1712 के आसपास भाप से चलने इंजन की खोज के लगभग 200 वर्षों के बाद भी दुनिया में मशीनी क्रांति चलती रही. 20वीं सदी में इंटरनेट ने कंप्यूटर क्रांति के लिए रास्ता बना दिया. हालांकि, पिछले दशक में आई digital क्रांति ने पूरी दुनिया के काम करने का तरीका बदल दिया.
Computer का जन्म entertainment, email या Games के लिए नहीं, बल्कि एक गंभीर संख्या के संकट को हल करने के लिए हुआ था। computer की अब तक पांच generation आ चुकी हैं।
तकनीकी रूप से आज computer काफी विकसित हो चुका है। तकनीक के साथ-साथ आज के computer पहले के मुकाबले रूप रंग में भी काफी बदल चुका है।
आज हम computer की विभिन्न generation पर एक नजर डालेंगे और देखेंगे कि कैसे-कैसे कंप्यूटर की दुनिया बदलती चली गई। तो चलिये शुरू करते हैं।
बड़ा होता था कि इसको install करने के लिए एक बड़े कमरे की जरूरत पड़ती थी। कंप्यूटर द्वारा काफी hit generate की जाती थी, जिसके कारण Air condition के बिना computer से काम लेना मुश्किल था।
इस जेनरेशन (generation) के प्रमुख कंप्यूटर हैं- UNIVAC,ENIAC,IBM-650 आदि।
इस जेनरेशन के प्रमुख कंप्यूटर हैं – CDC 1604, IBM-7030, Honeywell 400 आदि।
आविष्कार computer की दुनिया में मील का पत्थर साबित हुआ। इस generation के computer में IC का उपयोग किया जाने लगा था। आईसी का आविष्कार Robert Noyce ने 1958 में किया था। इस generation
में हाई लेवल programming language का उपयोग किया गया था।
Mini Computer का आविष्कार भी इसी generation की देन है। इस समय के कंप्यूटर इतने फास्ट हो गए थे कि प्रति सेकेंड 1 मिलियन इंस्ट्रुक्शन्स को एग्जिक्यूट किया जा सकता था।
इस जेनरेशन के प्रमुख कंप्यूटर हैं – PDP-8, PDP-11, CDC-6600
इस जेनरेशन के प्रमुख कंप्यूटर हैं – IBM PC, CRAY-1, CRAY-2, Apple Macintosh आदि।
Parallel Processing ने कंप्यूटर की गति को काफी बढ़ा दिया है। इस जेनरेशन की परिकल्पना Artificial Intelligence (AI) के आधार पर की गई थी। साल 2008 में Android System लॉन्च हुआ था लेकिन वो ज़्यादा प्रचलित नहीं था.
इसके आधार पर अब smart machine बनाई जा रही हैं, जो बिल्कुल मनुष्य की ही तरह अपने कामों को कर सकती हैं। ऐसी machine बनाई जा रही हैं, जो Conditions के अनुकूल निर्णय ले सकें। voice के आधार पर अंतर कर सकें।
computer का world evolution की राह पर है। देखना है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में और क्या-क्या नए क्या विकास होते हैं। एक ऐसी प्रक्रिया जो हमारी दुनिया को एक नया आकार देने वाली physical technologies की पहचान है।
Robotics का इस्तेमाल सुरक्षा, बचाव और उत्पादन में देखने को मिला है. Robot सोफिया ने बाज़ार में आते ही सनसनी पैदा कर दी थी।
वो Personal Assistant की तरह काम कर सकती थी और इंसानों की तरह हावभाव दे सकती थी।
Computer का जन्म entertainment, email या Games के लिए नहीं, बल्कि एक गंभीर संख्या के संकट को हल करने के लिए हुआ था। computer की अब तक पांच generation आ चुकी हैं।
तकनीकी रूप से आज computer काफी विकसित हो चुका है। तकनीक के साथ-साथ आज के computer पहले के मुकाबले रूप रंग में भी काफी बदल चुका है।
आज हम computer की विभिन्न generation पर एक नजर डालेंगे और देखेंगे कि कैसे-कैसे कंप्यूटर की दुनिया बदलती चली गई। तो चलिये शुरू करते हैं।
फर्स्ट जेनरेशन (first generation)
First generation के कंप्यूटर में Vacuum tubes का उपयोग किया जाता था। यह computer size में इतनाबड़ा होता था कि इसको install करने के लिए एक बड़े कमरे की जरूरत पड़ती थी। कंप्यूटर द्वारा काफी hit generate की जाती थी, जिसके कारण Air condition के बिना computer से काम लेना मुश्किल था।
