देशभक्ति एक ऐसी चीज़ है जिससे हमें सर्वाधिक प्रेम है इसकी आशा हर किसी के मन में होती है। हमारे लिए गर्व की हम उस देश के वासी है जहाँ अनेक धर्म,जाती एवं भाषाओ के लोग एक साथ रहते है। हमारे देश में जलसेना, वायुसेना एवं थलसेना प्रतेक समय देश की सेवा किया करती है। देशभक्ति की भावना हम सबके मन में होती है परन्तु हम अपनी दिनचर्या में इतने व्यस्त हो जाते है की हम अपने देश के प्रति समय नहीं दे पते इस बात को मद्देनज़र रखते हुए आज हम आपके सामने लेकर आये है जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी जिसे पढ़कर आपके मन में भी देशभक्ति की भावना जागृत होगी या किसी ऐसे व्यक्ति को भेज सकते है जिसे देशभक्ति की रह में आने की आवश्यकता हो आशा करते हैं की आपको ये शायरी बहुत ही ज्यादा पसंद भी आयें। जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा ले ये भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
रखकर बटुये में तस्वीर वो बॉर्डर पे पहरा दिए जाता है,
देश के खातिर वो अपनों से मिलने तरस जाता है।।।
जूनून दिल में और आँखों पर देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की आवाज़ निकाल दूँ इतना तो सिर्फ आवाज़ में रखता हूँ।।।
आजादी को हम अपनी कभी मिटा सकते नहीं,
कटा दें सर मगर सामने किसी के झुका सकते नहीं।।।
करता हूँ गुज़ारिश हर रोज़ भारत माँ से मैं,
हर जन्म मिले तेरी देश की मिट्टी में मुझे।।।
जो न खोला अबतक वो खून नहीं पानी है,
जो न आये काम देश के वो बेकार जवानी है।।।
न दे दौलत न दे शोहरत कोई शिकवा नहीं,
बस भारत माँ की संतान बना देना,
हो जाऊँ शहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना।
त्याग शहीदों के हम यूँ बदनाम न होने देंगें,
इस आज़ाद की हम शाम न कभी होने देंगें।।।
वजूद ही मिटा दिया उनका जो भी देश के लिये खड़ा है,
देश की रक्षा का संकल्प लिये हर सिपाही सरहद पर खड़ा है।।।
हैं जब तलाक ये सांसे भारत माँ को प्रणाम करुँ,
हो जाऊ अगर शहीद में तिरंगे से लिपट तेरा ही गुणगान करुँ।।।
हुए शहीद इस देश के लिये जो उन्हें मेरा सलाम है,
अपने खून से है जिसने सींचा उन बहदुरों को मेरा सलाम है।।।
फ़िदा होने की इज़ाज़त मांग कर नहीं की आती,
और वतन पर मर मिटने की मोहब्बत पूछकर नहीं की जाती।।।
चाहत यही है मुझसे भी इक नेक काम हो जाये,
हर इक सांस ये मेरी इस देश के नाम हो जाये।।।
करे सलाम उनको जिनके हिस्से ये मुकाम आता है,
बहुत खुशनसीब होते है वो जिनका खून देश के काम आता है।।।
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी वो वाला याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्तों के खून की वह धारा याद कर लें।
डर नहीं मौत का मैं तो से मोहब्बत करता हूँ,
लाल हूँ धरती माँ का देश को दिल में रखता हुँ।।।
मेरे देश का सम्मान सलामत रहे,
देश मेरा सबसे आगे रहे।।।
ऐ वतन तुझको हम मिटंनें ना देंगें,
खुद मर मिटेंगे लेकिन तिरंगे को कभी न झुकने देंगें।।।
न जियो धर्म के नाम पर न मारो धर्म के नाम पर,
सच्ची इंसानियत है वतन बस जियो वतन के नाम पर।।।
मत पूछ जामने से की क्या मेरी कहानी है,
बस यही है मेरी पहचान की हूँ हिंदुस्तानी है।।।
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है,
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है।
जहाँ जाति भाषा से बढ़कर, देशप्रेम की धारा है,
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है।
नफरत है मुझ उन शख्स से,
जो बाहर से देशभक्त और अंदर से देशद्रोही होते है।।।
इस देश की करूँगा हिफाज़त ये देश ही मेरी जान है,
इसके लिये मेरी आन, बान, शान और जान कुर्बान है।।।
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुले है इसके ये गुलिस्ताँ हमारा।।।
देश के प्यार में खुद को तापये बैठे है,
मर भी जायेंगे इक दिन मौत से ये शर्त लगाये बैठे है।।।
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।
जो है सौ चुके उन्हें है जगाना,
देशभक्ति को हर देशवासी की साँसो में है बसाना,
अपने देश के तिरंगे को पुरे विश्व में है फैराना।।।
नशा कुछ तिरंगे की शान का है,
नशा कुछ मातृभूमि के सम्मान का है,
गर्व है मुझे की मुझमें हिंदुस्तान बसा है।।।
है इस वतन के रखवाले हम,
है न मौत से डरने वाले हम,
है मौत के पाले हम।।।
तमन्ना बस एक ही है,
की दम निकले तो भारत माँ के चरणों में,
कफन मिले तो तिरंगे से ही लिपटे।।।
छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी,
नये दौर में लिखेंगे हम मिलकर नई कहानी,
हम हिंदुस्तानी हम हिंदुस्तानी।।।
ये धरती है अपनी ये वतन है अपना,
इसकी ओर कोई आँख उठकर देखेगा,
उसे ज़िन्दा ही जाला दिया जायेगा,
इतना प्यारा है मुझे अपना ये वतन।।।
