SRS : (SOFTWARE REQUIREMENT SPECIFICATION)
Software Requirement Specification जो है| वह किसी System या Software Application की जरूरतों का एक पूरा document या विवरण होता है|
एक SRS जो है वह एक Software के layout की सामान ही होता है जिसको User देख कर check कर सकता है कि वह (SRS) उसी प्रकार बना हैं जिस प्रकार की उसकी जरूरत (need) थी या फिर नहीं.
आसान शब्दों में कहें तो, SRS एक document या एक layout होता है जो कि यह बताता (describe) करता है कि जो software बन रहा है उसके क्या features होंगें और वह किस प्रकार काम (work) करेगा.
SRS का benifit (फायदा) यह है कि इससे developers को software को develop करने में कम समय तथा मेहनत लगती है, इससे developer कम समय में बेहतर कार्यछमता वाला software तैयार कर सकते हैं| और इसमें लागत भी कम लगती हैं|
SRS की विशेषताएं (Characteristics) इस प्रकार है
1. Accurate
अगर यह accurate नहीं होगा तो software का निर्माण नहीं हो सकता अर्थात् इसमें accuracy होनी चाहिए|
2. Complete
SRS को पूरा होना चाहिए, अर्थात् जो भी software की जरूरतें है, वह सभी SRS में होनी चाहिए|
3. Consistent
इसे starting से लेकर end तक consistent (निरंतर) होना चाहिए, जिससे कि user आसानी से requirement को समझ सकें| और consistency तभी प्राप्त की जा सकती है, जब दो requirement के मध्य कोई विरोध ना हो|
4. Modifiable
SRS का जो layout होता है, उसमें specify की गयी पूरी requirement modify करने योग्य होनी चाहिये. यह तभी हो सकता है जब SRS का structure balanced होंता हैं|
5. Correct
इसे जो customer की जरूरतें (need) है उसके हिसाब का होना चाहिए, अर्थात् यह correct होना चाहिए|
6. Clear
यह clear होना चाहिए. Software की आवश्यकताओं को स्पष्ट रूप से वर्णित (declared) होना चाहिए. जिससे Experts इसका Test कर सके|
7. Verifiable
इसे सरल होना चाइये जिससे कि testers तथा experts के द्वारा user के requirements को सरलता से verify किया जा सके|
8. Traceable
इसे traceable होना चाहिए, इसमें सभी requirement को अलग अलग type से identify किया जाना चाहिए. हर requirement की उसकी एक अलग ही type की पहचान होनी चाहिए.
9. Testable
इसे testable होना चाहिए अर्थात् इसे किसी भी type से test करने के योग्य होना चाहिए, यदि test में कोई problem आती हैं तो उसे modification वाले part में correct कर दिया जाता हैं|
10. Unambiguous
यह केवल तब स्पष्ट हो सकता है जब सभी requirement का केवल एक ही मतलब हों, तब यह सब स्पष्ट होगी|
11. Design Independence
इसमें final product के लिए कई design में से किसी एक design को चुनने का option होना चाहिए। इससे उसे final product के लिए select किया जा सके|