सुभप्रभात कैसे है सभी ।तो आज हम फिर से आपके लिए शास्त्री से संबधित प्रश्न उत्तर का भाग – 4 लेके आए है ।मुझे विश्वास है ,की आप सभी को जरूर पसंद आएंगे।अगर आपको मेरी पोस्ट अच्छी लगे तो Share जरूर करे । अपने मित्रों को भी भेजे ताकि वो भी तैयारी कर सके । तो चलिए जानते हैं
✓(B) 1000
(C) 71
(D) 14
✓(B) अमावस्या
(C) संक्रांति
(D) चतुर्थी
(B) पश्चिम दिशा
(C) उत्तर दिशा
(D) दक्षिण दिशा
(B) दुर्गा
✓(C) रवि
(D) शिव
(B) सोम
(C) वायु
✓(D) यम
(B) 120
(C) 100
✓(D) 36
(B) क
✓(C)ह
(D) च
✓(B) मनस्+ईषा
(C) मनीष् + आ
(D) कोई नहीं
(B) 4
(O) 2
(D) 5
✓(B) अस
(C) अद्
(D) जि
(B) तृ.वि. ब.व.
(C) प.वि. ए.व.
(D) स.वि. ए.व.
✓(B) च.वि. ए.व.
(C) तृ.वि. ए.व.
(D) प.वि. ए.व.
(B) ऋ
✓(C) उ
(D) लृ
(B) बहुव्रीही
(C) द्वन्द्व
(D) अव्ययीभाव
(B) भूतैः बलि:
✓(C) भूतेभ्यः बलि:
(D) भूतान् बलि:
(B) डीन्
(C) ति:
✓(D) ङीप्
107. ‘येनाङ्गविकारः’ सूत्र किस विभक्ति का
(A) चतुर्थी
(B) द्वितीया
(G) पञ्चमी
✓(D) तृतीया
(B) श्ना
(C) श:
✓(D) श्नु:
(B) ख
(C) प
(D) ग
✓(B) चतुर्थी
(C) पञ्चमी
(D) षष्ठी
(B) विश्वनाथ
✓(C) वामन
(D) क्षेमेन्द्र
✓(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) चतुर्थ
(B) श्री
(C) शिव
(D) रुद्र
✓(B) शंकर
(C) भीम
(D) शिकारी
(B) स्वप्नवासवदत्तम्
(C) शिशुपालवधम्
✓(D) अभिज्ञानशाकुन्तलम
(B) 18
(C) 20
(D) 22
(B) उद्योत
(C) परिच्छेद
(D) निश्वास
✓(B) नारायण पण्डित
(C) केदार भट्ट
(D) हेमचन्द्र
✓(B)6-11
(C)12-7
(D)3-7
(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
✓(D) श्लेष
शास्त्री परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न भाग – 4
91.एक कल्प में महायुग होते हैं
(A) 990✓(B) 1000
(C) 71
(D) 14
92.सूर्यग्रहण होता है
(A) पूर्णिमा✓(B) अमावस्या
(C) संक्रांति
(D) चतुर्थी
93.सोमवार को दिक्शूल होता है
✓(A) पूर्व दिशा(B) पश्चिम दिशा
(C) उत्तर दिशा
(D) दक्षिण दिशा
94.सप्तमीतिथि का स्वामी है
(A) गणेश(B) दुर्गा
✓(C) रवि
(D) शिव
95.भरणीनक्षत्र का स्वामी है
(A) रुद्र(B) सोम
(C) वायु
✓(D) यम
96.योगिनी दशा कितने वर्षों की होती है।
(A) 108(B) 120
(C) 100
✓(D) 36
97.इनमें ऊष्म वर्ण है
(A) प(B) क
✓(C)ह
(D) च
98.मनीषा का सन्धिविच्छेद है
(A) मन्+ ईषा✓(B) मनस्+ईषा
(C) मनीष् + आ
(D) कोई नहीं
99.संस्कृत के वाच्य होते है
✓(A) 3(B) 4
(O) 2
(D) 5
100.’एधि’ क्रियापद की है
(A) पप्✓(B) अस
(C) अद्
(D) जि
101. ‘गौ:’ रूप बनता है
✓(A) प्र.वि. ए.व.(B) तृ.वि. ब.व.
(C) प.वि. ए.व.
(D) स.वि. ए.व.
102. ‘दध्ने’ रूप बनता है।
(A) स.वि. ए.व.✓(B) च.वि. ए.व.
(C) तृ.वि. ए.व.
(D) प.वि. ए.व.
103. ‘ब’ को सम्प्रसारण होता है,
(A) इ(B) ऋ
✓(C) उ
(D) लृ
104. द्वियमुनम् में समास है
✓(A) तत्पुरुष(B) बहुव्रीही
(C) द्वन्द्व
(D) अव्ययीभाव
105. ‘भूतबलिः’ का विग्रह है
(A) भूतानां बलि:(B) भूतैः बलि:
✓(C) भूतेभ्यः बलि:
(D) भूतान् बलि:
106. कुमारी में प्रत्यय है
(A) ङीष(B) डीन्
(C) ति:
✓(D) ङीप्
107. ‘येनाङ्गविकारः’ सूत्र किस विभक्ति का
विधायक है?
(A) चतुर्थी(B) द्वितीया
(G) पञ्चमी
✓(D) तृतीया
108. तुदादिभ्यः……………।
(A) उ:(B) श्ना
(C) श:
✓(D) श्नु:
109. राष्ट्रीय में प्रत्यय है।
✓(A) यत्(B) ख
(C) प
(D) ग
110 तुमुन् प्रत्यय के अर्थ में विभक्ति होती है
(A) द्वितीया✓(B) चतुर्थी
(C) पञ्चमी
(D) षष्ठी
111. ‘रीतिरात्माकाव्यस्य’ किसके द्वारा कहा गया है?
(A) मम्मट(B) विश्वनाथ
✓(C) वामन
(D) क्षेमेन्द्र
112. रघुवंश के कौन से सर्ग में राजा दिलीप की गौ सेवा का वर्णन है?
(A) प्रथम✓(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) चतुर्थ
113. ‘किरातार्जुनीयम्’ के प्रत्येक सर्ग का अन्तिम पद हैं
✓(A) लक्ष्मी(B) श्री
(C) शिव
(D) रुद्र
114. किरातार्जुनीयम् में किरात किसका बोधक है।
(A) अर्जुन✓(B) शंकर
(C) भीम
(D) शिकारी
115.”तत्र श्लोक चतुष्टयम्” ये उक्ति किसके लिए है?
(A) उत्तररामचरितम्(B) स्वप्नवासवदत्तम्
(C) शिशुपालवधम्
✓(D) अभिज्ञानशाकुन्तलम
116. रघुवंश में सर्गों की संख्या है।
✓(A) 19(B) 18
(C) 20
(D) 22
117.काव्यप्रकाश के अध्यायों का नाम है
✓(A) उल्लास(B) उद्योत
(C) परिच्छेद
(D) निश्वास
118. हितोपदेश के रचनाकार हैं
(A) विष्णुशर्मा✓(B) नारायण पण्डित
(C) केदार भट्ट
(D) हेमचन्द्र
119. शिखरिणी छन्द का यति क्रम है
(A)8-7✓(B)6-11
(C)12-7
(D)3-7
120. जहाँ एक पद के कई अर्थ निकले है कौन सा अलंकार होता है?
(A) अनुप्रास(B) रूपक
(C) उत्प्रेक्षा
✓(D) श्लेष