Eid ka chand love shayari

ईद के चाँद सा रौशनचेहरा तुम्हारा है, मेरा दिल तो बसजानेमन अब तुम्हारा है,


ईद के चाँद सा रौशनचेहरा तुम्हारा है,
मेरा दिल तो बसजानेमन अब तुम्हारा है,

मेरे दिल में तो बसतुम ही बसती हो,
मेरे हर दिन को ईद की तरहतुम खुशनुमा करती हो..

जहाँ जाता हूँ तुम्हारीयाद में खोया रहता हूँ..
ज़िक्र तुम्हारा अपनीबातों में करता रहता हूँ..।

Eid ke Chand sa roshanchehra tumhara hai,
Mera dil to basjaneman ab tumhara hai,

Mere dil me to bastum hi basti ho
Mere har din ko eid ki tarha
Tum khush numa karti ho..

Jaha jata hu tumhariYaad mein khoya rehta hu.
Ziqr tumhara apniBaaton me karta rehta hu..

ईद-उल-अज़हा की हमतुम को मुबारकबाद देते हैं,
रहो तुम हमेशा सलामत और आबाददुआ हम तुमको दिन और रात देते हैं..।

Eid-ul-azha ki humtum ko mubarakbad dete hain,
Raho tum hamesha salamat or aabadDua tum ko hum din or raat dete hai,

इस ईद पर तुमको मिल जाए हर खुशी तुम्हारी,
दुआ हम करेंगे रब से तक़दीर संवर जाए तुम्हारी..।

Is Eid par tum ko Mil jaye har khushi tumhari,
Dua hum karenge rab se Takdir sawar jaye tumhari..

ईद पर तुम्हें हम अपने गले से लगा लेंगे,
सारे शिकवे गिले अपने बस अब हम मिटा लेंगे…

Eid par tumhe hum Apne gale se lagalenge,
Sare shikwe gile apne Bas ab hum mitalenge..

तुमको हमारी तरफ से ईद का त्यौहार मुबारक,
मिल जाएगा तुम्हें सब कुछ तू अपनी दुआ रब से जारी रख..।

Tum ko hamari taraf se Eid ka tyohar mubarak,
Mil jayega tumhe sab kuch Tu apni dua rab se jari rakh..

चाँद जैसे मुखड़े वाली
सीधी साधी भोली भाली,
है मेरी जान मुझको
मेरी जान से भी प्यारी

चाँद की चाँदनी सी है आप की सूरत
जैसे किसी परी सी है आप की मूरत,
सम्हाले नहीं सम्हलती है मेरी नज़रें
इतनी प्यारी है जान लो आपकी सूरत..।

रात को चाँद देखता हूँ
फिर तुम्हें सोचता हूँ,
कितनी हो खूबसूरत तुम
चाँद में भी सूरत तुम्हारी देखता हूँ..।

जब भी हम हर रात चाँद देखते हैं
दिल से तुम को हम सलाम भेजते हैं,
आ जाओ ना जल्दी लौट कर तुम
कबसे हम तुम्हारी राह देखते हैं..।

दिल से मेरी जान सलाम अर्ज़ करते हैं
खुद से ज्यादा तुमको प्यार करते हैं,
मुबारक हो ईद का चाँद तुमको
मिलेंगे जल्दी तुम से पैगाम भेजते हैं..।

मोहब्बत को मेरी चाँद मुबारक
जान को मेरी ये रात मुबारक,
चाँद से प्यारी सूरत वाली को
मेरे खुदा रखना हमेशा सलामत…।

बड़े अदब से उसने मुझे सलाम किया
मेरे दिल की धड़कन को आबाद किया,
मैं तो उसपर मरता हूँ
उसने भी मोहब्बत का अपनी आगाज़ किया…।

पहली मुलाकात और वो चाँदनी सी रात
हम दोनों का प्यारा सा साथ,
याद मुझे बहुत आता है
बीता गया हर लम्हा तेरे साथ..।

अबकी ईद में रब से तुम्हें माँगेंगे
रमजान की हर रात इबादत में गुज़ारेंगे,
हो जाओगी तुम मेरी इंशाहल्लाह
हर दुआ में अपनी बस तुमको माँगेंगे..।

रूठना नहीं तुम क्योंकि मेरी जान हो
मेरे दिल का तुम प्यारा अरमान हो,
आ जाता है तुमको जल्दी गुस्सा
लेकिन उससे ज्यादा प्यारी तुम्हारी मुस्कान है..।

नूर चाँद का जैसे ज़मीन पर उतर आया
कुछ इस तरह से रब ने तुम्हे बनाया,
हम जब भी दीदार तुम्हारा करते है
दिल में माशा अल्लाह पढ़ते है।

हो मेरे दिल का नूर तुम
तुम्हीं से मोहब्बत भी है,
चाँद की चाँदनी सी प्यारी
तुम्हारी भोली सूरत भी है।

आसमान का चाँद अब
मुझसे बातें करता है,
रहते हो तुम भी उदास
वो मुझ से कहता है।

दिल को सुकून नहीं
रातों को नीद नहीं,
तेरे बिना ज़िंदगी में
जैसे कोई ख़ुशी ही नहीं।

रात में चाँद जिस तरह
दुनिया को नूरानी बनाता है,
मेरी छोटी सी दुनिया को
तेरा प्यार खुशनुमा बनाता है।

चाँद से चेहरे को तेरे
किसी की नज़र ना लगे,
मिले हर ख़ुशी तुझको
गम से तेरा कोई वास्ता ना पड़े।

चाँद में भी रब ने
एक दाग दिया है,
तुम्हे कैसे इतना प्यारा बनाकर
रब ने दुनिया में उतार दिया है।

चाँद सी सूरत
दिल के खूबसूरत,
हो मेरे हमनवा
हो मेरी ज़रूरत।

चाँद से चांदनी चुरा ली है
कोई परी जमीन पर उतर आई है,
लगती है खूबसूरत सूरत उसकी
लगता है वो मेरे लिए बनायी गयी है।

चाँद भी गुरुर नहीं करता खुद पर
चांदनी उसका गुरुर है,
मैं भी कुछ नहीं बिन तुम्हारे
मेरी ज़िन्दगी का सब कुछ तुम से है।

रात को चाँद से कुछ बातेंं हुईंं
ख्वाबोंं में तुम से मुलाकातेंं हुईं,
दूर हुए हो गया था, वक़्त बहुत
देखकर तुमको ख़्वाब में दिल को तसल्ली हुई।
 

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