ROM Full Form In Hindi, रोम का फुल फॉर्म क्या होता है

ROM Full Form In Hindi, रोम का फुल फॉर्म क्या होता है


रोम का फुल फॉर्म क्या होता है आपने हमारा पिछला पोस्ट पढ़ा होगा तो आपको पता ही होगा कि रैम का फुल फॉर्म क्या होता है आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं ROM Full Form In Hindi क्या होता है.

आपके पास ROM शब्द से रिलेटेड कोई भी जानकारी नहीं है और आप जानना चाहते हैं कि इस शब्द का फुल फॉर्म क्या होता है रोम क्या होता है और रोम किस में काम आता है.

तो फिर आप एक सही पोस्ट पर आए हैं आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं रोम फुल फॉर्म क्या होता है इसके साथ ही ROM से जुड़ी हुई अन्य जानकारियों पर भी हम बात करेंगे

रोम का फुल फॉर्म क्या होता है​

रोम का फुल फॉर्म आपको बेहतर तरीके से समझ में आए इसके लिए हम आपके साथ ROM Full Form In English और ROM Full Form In Hindi दोनो डिटेल के साथ बताने वाले हैं.

ROM Full Form In English: Read Only Memory

R – Read

O – Only

M – Memory

ROM Full Form In Hindi: रीड ओनली मेमोरी

R – Read (रीड)

O – Only (ओनली)

M – Memory (मेमोरी)

रोम का पूरा नाम हिंदी में क्या होता है

जैसा कि आपको हमने बताया कि रोम का फुल फॉर्म होता है रीड ओनली मेमोरी जिसे हम हिंदी में केवल पठनीय स्मृति कह सकते हैं जो इसका हिंदी में पूरा नाम होता है.

रोम क्या है

रोम कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोग की जाने वाली Non Volatile, Permanent Memory का प्रकार है रोम में स्टोरेज डाटा को केवल धीरे-धीरे संशोधित किया जा सकता है.

ROM कंप्यूटर, लैपटॉप के अलावा कई डिवाइस में मदरबोर्ड सर्किट के बोर्ड के साथ स्थाई रूप से जुड़ा रहता है आपको हम बता दें रोम में डिवाइस के अंदर प्रारंभ और नियंत्रण आदि करने के प्रोग्रामिंग स्टोर रहते हैं.

ROM के अंदर जो भी डाटा मौजूद रहता है उसे केवल रीड किया जा सकता है इस तरह के डाटा में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं कर सकते हैं मुख्य रूप से इसका उपयोग फर्मवेयर या आवेदन प्रोग्रामिंग को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है.

एक रोम ऐसे निर्देश संग्रहित करता है जो कंप्यूटर शुरू करने के लिए आवश्यक होते हैं इसे बूटस्ट्रैप के रूप में जाना जाता है आपको हम यह भी बता दें कि रोम चिप्स का इस्तेमाल कंप्यूटर, लैपटॉप के अलावा वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव जैसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में भी किया जाता है.

रोम के कितने प्रकार हैं

चलिए अब हम आपको बताते हैं रोम के प्रकार और उनकी विशेषताओं के बारे में
  1. Masked ROM
  2. Programmable Read Only Memory
  3. Erasable and Programmable Read Only Memory
  4. Electrically Erasable and Programmable Read Only Memory
Masked ROM: रोम हार्डवेयर डिवाइस होते थे जिसमें डेटा या निर्देशों का प्रोग्राम सेट होता था इस तरह की ROM को Masked ROM के रूप में जाना जाता है.

Programmable Read Only Memory: इस तरह की मेमोरी को सिर्फ पढ़ा जा सकता है और इसको केवल एक बार उपयोगकर्ता द्वारा संशोधित किया जा सकता है.

Erasable and Programmable Read Only Memory: मेमोरी को 40 मिनट तक की अवधि के लिए अल्ट्रावायलेट के प्रकाश में उजागर करके Erased जा सकता है आमतौर पर EPROM इरेज़र इस फ़ंक्शन को प्राप्त करता है.

Electrically Erasable and Programmable Read Only Memory: मेमोरी को प्रोग्राम किया जाता है और विद्युत रूप से Erased जाता है. इसे लगभग दस हज़ार बार Erased और दोबारा बनाया जा सकता है.

रोम के क्या फायदे हैं

आप मे से बहुत से लोग यह जानना चाहते होंगे कि ROM के क्या फायदे हो सकते हैं तो चलिए अब इस पर हम बात कर लेते हैं.
  1. टेस्ट करने में आसान होता है रोम
  2. रैम की तुलना में ROM काफी सस्ता पड़ता है
  3. एक रोम RAM से काफी अधिक विश्वसनीय होता है
  4. स्टेटिक और रिफ्रेशिंग की आवश्यकता नहीं होती है

रैम और रोम में क्या अंतर है

  1. ROM को कंप्यूटर, लैपटॉप के निर्माण के समय यूज किया जाता है वही रैम का यूज नॉर्मल कार्यों के लिए किया जाता है जैसे कंप्यूटर के शुरू होने के बाद के कार्य और ऑपरेटिंग सिस्टम के लोडिंग से जुड़े हुए कार्य RAM के द्वारा किए जाते हैं.
  2. कंप्यूटर, लैपटॉप में या फिर अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में रैम अपना डाटा खो देता है वही रोम अपना डाटा नहीं खोता है.
  3. ROM किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में काफी स्लो काम करता है वही RAM किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में काफी फास्ट कार्य करता है.
 

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