Shayari On Eyes In Hindi | Aankh Shayari | आँख शायरी इन हिंदी

आँख शायरी एक ऐसा विषय है जिसे हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार जरूर पढना चाहता है। अपने महबूबा से इश्क़ के चलते वो शायराना मिज़ाज का होने लगता है और तरह-तरह की उपमा देकर वो आँखों की तारीफ किया करता है। वाकई किसी हसीना की आँखों में वो सब-कुछ होता है जिसमे हर कोई डूब जाना चाहता है।

आँख जिस्म का एक हिस्सा है मगर ये आँखे मोहब्बत के किस्से भी बयां कर देते है इनमें डूब जाने को दिल करता है। महज प्यार की उपज आँखों से ही शुरू होती है और फिर बातचीत में तब्दील हो जाती है। बातों से पहले आँखों का इशारा उनपर शायरी और किस्से बनाना एक रिवायत सा है अगर आपने आँखों की तारीफ नही की तो लगता है मोहब्बत में कुछ अधूरा सा है

तमाम शायरों ने अपनी कल्पनाओं से इनमे इतनी सवेंदना भर दिया है कि-मानो ये जीवंत हो उठा हो मुझे भी याद है मैंने एक लड़की को देखा था उससे प्यार हुआ बस एक नज़र में उसकी आँखे समंदर थी आकाश था धरती थी सब-कुछ था। मैंने अपनी पहली शायरी उसकी आँखों पर ही लिखी थी। बाद में उसे ये बात बता तो नही पाया मगर वो एक लम्हा उसकी आँखों का अपना दीवाना बना लिया था। न जाने क्या था उसकी आँखों में मैं अपना दिल ही दे बैठा। ऐसे ही हज़ारों लोग होंगे जो आँखों से ही अपना दिल दे बैठते है। और दिन-रात सोचा करते है।


खैर जिसका इश्क़ मुकम्मल हो वो बिना शायरी लिखे ही उसकी आँखों की तारीफ कर सकता है। क्योंकि हम जैसे अधूरे लोग खाली वक्त में यही काम किया करते है जिसे हज़ारो लोग अपनी प्रेमिका को सुनाते फिरते है। नीचे फोटो के साथ तमाम शायरियां आपके लिए पेश है जिसे अपने सिचुएशन के हिसाब से स्टेटस लगा सकते है या कही पर सुना सकते है। नामचीन शायरों द्वारा लिखी ये आँखों पर अनमोल शायरियां आप सभी के लिए एक तोहफा है। जिसे आप मुफ्त में किसी और के भेंट कर सकते है। मुझे उम्मीद है आपको यह ज़रूर पसंद आयेगा। Shayari On Eyes In Hindi

आँखों पर हिंदी शायरी स्टेटस​

हसीं तेरी आँखें, हसीं तेरे आँसू यहीं डूब जाने को जी चाहता है


हसीं तेरी आँखें, हसीं तेरे आँसू
यहीं डूब जाने को जी चाहता है
–जिगर मुरादाबादी

Hasi Teri Ankhe, Hasi Tere Ansu
Yaheen Doob Jaane Ko Ji Chahta Hai
–Jigar Muradabadi

मैं डर रहा हूँ तुम्हारी नशीली आँखों से
कि लूट लें न किसी रोज़ कुछ पिला के मुझे
-जलील मानिकपूरी

Mai Dar Raha Hoon Tumhari Nashili Aankho Se
Ki Loot Le N Kisi Roz Kuch Pila Ki Mujhe
-Jaleel Manikpuri

अगर है गहराई तो चल डुबा दे मुझ को,
समंदर नाकाम रहा अब तेरी आँखो की बारी है

Agar Hai Gahraai Toh Chal Duba De Mujh Ko
Samandar Nakaam Raha Ab Teri Aankho Ki Baari Hai