खुले आँखे जब मेरी तो धरती हिंदुस्तान की हो,
बंद हो आँखे जब मेरी तो धरती हिंदुस्तान की हो,
अगर मर भी जाये हम तो कुछ गम न हो,
पर मिट्टी हिंदुस्तान की हो।।।
चाहत है मेरी हसीन जिंदगी के ऐसी इक शाम आये,
देश की सरहद से मौत का मेरी पैगाम आगे,
वैसे तो अनेको लोग मरतें है मोहब्बत के नाम,
पर खावहिश यही है मेरा खून देश के काम आये।।।
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा ले ये भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
रखकर बटुये में तस्वीर वो बॉर्डर पे पहरा दिए जाता है,
देश के खातिर वो अपनों से मिलने तरस जाता है।।।
जूनून दिल में और आँखों पर देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की आवाज़ निकाल दूँ इतना तो सिर्फ आवाज़ में रखता हूँ।।।
आजादी को हम अपनी कभी मिटा सकते नहीं,
कटा दें सर मगर सामने किसी के झुका सकते नहीं।।।
करता हूँ गुज़ारिश हर रोज़ भारत माँ से मैं,
हर जन्म मिले तेरी देश की मिट्टी में मुझे।।।
जो न खोला अबतक वो खून नहीं पानी है,
जो न आये काम देश के वो बेकार जवानी है।।।
न दे दौलत न दे शोहरत कोई शिकवा नहीं,
बस भारत माँ की संतान बना देना,
हो जाऊँ शहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना।
त्याग शहीदों के हम यूँ बदनाम न होने देंगें,
इस आज़ाद की हम शाम न कभी होने देंगें।।।
वजूद ही मिटा दिया उनका जो भी देश के लिये खड़ा है,
देश की रक्षा का संकल्प लिये हर सिपाही सरहद पर खड़ा है।।।
हैं जब तलाक ये सांसे भारत माँ को प्रणाम करुँ,
हो जाऊ अगर शहीद में तिरंगे से लिपट तेरा ही गुणगान करुँ।।।
हुए शहीद इस देश के लिये जो उन्हें मेरा सलाम है,
अपने खून से है जिसने सींचा उन बहदुरों को मेरा सलाम है।।।
फ़िदा होने की इज़ाज़त मांग कर नहीं की आती,
और वतन पर मर मिटने की मोहब्बत पूछकर नहीं की जाती।।।
चाहत यही है मुझसे भी इक नेक काम हो जाये,
हर इक सांस ये मेरी इस देश के नाम हो जाये।।।
करे सलाम उनको जिनके हिस्से ये मुकाम आता है,
बहुत खुशनसीब होते है वो जिनका खून देश के काम आता है।।।
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें,
शहीदों के दिल में थी वो वाला याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्तों के खून की वह धारा याद कर लें।
डर नहीं मौत का मैं तो से मोहब्बत करता हूँ,
लाल हूँ धरती माँ का देश को दिल में रखता हुँ।।।
मेरे देश का सम्मान सलामत रहे,
देश मेरा सबसे आगे रहे।।।
ऐ वतन तुझको हम मिटंनें ना देंगें,
खुद मर मिटेंगे लेकिन तिरंगे को कभी न झुकने देंगें।।।
न जियो धर्म के नाम पर न मारो धर्म के नाम पर,
सच्ची इंसानियत है वतन बस जियो वतन के नाम पर।।।
मत पूछ जामने से की क्या मेरी कहानी है,
बस यही है मेरी पहचान की हूँ हिंदुस्तानी है।।।
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है,
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है।
जहाँ जाति भाषा से बढ़कर, देशप्रेम की धारा है,
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है।
नफरत है मुझ उन शख्स से,
जो बाहर से देशभक्त और अंदर से देशद्रोही होते है।।।
इस देश की करूँगा हिफाज़त ये देश ही मेरी जान है,
इसके लिये मेरी आन, बान, शान और जान कुर्बान है।।।
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुले है इसके ये गुलिस्ताँ हमारा।।।
देश के प्यार में खुद को तापये बैठे है,
मर भी जायेंगे इक दिन मौत से ये शर्त लगाये बैठे है।।।
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।
जो है सौ चुके उन्हें है जगाना,
देशभक्ति को हर देशवासी की साँसो में है बसाना,
अपने देश के तिरंगे को पुरे विश्व में है फैराना।।।
नशा कुछ तिरंगे की शान का है,
नशा कुछ मातृभूमि के सम्मान का है,
गर्व है मुझे की मुझमें हिंदुस्तान बसा है।।।
है इस वतन के रखवाले हम,
है न मौत से डरने वाले हम,
है मौत के पाले हम।।।
तमन्ना बस एक ही है,
की दम निकले तो भारत माँ के चरणों में,
कफन मिले तो तिरंगे से ही लिपटे।।।
छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी,
नये दौर में लिखेंगे हम मिलकर नई कहानी,
हम हिंदुस्तानी हम हिंदुस्तानी।।।
ये धरती है अपनी ये वतन है अपना,
इसकी ओर कोई आँख उठकर देखेगा,
उसे ज़िन्दा ही जाला दिया जायेगा,
इतना प्यारा है मुझे अपना ये वतन।।।
खुले आँखे जब मेरी तो धरती हिंदुस्तान की हो,
बंद हो आँखे जब मेरी तो धरती हिंदुस्तान की हो,
अगर मर भी जाये हम तो कुछ गम न हो,
पर मिट्टी हिंदुस्तान की हो।।।
चाहत है मेरी हसीन जिंदगी के ऐसी इक शाम आये,
देश की सरहद से मौत का मेरी पैगाम आगे,
वैसे तो अनेको लोग मरतें है मोहब्बत के नाम,
पर खावहिश यही है मेरा खून देश के काम आये।।।
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