम अपना माने वो हमारा हो,
कई कस्तियां बीच भबर में डूब जाया करती हैं,
जरूरी नही हर कस्ती को किनारा हो।


जो पल बीत गये वो बापस आ नही सकते,
सूखे फूलो को बापस खिला नही सकते,
कभी ऐसा लगता है वो हमे भूल गये होंगे,
पर ये दिल कहता है वो हमे कभी भुला नही सकते।


हम दुआएं करेंगे उनपर एतवार रखना,
न कोई हमसे कभी सवाल रखना,
अगर दिल में चाहत हो हमे खुश देखने की,
बस हमेशा मुश्कुराना और अपना ख्याल रखना।


कभी किसी को इतना सताया न करो,
अपने लिए कभी किसी को तड़पाया न करो,
जिनकी साँसे ही वो आपके लव्ज़ हो,
उन लफ़्ज़ों के लिए कभी किसी को तरसाया न करो।


"हमे तो सिर्फ जिंदगी से एक ही गिला है,
क्यों हमे खुशियां न मिल सकी क्यों ये गम मिला है,
हमने तो उनसे इश्क-ए-वफ़ा की थी,
क्यों वफ़ा करने के बाद वेबफाई ही सिला है।


मुझे जिसने जिंदगी दी, वो मरता छोड़ गये,
जिससे मोहब्बत की वो मुझे तन्हा छोड़ गये,
थी हमे भी एक हमसफ़र साथ चलने को जरूरत,
जो साथ चलने बाले थे वही रास्ता मोड़ गये।


मोहब्बत उससे करो जो आपसे प्यार करे,
अपने आप से भी ज्यादा आप पर एतवार करे,
आप उससे एक बार दो पल के लिए रुकने को तो कहो,
और उन दो पलो के लिए सारी जिंदगी इंतज़ार करे।


प्यार मोहब्बत तो सब करते है,
इसको खोने से भी सब डरते है,
हम तो न प्यार करते है न मोहब्बत करते है,
हमतो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने को तरसते है।


हम आँखों से रोये और होठो से मुस्कुरा बैठे,
हमतो बस यूँ ही उनसे इश्क-ए-वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे अपनी मोहब्बत का एक लम्हा भी न दे सके,
और हम उन पर यूही हर लम्हा लूट बैठे।


प्यार हर किसी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नही किया तो करके देखो,
ये हर दर्द सहना सिखा देता है।


आज तेरी याद को सीने से लगा कर हम रोये,
हम तुझे तन्हाई में पास बुलाकर रोये,
पाना तो बहुत चाहा था हर बार तुझे,
पर हर बार तुझे न पाकर हम रोये।


वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,
उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,
मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।


इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते,
अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,
उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,
के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।"


अब तो हमे उदास रहना भी अच्छा लगता है,
किसी के पास न होना भी अच्छा लगता है,
अब मैं दूर हूँ तो मुझे कोई फर्क नही पड़ता,
क्योंकि मुझे किसी की यादो में आना भी अच्छा लगता है।


किसी से प्यार करना आसान नही होता है,
@ किसी को पा लेना ही प्यार का नाम नही होता है,
किसी के इंतज़ार में मुद्दते बीत जाती है,
क्योंकि ये पल दो पल का काम नही होता है।


अगर कोई खता हो गई हो तो सजा बता दो,
क्यों है इतना दर्द बस इसकी वजह बता दो,
भले ही देर हो गई हो तुम्हे याद करने में,
लेकिन तुम्हे भूल जायेंगे ये ख्याल दिल से मिटा दो।


क्यों अनजाने में हम अपना दिल गवां बैठे,
क्यों प्यार में हम धोखा खा बैठे,
उनसे हम अब क्या शिकवा करे क्योंकि गलती हमारी ही थी,
क्यों हम वेदिल इंसान से दिल लगा बैठे।


जिसने हमको चाहा उसे हम चाह न सके,
और जिसको हमने चाहा उसको हम पा न सके।


ऐसा नही है मेरे दिल में तेरी तस्वीर नही है,
पर शायद मेरे हाथो में ही तेरे नाम की लकीर नही है।


ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है,
क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है।


इस इश्क की किताब से,
बस दो ही सबक याद हुए,
कुछ तुम जैसे आबाद हुए,
कुछ हम जैसे बर्बाद हुए।


हम खुश हैं कम से कम कोई हमारी बात तो करता है,
वो बुरा कहता है तो क्या, कम से कम कोई याद तो करता है।"