इस जेनरेशन (generation) के प्रमुख कंप्यूटर हैं- UNIVAC,ENIAC,IBM-650 आदि।
सेकेंड जेनरेशन (second generation)
1955 से 1964 के बीच के computer इस generation में आते हैं। इस जेनरेशन के कंप्यूटर में transistor का उपयोग किया जाने लगा था, जिससे पहले की अपेक्षा कंप्यूटर की processing power और speed बढ़ गई थी। बेल लेबोरेट्रीज द्वारा transistor का आविष्कार किया गया था। कंप्यूटर का size भी पहले से छोटा हो गया था। storage के रूप में Magnetic disk का उपयोग किया जाने लगा।इस जेनरेशन के प्रमुख कंप्यूटर हैं – CDC 1604, IBM-7030, Honeywell 400 आदि।
थर्ड जेनरेशन (third generation)
1964 से 1975 के बीच के computer इस generation में आते हैं। IC यानी Integrated circuit काआविष्कार computer की दुनिया में मील का पत्थर साबित हुआ। इस generation के computer में IC का उपयोग किया जाने लगा था। आईसी का आविष्कार Robert Noyce ने 1958 में किया था। इस generation
में हाई लेवल programming language का उपयोग किया गया था।
Mini Computer का आविष्कार भी इसी generation की देन है। इस समय के कंप्यूटर इतने फास्ट हो गए थे कि प्रति सेकेंड 1 मिलियन इंस्ट्रुक्शन्स को एग्जिक्यूट किया जा सकता था।
इस जेनरेशन के प्रमुख कंप्यूटर हैं – PDP-8, PDP-11, CDC-6600
फोर्थ जेनरेशन (fourth generation)
1975 से 1989 तक के कंप्यूटर इसमें आते हैं। कंप्यूटर में very-large scale integration (VLSI) तकनीक का उपयोग होने से कंप्यूटर काफी छोटा हो गया। microprocessor का उपयोग होने लगा। इसी जेनरेशन में Personal computer (PC) ने धूम मचाना शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे कंप्यूटर की पहुंच आम आदमी तक होने लगी। इस जेनरेशन में कई Software और operating system का विकास हुआ। DOS, WINDOWS आदि का भी उपयोग शुरू हुआ। इसी जेनरेशन में UNIX operating system भी काफी प्रसिद्ध हुआ था।इस जेनरेशन के प्रमुख कंप्यूटर हैं – IBM PC, CRAY-1, CRAY-2, Apple Macintosh आदि।
फिफ्थ जेनरेशन (fifth generation)
यह कंप्यूटर की Current generation है। Nano-technology, Quantum Computing, Artificial Intelligence आदि के उपयोग से कंप्यूटर की यह generation काफी विकसित हो चुकी है।Parallel Processing ने कंप्यूटर की गति को काफी बढ़ा दिया है। इस जेनरेशन की परिकल्पना Artificial Intelligence (AI) के आधार पर की गई थी। साल 2008 में Android System लॉन्च हुआ था लेकिन वो ज़्यादा प्रचलित नहीं था.
इसके आधार पर अब smart machine बनाई जा रही हैं, जो बिल्कुल मनुष्य की ही तरह अपने कामों को कर सकती हैं। ऐसी machine बनाई जा रही हैं, जो Conditions के अनुकूल निर्णय ले सकें। voice के आधार पर अंतर कर सकें।
computer का world evolution की राह पर है। देखना है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में और क्या-क्या नए क्या विकास होते हैं। एक ऐसी प्रक्रिया जो हमारी दुनिया को एक नया आकार देने वाली physical technologies की पहचान है।
रोबोटिक्स
Robotics उद्योग जगत में Robotics का इस्तेमाल भी काफ़ी बढ़ा है। Advance Robotics और Artificial Intelligence (AI) की मदद से Robots कई मामलों में इंसानों की जगह लेने में सफल हुए हैं।Robotics का इस्तेमाल सुरक्षा, बचाव और उत्पादन में देखने को मिला है. Robot सोफिया ने बाज़ार में आते ही सनसनी पैदा कर दी थी।
वो Personal Assistant की तरह काम कर सकती थी और इंसानों की तरह हावभाव दे सकती थी।