बेपनाह मोहब्बत / चाहत / दर्द शायरी स्टेटस कोट्स

बेपनाह मोहब्बत | चाहत | दर्द शायरी स्टेटस कोट्स


Bepanah Shayari In Hindi – बेपनाह शयरी – Bepanah Pyar Shayari :-​

सादगी अगर हो लफ्जों में तो यकीन मानो…
इज्जत बेपनाह और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते है…!!

बंदिशों से रुका नही करती कश्तियाँ अरमानो की…
बेपनाह कुछ भी हो परवान चढ़ता जरूर है…!!

कभी कभी आप किसीसे मोहब्बत नहीं करते..
उसकी बेपनाह मोहब्बत से आपको मोहब्बत हो जाती है…!!

वादा है जब भी मिलोगे, इश्क तुम्हे हर बार होगा..
मोहब्बत पुरी शिद्दत से होगी, और प्यार बेपनाह होगा…!!

खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी…
जब मैंने मुस्कुराती हुई #माँ देखी…!!

इश्क तो बेपनाह हुआ कसम से,
गलती बस ये हुई कि हुआ तुमसे।

Bepannah Shayari In Hindi | बेपनाह शायरी हिंदी में :-​

निगाह-ए-इश्क़ का अजीब ही शौक देखा,
तुम ही को देखा और बेपनाह देखा।

बदलते नहीं जज़्बात मेरे रोजाना तारीखों की तरह,
बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश मेरी आज भी है।

गलती चाहे जिसकी हो रूठ जाने के बाद,
पहले मनाता वही हैं जो बेपनाह मोहब्बत करता हैं…!!

यूं न बेपनाह, इश्क़ हम से कर बैठना क्योंकि,
डर लगता है हमें, कहीं ये रह न जाए, बस एक सपना।

किसी उम्र की मोहताज नही है मोहब्बत हमारी
तब भी बेपनाह थी अब भी बेहिसाब है..!!

बे-पनाह मोहबत्त और बिना मतलब के
किसी चीज से नहीं होती मेमसाब
तस्वीर बदल जाती है तकदीर बदल जाती है
दीदार के इन्तजार में।

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जब रूह में उतर जाता है बेपनाह इश्क का समंदर।
लोग जिंदा तो होते हैं मगर किसी और के अंदर।।

सुनो..
बदलेंगे नहीं जज़्बात मेरे, साल की तरह…
बेपनाह प्यार करने की ख़्वाहिश उम्र भर रहेगी..!!

बाँध दे कोई काला धागा नज़र-ए-उलफत का,
बेपनाह इश्क है तुझसे कोई नजर ना लगा दे…!!

तुम्हारी बेपनाह मुहब्ब़त है या महज फितूर आँखों का।
कई बार तेरी आँखों को जिस्म की गहराईयां मांपते देखा।।

नादानियां झलकती है अभी भी मेरी आदतो से,
मैं खुद हैरान हूँ मुझे इश्क़ हुआ तो हुआ कैसे।

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ये मत पुछ कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हूँ,
बस इतना जान लो कि बस तुमसे करता हूँ और बेपनाह करता हूँ।

सोने दो मुझे,
तुम्हारे ख्वाब भी तो देखने हैं।

कुछ और भी तुम को आता है क्या जब देखो याद आते हो।

एक दूसरे को उसी में देख लेंगे,
तेरे शहर का चाँद मेरे शहर में भी निकलता है।

नहीं पसंद मोहब्बत में मिलावट मुझको,
अगर वो मेरा है तो ख्वाब़ भी मेरे देखे।

अचानक‬ चौँक उठे “नींद’ से हम,
किसी ने ‪‎शरारत‬ से कह दिया सुनो वो मिलने ‪‎आयी‬ हैं।
 

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