हम तो आपसे पलके बिछा कर प्यार करते हैं,
ये वो गुनहा है जो हम बार बार करते हैं,
दिल में ख्वाइशों के कई चिराग जलाकर,
हम सुबहो शाम तेरे मिलने का इंतज़ार करते हैं।


जब कोई आपसे मजबूरी में जुदा होता है,  जरूरी नही वो इंसान वेबफा होता है,  जब कोई देता आपको जुदाई के आँसू,  तन्हाइयों में वो आपसे ज्यादा रोता है।


जब कोई आपसे मजबूरी में जुदा होता है,
जरूरी नही वो इंसान वेबफा होता है,
जब कोई देता आपको जुदाई के आँसू,
तन्हाइयों में वो आपसे ज्यादा रोता है।"


मुझे दिल से यूँ पुकारा न करो,
यूँ आँखों से हमे इशारा न करो,
दूर हूँ तुझसे मजबूरी है मेरी,
यूँ तन्हाइयों में मुझे तड़पाया न करो।"


ये तेरी चाहत मुझे किस मोड़ पर ले आई,
इस दिल में गम है,और दुनिया में रुसबाई,
अब तो कटता है हर पल सदियों के बराबर,
अब तो लगता है के मार ही डालेगी तेरी ये जुदाई।


खुदा कभी किसी पे फ़िदा न करे,
अगर करे भी तो कभी कयामत तक जुदा न करे।


कोई मरतो नही जाता इश्क-ए-जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नही पाता है जिंदगी की तन्हाई में।


यादों में तेरी आहे भरता है कोई,
हर साँस के साथ तुझे याद करता है कोई,
मरना तो सभी को है वो एक हकीकत है,
लेकिन तेरी यादों में हर दिन मरता है कोई।


हर घड़ी इस जिंदगी को आज़माया है हमने,
इस जिंदगी में सिर्फ गम पाया है हमने,
जिस ने हमारी कभी कदर ही न जानी,
उस वेबफा को इस दिल में बसाया है हमने।


तेरे लिए लड़ लिए सबसे,
लेकिन हम हार गये अपने नसीब से।


दो पल को ही सही पर मेरी तन्हाइयो में खो जाओ,
मैं तेरा और तुम मेरी दो पल के लिए हो जाओ।


मेरे दिल को तोड़ कर वो किसी और की बाहों में सो गया
कितनी आसान से वेबफाई का नाम मजबूरी हो गया।


दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।


अब छोड़ो वफाओ के किस्से ये तो न जाने कितनो का रोना है,
पहले कोन था साथ हमारे और अब कोन अपना होना है।"


तुझे दर्द देने का शौक था बहुत,
हमे भी दर्द सहने का शौक था बहुत।


जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ,
बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ।


हमे इतना वक्त ही कहाँ की हम मौसम सुहाना देखे,
जब तेरी याद से निकले तभी तो मौसम सुहाना देखे।


हमे दिल में बसाया था तो साथ निभाया क्यों नही,
जब नजरे मिलाई थी हमसे तो नजर में बसाया क्यों नही,
तूने तो हमसे जिंदगी भर साथ निभाने का वादा किया था,
तो छोड़ कर जाने से पहले एक बार बताया क्यों नही।


सच कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
और शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
हम कितनी शिद्दत से उन्हें याद करते है,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब इत्तेफाक लगता है।


कितनी दूर निकल आये हम इश्क निभाते निभाते,
खुद को खो दिया हमने उनको पाते पाते,
लोग कहते है दर्द बहुत है तेरी आँखों में,
और हम दर्द छुपाते रहे मुस्कुराते मुस्कुराते।


किसी की चाहत पर हमे अब एतवार न रहा,
अब किसी भी ख़ुशी का हमे एहसास न रहा,
इन आँखों ने सपनो को टूटते देखा है,
इसलिए अब जिंदगी में किसी का इंतज़ार न रहा।


तू क्या जाने की क्या है तन्हाई,
टूटे हर पत्ते से पूंछो की क्या है जुदाई,
हमको तू कभी वे वेबफाई का इलज़ाम न देना,
तू उस वक्त से पूछ की मुझे तेरी याद कब नही आई।


तू याद आता है बहुत इसलिए तेरी याद में खो लेते है,
तेरी याद जब आती है तो आंसुओ से रो लेते है,
नींद तो अब हमे आती नही,
तू हमारे सपनो में आयेगा ये सोच कर सो लेते है।


कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नही देखा,
तेरे जाने के बाद किसी और को नही देखा,
तेरा इंतज़ार करना तो है लाज़िम,
इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नही देखा।


सारे फासले मिटा कर तू हमसे प्यार रखना,
हमारा रिश्ता हमेशा बरकरार रखना,
अगर कभी इत्तेफाक से हम आपसे जुदा हो जाये,
तो कुछ पलों के लिए मेरा अपनी आँखों में इंतज़ार रखना।


न जाने क्यों ये लहरे समंदर से टकराती है,
और फिर समंदर में लौट जाती है,
कुछ समझ नही पाते की किनारों से वेबफाई करती है,
या समंदर से वफ़ा निभाती है।


कभी गम तो कभी वेबफाई मार गई,
कभी उनकी याद आई तो जुदाई मार गई,
जिसको हमने बेइन्तहा मोहब्बत की,
आखिर में हमे उसी की वेबफाई मार गई।


उनके इश्क की पहचान अभी बाकी है,
नाम उसका लवो पर है और मुझ में जान बाकी है,
वो हमे देख कर मुँह फेर लेते है तो क्या हुआ,
कम से कम उनके चेहरे की पहचान तो बाकि है।


हमने तो देखा है खुद को कई बार आजमा कर,
अक्सर लोग धोखा देते है करीब आकर,
इस जमाने ने समझाया था लेकिन दिल नही माना,
छोड़ जाओगे एक दिन हमे अपना बना कर।


तुझे मोहब्बत करना नही आता,
और मुझे मोहब्बत के सिवा कुछ नही आता,
जिंदगी जीने के दो ही तरीकें है,
एक तुझे नही आता, और दूसरा मुझे नही आता।


गम इस बात का नही की तू बेबफ़ा निकली,
बस अफ़सोस तो इस बात का है,
वो सब सच्चे निकले जिससे तेरे लिये मैं लड़ता था।


मैंने खुदा से पूछा वो क्यों छोड़ गया मुझे,
उसकी क्या मजबूरी थी,
खुदा ने कहा न कसूर तेरा था न गलती उसकी थी,
मैंने ये कहानी लिखी ही अधूरी थी।


हमे आदत नही है हर एक पर मर मिटने की,
तुझ में बात ही कुछ ऐसी थी,
दिल ने मोहलत ही न दी कुछ सोचने की।


दिल से कब निकलता है दिल में बस जाने के बाद,
दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद,
जो पास होता है उसकी कदर नही होती है,
कदर होती है दूर जाने के बाद।


सांस थम जाती है पर जान नही जाती,
दर्द होता है पर आवाज नही आती,
अजीब लोग हैं इस जमाने में,
हम भूल नही पाते और किसी को याद नही आती।


यादो में किसी का दीदार नही होता है,
सिर्फ याद करना ही प्यार नही होता है,
यादों में किसी की हम भी तड़पतें हैं,
बस हमसे दर्द का इज़हार नही होता है।


जिनके पास जिंदगी में देने के लिये मोहब्बत के सिवा कुछ नही होता है,
उन्हें जिंदगी में दर्द के सिवा कुछ नही मिलता है।


आँखे हँसती हैं, मग़र दिल ये रोता है,
जिसे हम अपनी मंजिल समझे हैं,
उसका हमसफ़र कोई और ही होता है।


अगर तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नही रखना चाहता,
तो उससे दूर हो जाओ,
क्योंकि वक्त खुद सिखा देगा उसे कदर करना,
और तुम्हे सब्र करना।


दर्द है दिल में पर इसका एहसास नही होता है,
रोता है दिल जब वो पास नही होता है,
हम बर्बाद हो गये उसके प्यार में,
और वो कहते हैं, इस तरह से कभी प्यार नही होता है।


जी भर के रोते है तो करार मिलता है,
इस जहा मे कहा सबको प्यार मिलता है,
ज़िंदगी गुज़र रही है इंतेहानो के दौर से,
एक ज़ख़्म भरता नही दूसरा तैयार मिलता है


इन आँखों में सूरत तेरी सुहानी है,
मोम की तरह से पिघल रही मेरी जबानी है,
जिस तरह से सितम हुए थे हम पर,
मर जाना चाहिये था, पर जिन्दा है,
ये बड़ी हैरानी है।


पत्थरों से प्यार किया क्योंकि नादान थे हम,
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें हमसे नजरे मिलाने में तकलीफ होती है,
कल उसी इंसान की जान थे हम।


