2 लाइन्स अंदाज पर स्पेशल हार्ट टचिंग शायरी स्टेटस कोट्स – जीने का अंदाज शायरी शायरी
अन्दाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का,
सब को मंजिल का शौक है और मुझे रास्तों का।
ना चाहत के अंदाज अलग,
ना दिल के जज्बात अलग,
थी सारी बात लकीरों की
तेरे हाथ अलग, मेरे हाथ अलग।
अदाओं के अंदाज देखकर जान गये,
भरी महफ़िल में महबूब को पहचान गये।
कुछ आपका अंदाज है कुछ मौसम रंगीन है,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनों संगीन है।
इस शहर में जीने के अंदाज निरालें है,
होठों पे लतीफें है, आवाज़ में छाले है।
झूठ का अंदाज जमाने को भाता है,
सच कहाँ किसी को नजर आता है।
जब मिलोगे तो हमारा अंदाज पुराना होगा,
वही दोस्ती, वही प्यार और वही याराना होगा।
तेरा हर अंदाज अच्छा है,
सिवाय नज़र अंदाज़ करने के।
जब तुम पर बीतेगी तो तुम भी जान जाओगे,
सनम कोई नज़र अंदाज़ करता है तो कितना दर्द होता है।
जिस अंदाज से उसने नज़र अंदाज़ किया,
उसके इस अंदाज़ को किसी की नजर न लगे।
चर्चे हमेशा उन्ही के हुआ करते है,
जिनके अंदाज़ अलग हुआ करते है।
अंदाज हमारे बड़े ही निराले है,
ये सबकी समझ में नही आने वाले है।
जिन्दगी जीने का हम कुछ ऐसा अंदाज रखते है,
दुश्मनों के लिए भी दिल में प्यार रखते है।
जैसा हूं वैसा रहूंगा,
तुम बेशक मुझे नजरअंदाज कर लेना।
बदलते मौसम के साथ हमारे जज़्बात तो नहीं बदले पर उनके अंदाज बदल गए।
हम नहीं बदलेंगे वक्त की रफ्तार के साथ,
हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना ही होगा..!!
अब वो मुझसे बात नहीं करता,
क्यूंकि मै उसके अंदाज में बात करने लगी हूँ।
हमारा अंदाज ही कुछ ऐसा है कि हम बोलते है,
तो बरस जाते है और खामोश रहते है तो लोग तरस जाते है।
चलतें तो हैं वो साथ पर अंदाज देखिए,
जैसे की इश्क करके वो एहसान कर रहें है।
आ गया है फर्क तुम्हारी नजरों में यकीनन,
अब एक खास अंदाज़ से नजर अंदाज़ करते हो हमे।
तकलीफें तो हजारों है इस जमाने में,
बस कोई अपना नजर अंदाज करे बर्दाश्त नहीं होता।
मुझे नज़रअंदाज़ करने की एक वजह बता,
फिर मैं तुम्हें चाहने की हज़ार वजह बताऊँगा।
मदहोश कर देता है तेरे ये देखने का अंदाज़,
और लोग सोचते हैं कि हम पीते बहुत है।
उसकी रूह में सन्नाटा है और मेरी आवाज़ में चुप्पी
वो अपने अंदाज़ में चुप, मैं अपने अंदाज़ में चुप।
मैंने सबकुछ नज़रअंदाज़ किया हैं,
वरना तुम तो मुझे कब का खो देते…!!
आहिस्ता बोलने का उनका अंदाज़ भी कमाल था,
कानो ने कुछ सुना नही और दिल सब समझ गया…!!
ये मुकरने का अंदाज़ मुझे भी सीखा दो,
वादे निभा निभा थक गया हूँ मैं।
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार पे,
अगर में तेरे ही अंदाज मे तुझसे बात करुं।
मासूमियत का कुछ ऐसा अंदाज़ था मेरे सनम का,
उसे तस्वीर में भी देखूं तो पलकें झुका लेती थी।
ना जाने क्या कशिश है उनकी मदहोश निगाहो मे,
नजर अंदाज कितना भी करो नजर उनपे ही पड़ती है।
ख़ामोशी छुपाती है ऐब और हुनर दोनों,
शख्सियत का अंदाज़ा गुफ्तगू से होता है..!!
तुम्हारे खुश होने के अंदाज से लगता है,
कुछ टुटा है बड़ी खामोशी से तेरे अन्दर।
हमें पता था की उसकी मोहब्बत के जाम में जहर है,
पर उसका पिलाने का अदाज़ ही इतना प्यारा था की हम ठुकरा न सके।
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो;
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो;
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का;
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो..!
मसरुफ रहने का अंदाज आपको तन्हा ना कर दे,
रिश्ते फुरसत के नही, तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।
मेरे मरने की खबर देना उसे मगर इस अंदाज़ में,
तेरा बरसों से जो अरमान था आज पूरा हो गया।
युं तो गलत नही होते अंदाज चहेरों के,
लेकिन लोग वैसे भी नहीं होते जैसे नजर आते है..!!
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि
एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले।