बहन – बेटी की विदाई पर रुला देने वाली शायरी

बहन – बेटी की विदाई पर रुला देने वाली शायरी


जा मेरी बहन तेरी दुनिया बसे,
तेरे हमसफर का हमेशा साथ रहे,
हम रोकर ही जी लेंगें यहाँ,
इस घर में सदा तेरी याद रहे।


Jaa Meri Bahan Teri Duniya Base,
Tere Hamsafar Ka Hamesha Saath Rahe,
Hu Rokar Hi Ji Lenge Yahan,
Is Ghar Me Sada Teri Yad Rahe.

नाज़ों से पाला जिस लाडली को,
बाबुल का घर छोड़ चली जाती है,
कितनी कठोर है विधाता की लेखनी,
जो अपनी बेटी पराई हो जाती है।


Nazo Se Pala Jis Ladli Ko,
Babul Ka Ghar Chod Chali Jati Hai,
Kitni Kathor Hai Vidhata Ki Lekhani,
Jo Apni Bet Pariai Ho Jati Hai.

तेरे बचपन की यादें इस घर में,
जो हम चाहकर भी भुला ना पाएंगे,
खुशहाल रहे मेरी प्यारी लाडो,
ईश्वर से यही मनायेंगे।


Tere Bachpan Ki Yade Is Ghar Me,
Jo Ham Chahkar Bhi Bhula Na Payenge,
Khushal Rahe Meri Pyari Lado,
Isswar Se Yahi Manayenge.

हम भी कुछ पल तेरे साथ रहें,
बहना हमको भूल नहीं जाना,
सम्हाल के रखना अपने जज्बातों को,
ससुराल में अधीर मत हो जाना।


Hum Bhi Kuch Pal Tere Sath Rahe,
Bahna Humko Bhool Nahi Jana,
Samhaal Ke Rakhna Apne Jazbato Ko,
Sasuraal Me Adhir Mat Ho Jana.

जब बेटी की विदाई का मुहूर्त आया,
आँखों से अकस्मात आँसू छलक पड़े,
वो शामिल हो गई ज़िंदगी की नई दौड़ में,
पिता के कलेजे पर पत्थर बरस पड़े।


Jab Beti Ki Vidai Ka Muhurt Aaya,
Aankho Se Aksmaat Aansoo Chalak Pade,
Wo Shamil Ho Gai Zindagi Ki Nai Daud Me,
Pita Ke Kaleje Par Patthar Baras Pade.

दस्तूर यही है दुनिया का,
हर बेटी किसी और की अमानत है,
फिर से बेटी का जन्म मेरे घर लेना,
मुझ पिता की यही बस चाहत है।


Dastoor Yahi Hai Duniya Ka,
Har Beti Kisi Aur Ki Amanat Hai,
Phir Se Beti Ka Janm Mere Ghar Lena,
Mujh Pita Ki Yahi Bas Chahat Hai.

 

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