यूँ तो पहले सदमो में भी हँस लेता था मैं,
पर आज क्यों बेवजह रोने लगा हूँ मैं,
वैसे तो हमेशा से हाथ खाली ही था मेरा,
फिर आज क्यों लगा सब कुछ खोने लगा हूँ मैं।


दुनिया है पत्थर की जज़्बात नही समझती,
दिल में छुपी है जो बात नही समझती,
चाँद तन्हा है तारो की बारात में भी,
दर्द ये चाँद का ज़ालिम रात नही समझती।


मर कर तमन्ना जीने के किसे नही होती,
रो कर खुश होने की तमन्ना किसे नही होती,
कह तो देते हैं जी लेंगे अपनों के बिना,
लेकिन अपनों की तमन्ना किसे नही होती।


हमने उनसे प्यार किया,
ये मेरे प्यार की हद थी,
हमने उन पर एतवार किया,
ये मेरे एतवार की हद थी,
मर कर भी खुली रही मेरी आँखे,
ये मेरे इंतज़ार की हद थी।


कभी सोंचतें थे की आपके साथ अपनी ज़िन्दगी बिताएंगे,
आप के साथ रह कर हम भी मुस्कुराएंगे,
कभी सोंचतें थे मोहब्बत अपनी चाँद के पार ले जाएंगे,
लेकिन कभी ये नही सोचा था की आप हमे इस तरह रुलायेंगे।


तेरी ख़ुशी को अपनी पलको में सजायेंगे,
मर कर भी साड़ी रस्मे निभाएंगे,
देने को तो कुछ नही है मेरे पास,
लेकिन तेरी ख़ुशी के लिए खुदा के पास तक चले जायेंगे।


हो सकता है हमने आपका अनजाने में कभी दिल दुःखा दिया,
लेकिन तूने हमे दुनिया के कहने पर भुला दिया,
हम तो इस दुनिया में वैसे भी अकेले ही थे,
तो क्या हुआ तूने हमे ये एहसास दिला दिया।


मेरी खामोशियों में भी फ़साना ढूँढ़ लेती है,
बड़ी शातिर है ये दुनिया बहाना ढूँढ़ लेती है,
हकीकत ज़िद किये बैठी है चकनाचूर करने को,
लेकिन ये आँख फिर सपना सुहाना ढूँढ़ लेती है।


तूने नफ़रत से जो देखा है तो याद आया,
कितने रिश्ते तेरी ख़ातिर यूँ ही तोड़ आया हूँ,
कितने धुंधले हैं ये चेहरे जिन्हें अपनाया है,
कितनी उजली थी वो आँखें जिन्हें छोड़ आया हूँ।


वफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन,
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले,
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था,
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले।


हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने|


चलो हम गलत थे ये मान लेते है..
ऎ जिंदगी..
पर एक बात बता..
क्या वो शख्स सही था
जो बदल गया इतना..
करीब आने के बाद!!


जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।


उल्फत का यह दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही हमसे दूर होता है,
दिल टूट कर बिखरता है इस क़द्र जैसे,
कांच का खिलौना गिरके चूर-चूर होता है |


आशियाँ बस गया जिनका, उन्हें आबाद रहने दो,
पड़े जो दर्द भरे छाले, जिगर में यूँ ही रहने दो,
कुरेदो ना मेरे दिल को, ये अर्जी है जहां वालों,
छिपा है राज अब तक जो, राज को राज रहने दो ।


गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके।


बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है,
ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है,
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ,
मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है।


रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई।


आप से दूर हो कर हम जायेंगे कहा,
आप जैसा दोस्त हम पाएंगे कहा,
दिल को कैसे भी संभाल लेंगे,
पर आँखों के आंसू हम छुपायेंगे कहा।


चाहत वो नहीं जो जान देती है,
चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है,
ऐ दोस्त चाहत तो वो है,
जो पानी में गिरा आंसू पहचान लेती हैं।


भुला कर हमें क्या वो खुश रह पाएंगे,
साथ में नही तो मेरे जाने के बाद मुस्कुरायेंगे,
दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना,
हम तो सह गए पर वो टूट जायेंगे।


दर्द को छुपाए बैठा रहा,
आंखों की नमी को छुपाए बैठा रहा,
उम्मीद टूटी नहीं है अभी भी,
तेरे लौट आने की खुशी में बैठा रहा।


इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है,
इश्क़ नहीं किया तो करके देखो,
ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है।
 
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