अब जब टूटा हुआ पाऊ खुद को
तो मेरे पास लौट कर मत आना
ओर इंसान ही रहना देना
मुझे अब खुदा मत बनाना
यू तो मेरी कमज़ोरी हो तुम , तुम यह जानते हो ,
इस बात का फायदा उठाते हो ये भी मानते हो ,
अब देख भी लो भूल से तो नज़रो को पास न लाना ,
रास्ता बदल लेना मुँह फेर कर अपना ,
ओर मेरे रास्ते के आगे मत आना
इंसान ही रहना देना
मुझे अब खुदा मत बनाना
अच्छा ही हुआ जो न हो सकीं मै तेरी
क्यूंकि तुझे तो कदर ही नहीं थी मेरी
अब फिर किसी मासूम की जिंदगी में तबाही मत लाना
खत्म कर देना प्यार का नाटक
अब फ़िर किसी का ख्याल ना लाना दिल मे
ओर इंसान ही रहना देना
मुझे खुदा मत बनना
‘मेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगी ‘
“जिस दिन तेरी जैसी कोई तुझे मिल जायगी “
‘जो होगी फ्री पूरा पूरा दिन ‘
“पर फिर भी बिजी होने का मैसेज चिपकाएगी “
“‘मेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगी “‘
‘मिल वायेगी बेशक अपने दोस्तो से भी वो तुझे ‘
“पर अपना जस्ट फ्रेंड कहकर तुझे इंट्रोड्यूस करवाएगी “
‘मेरी कदर तुझे उस दिन समझ आएगी ‘
तेरी आवारगी को हम तेरी सादगी समझ बैठे
फुर्सत में बिताये तेरे कुछ लम्हो को हम पूरी ज़िन्दगी समझ बैठे
तेरी तो आदत थी शायद हर किसी पे मर मिटने की
पर हमी खुद को उनसब में खास समझ बैठे
कियोकी तेरी आवारगी को हम तेरी सादगी समझ बैठे
अक्सर लोग कहते है पहला प्यार बोहुत अच्छा होता है
पर मेरी नज़र में पहला प्यार कच्चा
और आखरी प्यार ही सच्चा होता है
जो टूटने से भी न टूटे तेरी ज़िन्दगी का ऐसा मांझा बनना चाहती हु
पहली मोहब्बत न होने क मलाल नहीं
में तो तेरी आखरी मोहब्बत होना चाहती हु
मेरी ज़िन्दगी सिर्फ मेरी है मेरे खुदा ने सिर्फ मुझे बख्शी है
तू अपनी तो जिले पहले मेरी पे हक़ रखने वाले
तुम होते कौन हो मुझे judge करने वाले
‘यादें ही काफी हैं एक दूसरे मे ज़िंदा रहने के लिए ‘
‘जरूरी तो नहीं हर प्यार करने वाले साथ रहे होंगे ‘
‘मेरी खामोशी को मेरी बेवफ़ाई मत समझना ‘
‘हो सकता है तेरी ही मजबूरी के आगे मैंने अपने होठ सिले होंगे ‘
‘हम यू ही तो ना मिले होंगे ‘
कहता हैं कि मैं करैक्टर लेस्स थी इसके लिए उसने
मुझे छोड़ दिया
तो फिर आज मुझसे मिलने की वो
इच्छा करता हैं
खुद को अच्छा दिखाने के लिए वो
अक्सर मेरी बुराई करता हैं
तुझे किस बात का गुरुर हैं जो जाता नहीं
तेरे बिना एक भी लम्हा मैंने काटा नहीं
तुझे हैं बेचैनी तो मेरा इकरार है तुझसे
तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे
कोशिश की थी मैंने कि सुलझा सकूं
कि रिश्तो में पड़ी उन गाठो
पर भुला न सकीं कि अपने गालों पर पड़े उन चाटो को
तू भूल गया शायद पर मेरा दिल भी कही बेजार है तुझसे
तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे
आज अचानक उसे मेरी याद आयी है,
लगता है फिर कोई मुसीबत उसके पास आयी है
यु तो याद नहीं करता वो बेवजह कभी,
कोई तो वजह है जो उसे मेरे पास लायी है
आज अचानक उसे मेरी याद आयी है
टुटा हुआ दिल मेरा फिर से जुड़ रहा था
और तोड़ने वाले की तरफ ही दुबारा झुक रहा था
बोल नहीं पति थी जिसके आगे में कभी उची आवाज में
आज वो मेरी सारी बाते सर झुकाये सुन रहा था
टुटा हुआ दिल मेरा फिर से जुड़ रहा था
ज़मीन में बिखरा दिल मेरा अब आसमान पे उड़ रहा था
न जाना था जिस गली उसी गली में मुड रहा था
मुद्दतो बाद खुशिया आरही थी ज़िन्दगी में हमारी
पर न जाने कियु इस बात से ज़माना जल रहा था
टुटा हुआ दिल मेरा आज फिर से जुड़ रहा था
खुद के बनाये रिश्तो में उलझती जा रही हु
एक तुझे पाने की ज़िद में खुद को खोती जा रही हूँ
तेरे उन बेजान से खतो में तेरे अलफ़ाज़ आज भी ज़िंदा है मेरे पास
पैर खुद में जान होते हुए भी बेजान सी होती जा रही हु
एक तुझे पाने की ज़िद में खुद को खोती जा रही हूँ
में तोह वो चिराग थी जिसे बारिश तक का खौफ न था
पैर अब तो हवा के हलके से झोके से दरी जा रही हु में
एक तुझे पाने की ज़िद में खुद को खोती जा रही हूँ
जब गुस्सा करे मम्मी मुझ पर तो आप तुरंत मनाया करते हो
और तेरी मम्मी तो पागल है आंख मारके ये जुमला भी
दोहराया करते हो
तब आपकी ये पागल बेटी ख़ुश होकर मम्मी को चिडया करती है
और इसी तरह नखरे दिखा वो भी अपना प्यार जताया करती है
मेरी सुबह तो मेरे पापा की चाय बनाया करती है
उठजा बेटा सुबह हो गयी जब ये कहकर आप मुझे उठाया करते हो
बहुत ख़ुश हो जाती हु में जब आप इस कदर अपना
प्यार जताया करते हो
और आपकी यह पागल बेटी थोड़ी देर और
सोने दो न पापा ऐसा कहकर अपने ऊपर ब्लैंकेट डाला करती है
इसी तरह वो भी अपना प्यार जतया करती है
मेरी सुबह तो मेरे पापा की चाय बनाया करती है
पूछे अगर कोई मेरे बारे में तुमसे
तो अपने लबो पे एक प्यारी सी मुस्कान देना
ज़रूरी नहीं हर रिश्ते को नाम देना
बिना किसी शर्त के चल देना मेरे साथ यु ही
पैर मेरी रहो को तुम न मुकाम देना
ज़रूरी नहीं हर रिश्ते को नाम देना