उस की आँखों को ग़ौर से देखो मंदिरों में चराग़ जलते हैं


उस की आँखों को ग़ौर से देखो
मंदिरों में चराग़ जलते हैं
-बशीर बद्र

Us Ki Ankho Ko Gaur Se Dekho
Mandiro Me Chiraag Jalte Hai
-Basir Badr

आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है


आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
-जाँ निसार अख़्तर

Aankhen Jo Uthayae Toh Mohabbat Ka Gumaa Ho
Nazro Ko Jhukaaye Toh Shikayat Si Lage Hai
-Jaan Nishar Akhtar

आँखें थी जो कह गयी सब कुछ
लफ्ज़ होतें तो मुकर गए होतें

Aankhe Thi Jo Keh Gayi Sab Kuch
Lafz Hote Toh Mukar Gaye Hote

ढूँडती हैं जिसे मिरी आँखें
वो तमाशा नज़र नहीं आता
-अमजद हैदराबादी

Dhoondhti Hai Jise Meri Niogaahein
Wo Tamasha Nazar Nahi Aata
-Amjad Haidrabaadi

हम मोहब्बत का सबक़ भूल गए
तेरी आँखों ने पढ़ाया क्या है
– जमील मज़हरी

Hum Mohabbat Ka Sabak Bhool Gaye
Teri Ankho Ne Padhaya Kya Hai
-Jameel Mazahari

क़ैद ख़ानें हैं, बिन सलाख़ों के,
कुछ यूँ चर्चें हैं , तुम्हारी आँखों के

Kaid-Khane Hai Bin Salakho Ke
Kuch Yun Charche Hai Tumhari Aankho Ke

उन झील सी गहरी आँखों में
इक लहर सी हर दम रहती है
-रसा चुग़ताई

Un Jheel Si Gehri Ankho Me
Ik Lahar Si Humdum Rehti Hai
-Rasa Chugtaai

झील अच्छा, कँवल अच्छा के जाम अच्छा है,
तेरी आँखों के लिए कौन सा नाम अच्छा है

Jheel Achcha, Kaval Achcha Ke Jaam Achcha Hai
Teri Aankho Ke Liye Kaun Sa Naam Achcha Hai

आँख राहज़न नहीं तो फिर क्या है
लूट लेती है क़ाफ़िला दिल का
-जलील मानिकपूरी

Aankh Raahjan Nahi Toh Phir Kya Hai
Loot Leti Hai Kaafila Dil Ka
-Jameel Manikpuri


एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है
तुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना
-मुनव्वर राना

Ek Aansu Bhi Hukumat Ke Liye Khatra Hai
Tum Ne Dekha Nahi Aankho Ka Samundar Hona
-Munavvar Rana

मैं उम्र भर जिनका न कोई दे सका जवाब
वह इक नजर में इतने सवालात कर गए

Mai Umr Bhar Jinka N De Saka Jawaab
Wah Ik Nazar Me Itne Sawaal Kar Gaye

उदास आँखों से आँसू नहीं निकलते हैं
ये मोतियों की तरह सीपियों में पलते हैं
-बशीर बद्र

Udaas Ankho Se Aansu Nahi Nikalte Hai
Ye Motiyon Ki Tarah Lipiyon Me Palte Hai
-Basir Badr

आ जाए न दिल आप का भी और किसी पर
देखो मेरी जाँ आँख लड़ाना नहीं अच्छा
-भारतेंदु हरिश्चंद्र

Aa Jaaye N Dil Aap Ka Bhi Aur Kisi Par
Dekho Meri Jaan Aankh Lagaana Achcha Nahi
-Bhartendu Harishchandra

तुमने कहा था आँख भर के देख लिया करो मुझे
अब आँख भर आती है पर तुम नज़र नहीं आते

Tumne Kaha Tha Aankh Bhar Ke Dekh Liya Karo Mujhe
Ab Ankhe Bhar Aati Hai Par Tum Nazar Nahi Aate

लोग नज़रों को भी पढ़ लेते हैं
अपनी आँखों को झुकाए रखना
– अख़्तर होशियारपुरी

Log Nazron Ko Bhi Padh Lete Hai
Apni Ankho Ko Jhukaye Rakhna
– Akhtar Hosiyaarpuri

जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोखे आज तक मैं खा रहा हूँ
-फ़िराक़ गोरखपुरी

Jo Un Masoom Aankho Ne Diye The
Wo Dhokhe Aaj Tak Mai Kha Raha Hoon
-Firaaq Gorakhpuri

शाम से उनके तसव्वुर का नशा था इतना
नींद आई है तो आँखों ने बुरा माना है

Shaam Se Unke Tasavvur Ka Nasha Tha Itna
Nind Aayi Hai Toh Aankho Ne Bura Maana Hai

लड़ने को दिल जो चाहे तो आँखें लड़ाइए
हो जंग भी अगर तो मज़ेदार जंग हो
-लाला माधव राम जौहर

Ladne Ko Dil Jo Chahe To Aankhe Ladaiye
Ho Jung Bhi Agar Toh Majedaar Jung Ho
-Lala Madhav Ram Jauhar

मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ वो ग़ज़ल आपको सुनाता हूँ
एक जंगल है तेरी आँखों में मैं जहाँ राह भूल जाता हूँ
-दुष्यंत

Mai Jise Odhata-Bichaata Hoon Wo Ghazal Aapko Sunaata Hoon
Ek Jungal Hai Teri Aankho Me Mai Jahan Raah Bhool Jaata Hoon
–Dushyant

तुम्हारी निगाहें बहुत बोलती है
जरा अपनी आँखों पे पलके गिरा दो

Tumhari Nigaahein Bahut Bolti Hai
Zara Apni Aankho Pe Palke Gira Do

मुझे मालूम है तुमने बहुत बरसातें देखी है
मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है

Mujhe Maloom Hai Tumne Bahut Barsaatein Dekhi Hai
Magar Meri In Aankho Se Sawan Haar Jaata Hai

जो उनकी आँखों से बयां होते हैं
वो लफ्ज़ शायरी में कहाँ होते हैं

Wo Unki Aankho Se Bayaan Hote Hai
Wo Lafz Shayari Me Kaha Hote Hai

लिखा है तेरी आँखों में किसका अफ़साना
अगर इसे समझ सको, मुझे भी समझना

Likha Hai Teri Aankho Me Kiska Afsaana
Agar Ise Samjh Sako, Mujhe Bhi Samjhaana

Final Words –​

आँखे खुश भी होती है आँखे रोती भी है। इनमे ख्वाब भी होते है अश्क़ भी होते है उम्मीदें भी होती है। ना जाने ये खामोश आँखे क्या कह जाती है काश इन्हें पढ़ने वाला कोई होता, कोई मेरी आँखों से मुझे देख पाता, मेरे दिल की बात समझ सकता, अच्छा होता अगर कोई इनके बारे में पूछता, ना जाने क्या-क्या छुपाये और समेटे हुई है। काश कोई ये कहता तुम आँख हो और मैं अश्क़ तुम पलके मत उठाना और मैं भी बाहर नही आउंगी…..ऐसा भी होता ?

मुझे उम्मीद है आपको ये शायरी अवश्य पसंद आयी होगी यदि आपको हमारी यह शायरी पसंद आयी हो तो इसे आप अपने मित्रों एवं परिजनों के साथ अवश्य शेयर करें। इस लेख से संबंधित आप अपने सुझावों एवं विचारों को हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं….धन्यवाद
 
मॉडरेटर द्वारा पिछला संपादन:

सम्बंधित टॉपिक्स

सदस्य ऑनलाइन

अभी कोई सदस्य ऑनलाइन नहीं हैं।

हाल के टॉपिक्स

फोरम के आँकड़े

टॉपिक्स
1,638
पोस्ट्स
1,675
सदस्य
211
नवीनतम सदस्य
Irshad aAnsari
Back
Top